दुनिया के कई देशों में एक बार फिर से कोरोना संकट मंडराने लगा है। ऐसे में चंडीगढ़ प्रशासन का हेल्थ विभाग केंद्र के आदेशों पर आज शहर के गवर्नमेंट हॉस्पिटलों में कोविड-19 इमरजेंसी मॉक ड्रिल करेगा। हाल ही में चंडीगढ़ प्रशासन ने गवर्नमेंट हॉस्पिटलों की इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिए थे। वहीं OPD में आने वाले मरीजों के भी लक्षण देख उनके कोविड टेस्ट किए जा रहे हैं।
चंडीगढ़ में फिलहाल कोरोना केस 2 या 3 ही हैं मगर फिर भी केंद्र से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उचित प्रबंध करने को कहा है ताकि किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में इस महामारी से निपटा जा सके। डायरेक्टर, हेल्थ सर्विसेज डा. सुमन सिंह ने कहा कि मॉक ड्रिल में कोविड प्रबंधों को लेकर इंटरनल असेसमेंट की जाएगी।
यह सब देखा जाएगा
इस मॉक ड्रिल का मकसद शहर में कोविड प्रबंधन को लेकर हेल्थ सेवाओं को ‘ऑपरेशनल रेडीनेस’ को सुनिश्चित करना है। वहीं हेल्थ विभाग शहर में आइसोलेशन बेड्स, ऑक्सीजन वाले आइसोलेशन बेड्स, ICU बेड्स और वैंटिलेटर वाले बेड्स की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगा। वहीं इस मॉक ड्रिल के दौरान डॉक्टर्स, नर्सों, पैरामेडिक्स और AYUSH डॉक्टरों की उपलब्धता को भी जांचा जाएगा।
वहीं हेल्थ विभाग एडवांस और बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की उपलब्धता भी जांचेगा। लेबोरेट्रीज में कोविड टेस्टिंग की क्षमता को भी जांचा जाएगा। RT-PCR और RAT किट्स की उपलब्धता के अलावा टेस्टिंग उपकरण आदि की भी जांच की जाएगी।
चंडीगढ़ में कोरोना की मौजूदा स्थिति
शहर में इस वक्त कोरोना के 3 एक्टिव केस हैं। वहीं पिछले एक सप्ताह का पॉजीटिविटी रेट 0.15 प्रतिशत है। बीते कुछ दिनों से कोरोना टेस्टिंग बढ़ा दी गई है। अभी तक शहर में कोरोना प्रभावित 1181 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 98,161 मरीज ठीक हो चुके हैं।