भविष्य का नवाचारः स्टेम में महिलाएं’ विषय पर संगोष्ठी व विज्ञान कार्निवल’ पुरस्कार वितरण आयोजित
कुरुक्षेत्र, 5 मार्च।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय परिसर की प्रथम महिला डॉ. ममता सचदेवा ने कहा कि युवा लड़कियां नवाचार का भविष्य हैं। सामाजिक मानदंडों को अपनी क्षमता को परिभाषित न करने दें। दुनिया को आपके विचारों, आपकी खोजों और आपके नेतृत्व की आवश्यकता है और उन्हें बड़े सपने देखने, बाधाओं को तोड़ने और स्टेम की दुनिया में सार्थक योगदान देने के लिए प्रेरित किया। वे बुधवार को फैकल्टी लाउंज में ‘भविष्य का नवाचारः स्टेम में महिलाएं’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी और ‘विज्ञान कार्निवल’ पुरस्कार वितरण समारोह मे बतौर मुख्यातिथि बोल रही थी।

डॉ. ममता सचदेवा ने कहा कि पूरे इतिहास में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय महिला अग्रणी हैं, जिन्होंने ऐसा करने के लिए अक्सर सामाजिक बाधाओं को पार करते हुए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने एडा लवलेस, मैरी क्यूरी, ग्रेस हॉपर, डॉ. असीमा चटर्जी, डॉ. जानकी अम्मल, डॉ. कमला सोहोनी, टेसी थॉमस, डॉ. रोहिणी गोडबोले आदि का उदाहरण दिया जिन्होंने स्टेम में भावी पीढ़ियों के लिए मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने विज्ञान कार्निवल के पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी।
मुख्य वक्ता प्रो. नीलिमा आर कुमार, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ की एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक ने स्टेम में महिलाएंः मधुमक्खी पालन एक उपन्यास रणनीति’ पर बात की। उन्होंने कहा कि स्टेम में महिलाएँ तेजी से नए क्षेत्रों की खोज कर रही हैं, और मधुमक्खी पालन पर्यावरणीय स्थिरता और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एक नई रणनीति के रूप में उभर रहा है। जीवविज्ञान, प्रौद्योगिकी और संरक्षण को मिलाकर, महिलाओं के नेतृत्व वाली मधुमक्खी पालन पहल जैव विविधता, जलवायु लचीलापन और टिकाऊ कृषि में योगदान करती है। स्मार्ट हाइव्स और एआई-संचालित निगरानी जैसी वैज्ञानिक प्रगति, महिला उद्यमिता को बढ़ावा देते हुए उत्पादकता बढ़ा रही है।
जूलॉजी विभाग की प्रोफेसर और विस फोरम की समन्वयक डॉ. अनीता भटनागर ने स्वागत भाषण दिया और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में विस फोरम का परिचय दिया। समारोह के दौरान पर्यावरण विज्ञान संस्थान की डब्ल्यूआईएस फोरम सदस्य डॉ. दीप्ति ग्रोवर ने मंच का संचालन किया और यूआईईटी की विस फोरम सचिव डॉ. उर्मिला ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर प्रो. संजीव अरोड़ा, डॉ. सुमन चौहान, डॉ. ललिता, डॉ. मोनिका, डॉ. पूनम, डॉ. जितेंद्र भारद्वाज, डॉ. कंवल गर्ग सहित गणमान्य लोग मौजूद थे।

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प्रतियोगिताओं के परिणाम

विज्ञान कार्निवल के दौरान भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता और नारा लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई।  शीतल ने यूजी स्तर पर भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया और जूलॉजी विभाग की प्राची पीजी वर्ग में प्रथम रहीं। नवजोत और शीतल देवी क्रमशः पीजी और यूजी स्तर पर नारा लेखन में प्रथम रहे। माइक्रोबायोलॉजी विभाग की नेहा और आईआईएचएस के पारसदीप पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम रहे।

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