हरियाणा के करनाल में बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में बैठ छात्रों ने अब आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया है। जिसके चलते बुधवार की दोपहर को MBBS छात्रों के सर्मथन में कई कर्मचारी संगठन और किसान नेता भी सड़कों पर उतरे।
दोपहर 1 बजे कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज से अपना रोष प्रदर्शन किया। जिसके बाद रोष प्रदर्शन करते हुए शहर भर की मुख्य सड़कों पर घूमते हुए करीब अढ़ाई बजे जिला सचिवालय पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद छात्रों ने जिला सचिवालय के बाहर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पहले मुख्यमंत्री के पुतले का पोस्टमार्टम किया और बाद में पुतला फूंका। पुतला फूंकने के बाद तहसीलदार को सरकार के नाम ज्ञापन दिया और बाद में धरनास्थल पर पहुंचकर बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में खून से राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखा।
ये संगठन आए साथ
छात्रों के रोष प्रदर्शन में किसान संगठनों के नेता, सर्व कर्मचारी संघ व अन्य कई कर्मचारी संगठनों ने शामिल होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संगठनों के सदस्यों ने कहा कि वह छात्रों के साथ खड़े हैं। अगर समय रहते सरकार ने इस बॉन्ड पॉलिसी को वापस नहीं लिया तो वह छात्रों के साथ मिलकर एक बड़ा आंदोलन भी कर सकते है। बॉन्ड पॉलिसी सरकार द्वारा छात्रों पर थोपी जा रही है जो सरासर गलत है। वह छात्रों के साथ ऐसा नहीं होंगे देंगे।
शहर की सड़कों पर दिखा जाम
MBBS छात्रों के इस रोष प्रदर्शन के दौरान शहर भर की मुख्य सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहीं। हालांकि ट्रैफिक पुलिस भी रूट को डायवर्ट करती दिखाई दी। उसके बावजूद भी शहर भर में करीब 2 घंटे तक लोगों को जाम में परेशान होना पड़ा।