पं. चिरंजीलाल शर्मा राजकीय महाविद्यालय में ‘आईडिया कृति 7.0 का समापन
करनाल, 26 मार्च। विद्यार्थियों को अपने खुद की स्टार्टअप कंपनी स्थापित करने तथा स्टार्टअप की दुनिया में नए आयाम स्थापित करने के उद्देश्य से पं. चिरंजीलाल शर्मा राजकीय महाविद्यालय में स्थित स्टार्टअप इनक्यूबेटर और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में स्टार्टअप इनक्यूबेटर के 7वां संस्करण के अंतर्गत 7 दिवसीय विशेष इवेंट आइडिया कृति 7.0 कार्यशाला का विधिवत समापन हुआ। समापन अवसर पर कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. रेखा त्यागी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. रेखा त्यागी ने कहा कि वर्तमान युग प्रतिस्पर्धांओं का युग है, हर कोई व्यक्ति उंचाईयों को छूना चाहता है। इसके लिए पढ़ाई करना जरूरी है तथा साथ ही ऐसी कार्यशालाओं में बढ़-चढक़र भाग लेना चाहिए क्योकि ऐसी कार्यशालाओं में अपने खुद का व्यापार स्थापित करने के उद्देश्य से नई-नई तकनीकों की जानकारी मिलती है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप इनक्यूबेटर की शुरुआत 2019 में हुई थी और तब से यह कॉलेज के छात्रों को अपनी खुद की स्टार्टअप कंपनी स्थापित करने के लिए प्रेरित कर रहा है। इस प्लेटफार्म पर कई छात्रों ने अपने विचारों को साकार किया है और बहुत से छात्र इसके माध्यम से अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं।
कार्यशाला में स्टार्टअप इनक्यूबेटर के सेंटर हेड डॉ. सुन्नत ग्रोवर ने बताया कि इस 7 दिवसीय कार्यशाला में छात्रों को व्यापार की मूलभूत अवधारणाओं से अवगत कराया गया है। प्रत्येक दिन कार्यशाला में छात्रों को नए-नए विषयों पर जानकारी दी गई है कि वें स्टार्टअप की दुनिया में कैसे अपनी खुद की कंपनी स्थापित कर सकतें है। इस कार्यशाला में अभिनव बठला द्वारा समस्या कथन सत्र, डॉ. पीपी अत्रेजा ने मूल्य प्रस्ताव सत्र, अभिनव अरोड़ा द्वारा बाजार अवसर सत्र, मोहित काम्बोज द्वारा बिजनेस मॉडल के नवास सत्र, मनमोहन सिंह द्वारा प्रभावी कहानी सत्र विषय पर जानकारी दी गई जबकि डॉ. सुभाष चंद्र और मैडम अंजली ग्रोवर द्वारा स्टार्टअप आइडिया प्रतियोगिता में विद्यार्थियों से विचार साझा किए गए।
इस 7 दिवसीय कार्यशाला में 45 छात्र शामिल हुए, इनमें से 12 छात्रों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। इस मौके पर स्टार्टअप इनक्यूबेटर के सेंटर हेड डॉ. सुन्नत ग्रोवर और मुस्कान मिन्हास द्वारा छात्रों का उद्यमशीलता पर मार्गदर्शन किया गया। इस मौके पर कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थें।