चंडीगढ़।
हरियाणा ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि यदि शासन की नीतियां पारदर्शी, समावेशी और दूरदर्शी हों, तो ग्रामीण परिवेश के साधारण परिवारों से भी असाधारण प्रतिभाएं निकल सकती हैं। UPSC 2024 के परिणामों में हरियाणा के युवाओं ने उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है, और उसी क्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी ने UPSC में चयनित प्रदेश के होनहारों को “सम्मान समारोह” में सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने संत कबीर कुटीर पर किया सम्मान समारोह का आयोजन
मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी ने आज संत कबीर कुटीर में आयोजित कार्यक्रम में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में सफल हुए हरियाणा के होनहार अभ्यर्थियों का सम्मान किया एवं उनके अभिभावकों को बधाई दी।
सीएम ने इस अवसर पर प्रदेश का नाम ऊंचा करने वाले नवचयनित अभ्यर्थियों से अपनी जड़ों से जुड़े रहने की अपील की और कहा कि “आपकी सफलता केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि हरियाणा की प्रेरणा है।”
मुख्यमंत्री ने दिया संकल्प: हर प्रतिभा को मिलेगा मंच
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी ने कहा, “हरियाणा सरकार का उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से सामाजिक न्याय और समावेशिता को बढ़ावा देना है। हम ग्रामीण और पिछड़े इलाकों के विद्यार्थियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
हलवाई का बेटा बना अफसर: अजय की सफलता से गांव में जश्न
जींद जिले के गांव हसनपुर निवासी अजय, जिनके पिता श्री शमशेर एक हलवाई हैं और माता राजबाला एक साधारण गृहिणी, ने अपने चौथे प्रयास में UPSC में 940वीं रैंक प्राप्त कर हरियाणा का मान बढ़ाया है। अजय ने 9वीं कक्षा से लेकर MBBS तक की शिक्षा सरकारी स्कूलों और संस्थानों से प्राप्त की। उनकी सफलता इस बात का प्रतीक है कि हरियाणा सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए गए निवेश अब फल देने लगे हैं।
मनोज कुमार, अध्यक्ष — आरोही मॉडल स्कूल स्टाफ एसोसिएशन हरियाणा ने दी प्रतिक्रिया
इस अवसर पर आरोही मॉडल स्कूल स्टाफ एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा,
“हम मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने यूपीएससी में चयनित युवाओं को मंच देकर सरकारी स्कूलों की गरिमा को बढ़ाया है। अजय की सफलता आरोही मॉडल स्कूल प्रणाली की क्षमता को दर्शाती है। हम चाहते हैं कि सरकार इस मॉडल को और सशक्त बनाए और आरोही शिक्षकों को स्थायीत्व व समान वेतन जैसी बुनियादी सुविधाएं देकर इस मिशन को और मजबूत करे।”
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे आयोजनों से सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे लाखों विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलेगी और शिक्षा को लेकर सामाजिक विश्वास और गहरा होगा।
UPSC में सफलता को बताया मुख्यमंत्री की शिक्षा नीति का परिणाम
हसनपुर आरोही मॉडल स्कूल की प्राचार्या ममता शर्मा ने बताया कि अजय 9वीं कक्षा में स्कूल में दाखिल हुए थे और तब से ही मेधावी रहे हैं। अजय ने NEET पास कर रोहतक PGIMS से MBBS की पढ़ाई की और फिर UPSC की तैयारी की।
जनता ने सोशल मीडिया पर लुटाया प्यार
कार्यक्रम के फेसबुक लाइव प्रसारण में “जय श्रीराम”, “CM Sir को बधाई”, “Congratulations to students” जैसे संदेशों की बाढ़ आ गई। इससे साफ है कि मुख्यमंत्री की युवाओं में लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी की नीति से बदल रही है हरियाणा की तस्वीर
मुख्यमंत्री नायब सैनी की नेतृत्व क्षमता और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता ने यह दिखा दिया है कि यदि नीति स्पष्ट हो और क्रियान्वयन मजबूत हो, तो ग्रामीण भारत से भी UPSC जैसी कठिन परीक्षा में सफलता की कहानियां निकल सकती हैं। अजय जैसे उदाहरण न केवल प्रेरणा हैं, बल्कि यह भी संकेत हैं कि हरियाणा अब “संभावनाओं का प्रदेश” बनता जा रहा है।