महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय शुक्रवार को श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित प्रथम दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रहे थे। आयुष विश्वविद्यालय पहुंचने पर कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान, आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, विशिष्ठ अतिथि राजवैद्य पद्मभूषण देवेंद्र त्रिगुणा एवं कुलसचिव प्रो. वैद्य ब्रिजेंद्र सिंह तोमर ने बुके देकर भव्य स्वागत किया।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने आयुष विश्वविद्यालय से स्नातक व स्नातकोत्तर उत्तीर्ण कर चुके 126 चिकित्सकों को डिग्री वितरित की। महामहिम बंडारू दत्तात्रेय ने पद्मभूषण राजवैद्य देवेंद्र त्रिगुणा को आयुर्वेद संकाय में मानद उपाधि देकर सम्मानित करने के साथ-साथ विश्वविद्यालय के 26 चिकित्सकों को गोल्ड मेडल पहनाकर सम्मानित किया।
इससे पहले डिग्री हासिल करने वाले चिकित्सकों को चरक शपथ दिलाई गई। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यातिथि आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, विशिष्ठ अतिथि राजवैद्य पद्मभूषण देवेंद्र त्रिगुणा, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.वैद्य करतार सिंह धीमान और कुलसचिव प्रो. ब्रिजेंद्र सिंह तोमर ने दीक्षांत समारोह कि समरिका का विमोचन किया। कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान ने दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल महामहिम बंडारू दत्तात्रेय समेत सभी महमानों का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया।
मानवता के सच्चे दूत हैं चिकित्सक: बंडारू
कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आप केवल डिग्रीधारी नहीं,बल्कि स्वास्थ्य और मानवता के सच्चे दूत हैं। आपको समाज के अंतिम व्यक्ति तक अपनी सेवा पहुंचानी है। आज लकवा, कैंसर और किडनी के रोग से परेशान मरीज आज आयुर्वेद की तरफ जा रहे हैं। महामहिम ने विद्यार्थियों को शोध को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। कहा कि डॉक्टर को भगवान का स्वरूप माना जाता है। अगर आप अच्छे वैद्य बनेंगे तो निश्चित रूप से रोगी का दर्द और पीड़ा खुद से ठीक हो जाएगी। महामहिम ने कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान और विश्वविद्यालय प्रशासन की संपूर्ण टीम को दीक्षांत समारोह के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
राष्ट्र के विकास में अहम भूमिका निभा रहीं नारी शक्ति: दत्तात्रेय
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने इस बात पर गर्व जताया कि विश्वविद्यालय के 126 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई, जिनमें से अधिकांश छात्राएं हैं। गोल्ड मेडल पाने वाले 26 विद्यार्थियों में 23 बेटियां शामिल हैं,जो ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ की सशक्त झलक प्रस्तुत करता है। राज्यपाल ने कहा कि नारी शक्ति राष्ट्र के विकास में अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए जा रहे नि:शुल्क चिकित्सा शिविरों,सामुदायिक जागरूकता अभियानों और शोध कार्यों की सराहना की।
इस अवसर पर मुख्यातिथि आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि आप सब सौभाग्यशाली हैं कि आपने आयुर्वेद जैसी वैज्ञानिक,आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपरा से जुड़ी चिकित्सा पद्धति को चुना है। यह केवल रोगों का उपचार नहीं, बल्कि जीवनशैली का मार्गदर्शन है। अब आपकी जिम्मेदारी है कि आप आयुर्वेद की श्रेष्ठता को समाज के व्यवहार में उतारें। उन्होंने कहा कि आज जब पूरी दुनिया प्राकृतिक चिकित्सा और जीवनशैली चिकित्सा की ओर बढ़ रही है, ऐसे समय में आयुर्वेद की प्रासंगिकता और भी अधिक बढ़ गई है। मुख्य अतिथि ने चिकित्सकों से अनुसंधान, नवाचार और वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार में भागीदारी की अपील की और कहा कि भारत को “विश्वगुरु” बनाने में आयुर्वेदाचार्य की अहम भूमिका होगी। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि इस संस्थान ने आयुष शिक्षा में गुणवत्ता और परंपरा का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया है।
इस मौके पर आयुष विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ. जितेश कुमार पंडा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. रणधीर सिंह,कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, एनआईटी कुरुक्षेत्र के निदेशक प्रो. बी.वी. रमना रेड्डी,भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.सुदेश छिक्कारा, सीसीआरएएस नई दिल्ली के डीजी डॉ. रवि नारायण आचार्य, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद जयपुर (राजस्थान) के कुलपति प्रो. संजीव शर्मा, MARBIS,NCISM नई दिल्ली के सचिव डॉ. बीएल मेहरा, GRDAU होशियारपुर (पंजाब) के कुलपति प्रो. संजीव सूद, CBLU भिवानी की कुलपति प्रो. दीप्ति धरमानी, MHU करनाल की कुलपति डॉ. सुदेश मल्होत्रा, कुरुक्षेत्र एडीसी सोनू भट्ट, बीआर आंबेडकर सेंटर कुरुक्षेत्र के निदेशक डॉ. प्रीतम सिंह, भूपेंद्र धर्माणी, आयुष विवि के पूर्व कुलसचिव प्रो. अनिल शर्मा, पूर्व कुलसचिव प्रो. कृष्ण कुमार जाटियान, डीएओ डॉ. सुदेश जाटियान, सेवानिवृत्त प्रो. बलबीर सिंह, प्रिंसिपल डॉ. देवेंद्र खुराना, प्रो. आशु, प्रो. आशीष मेहता, प्रॉक्टर प्रो. राजा सिंगला, डॉ. राजेंद्र चौधरी, प्रो.पीसी मंगल, प्रो. शीतल सिंगला, प्रो. सीमा, प्रो. विदुषी, प्रो.अमित कटारिया, प्रो. शंभू दयाल शर्मा, उप कुलसचिव विकास शर्मा व सहायक कुलसचिव अतुल गोयल समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहें।