गलियों और चौराहों में कूड़ा फैकने वाले लोगों पर रहेगी अब सीसीटीवी कैमरे की नजर,कर्मचारी घर-घर जाकर थानेसर को स्वच्छ शहर बनाने के प्रति करेंगे जागरूक,नगर परिषद द्वारा स्वच्छता के क्षेत्र में किए जा रहे है सराहनीय प्रयास,स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे के लिए लोगों की फीडबैक जरूरी
कुरुक्षेत्र 15 मार्च। उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि थानेसर शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण की टॉप रैंकिंग में शुमार करने के लिए और अधिक मेहनत करने की जरूरत है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों को कार्य का आबंटन कर दिया गया है। इतना ही नहीं शहर की गलियों और चौराहों में कूड़ा फैंकने वाले लोगों पर अब सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से नजर रखी जाएगी। इस विषय को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन की तरफ से कुछ जगह निर्धारित की है जहां लोग कूड़ा डालने से नहीं हट रहे। ऐसी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से नजर रखने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए है। इतना ही नहीं सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा डालने वाले लोगों के चालान कर जुर्माना किया जाएगा।
उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि थानेसर शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण की टॉप रैंकिंग में लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों में और तेजी लाने के कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अहम पहलू यह है कि उपायुक्त ने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नए सिरे से योजना तैयार करने के निर्देश देते हुए कहा कि शहर के नागरिकों की मानसिकता में बदलाव लाने के लिए स्वच्छता अभियान को एक जन आंदोलन का रूप देना है। यह तभी संभव होगा जब अधिकारी और कर्मचारी घर-घर जाकर थानेसर को स्वच्छ शहर बनाने के प्रति जागरूक करेंगे और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का संदेश पहुंचाएंगे। उपायुक्त ने कहा कि नगर परिषद थानेसर द्वारा स्वच्छता के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयास सराहनीय है।
उपायुक्त ने कहा कि थानेसर शहर को स्वच्छता की रैंकिंग में प्रथम स्थान पर लाने के लिए प्रशासकीय अधिकारी व कर्मचारी फील्ड में उतर चुके है तथा इस जिले को स्वच्छता की रैंकिंग में प्रथम स्थान पर लाने के लिए शहर के चौंकोंं, चौराहों पर बड़े छोटे हर तरह के पोस्टर के साथ ही दीवारों पर स्वच्छता संबंधित पेंटिंग, पंपलेट वितरण, गीले सूखे कचरे की पहचान सम्बन्धित जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा आमजन मानस से क्या रोजाना आपके घर या दुकान से कूड़ा उठाने ले लिए कोई आता है, आवासीय क्षेत्र की सफाई नियमित झाड़ू लगाने की स्थिति कैसी है घर में सूखा कचरा और गीला कचरा अलग अलग किया जाता है या नहीं ,कचरा उठाने वाले अलग- अलग श्रेणियों में लोड करता है या सबको मिला देता है,स्थानीय अधिकारी सार्वजनिक स्थानों की सफाई बनाये रखने में कितने प्रभावी है, क्या कभी सफाई से जुडी समस्या की शिकायत की और उसका समाधान कैसे हुआ, शहर में कचरा प्रबंधन के लिए आरआरआर केन्द्रो की जानकारी है या नहीं, यूएलबी में सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए केवल लाइसेंस प्राप्त ऑपरेटरो को ही काम पर रखने की अनुमति है या नहीं, स्वच्छता के विषय में फीडबैक रिपोर्ट ली जा रही है।
उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे के लिए लोगों से फीडबैक भी लेना जरूरी है। इस फीडबैक के लिए शहर के नागरिक एक लिंक एसबीएमअर्बनडॉटओआरजी पर अपनी फीडबैक दे सकते है। इस फीडबैक के तहत 10 प्रश्नों के जवाब देने होंगे। यह फीडबैक थानेसर नगर परिषद को रैंकिंग में सुधार करने में मदद करेगा। इसलिए सभी नागरिक इस फीडबैक को भरवाना सुनिश्चित करे।
उन्होंने कहा कि थानेसर शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आदेश दिए थे और बकायदा शेख चेहली मकबरे से स्वच्छता अभियान का आगाज भी किया था। इन आदेशों के बाद प्रशासन ने थानेसर शहर को स्वच्छ बनाने के लिए खाका तैयार किया और इस योजना के अनुसार ही शहर को स्वच्छ बनाने के प्रयास किए जा रहे है। इस स्वच्छता अभियान के तहत शहर की सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं और एनजीओ भी पूरा सहयोग कर रही है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि घरों व दुकानों के कचरे को किसी भी डम्पिंग स्थल या सडक़ों के किनारे ना फेंके अपितु डोर टू डोर आने वाले टिप्परों में ही कचरे को डाले।