खेल प्रतियोगिताएं खिलाड़ियों में खेल कौशल निखारने का सर्वश्रेष्ठ मंचः प्रो. सोमनाथ सचदेवा
कुवि में उत्तर क्षेत्र एवं अखिल भारतीय अन्तः विश्वविद्यालय बास्केटबॉल( महिला) प्रतियोगिता का शुभारंभ
कुरुक्षेत्र, 24 फरवरी।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि खेल प्रतियोगिताएं खिलाड़ियों में न केवल खिलाड़ियों के खेल कौशल को निखारने का मंच प्रदान करती है, बल्कि टीम वर्क, अनुशासन और कड़ी मेहनत जैसे जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों को भी बढ़ावा देती है। खेल से शारीरिक एवं मानसिक विकास भी होता है।  यह विचार सोमवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कुवि के खेल निदेशालय द्वारा 24 फरवरी से 1 मार्च 2025 तक आयोजित होने वाली उत्तर क्षेत्र एवं अखिल भारतीय अन्तः विश्वविद्यालय बास्केटबॉल( महिला) प्रतियोगिताएं (2024-25) के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए।
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि बास्केटबॉल केवल एक खेल नहीं, बल्कि सहयोग, रणनीति और त्वरित निर्णय लेने की कला है। यह हमें सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और आत्मविश्वास बनाए रखना कितना आवश्यक है। इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली प्रत्येक टीम ने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है, और उनकी उपस्थिति ही उनकी प्रतिबद्धता और उत्कृष्टता का प्रमाण है।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की खेल उपलब्धियों और अत्याधुनिक खेल सुविधाओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विश्वविद्यालय निरंतर नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है और विभिन्न खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रहा है। खेल निदेशक प्रो. दिनेश राणा ने मुख्य अतिथि सहित अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता 24 फरवरी से 1 मार्च तक कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के खेल प्रांगण में आयोजित की जा रही है, जिसमें कुल 40 महिला टीमें भाग ले रही हैं। सभी मैच एक इंडोर और दो आउटडोर बास्केटबॉल कोर्ट पर खेले जाएंगे। इसके बाद ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता भी 3 से 8 मार्च तक यहीं आयोजित की जाएगी।
उद्घाटन समारोह के अवसर पर डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. ए. आर. चौधरी, खेल परिषद के अध्यक्ष डॉ. अशोक चौधरी, पूर्व अध्यक्ष नितिन सहगल और पूर्व खेल निदेशक डी. एस. काला को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बॉक्सिंग कोच राजेश राजौंद, बास्केटबॉल कोच राजेश सोबती वॉलीबॉल कोच राजेश कुमार, रेसलिंग कोच रमेश, फुटबॉल कोच मोनिका सहित विभाग के सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।

कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने किया राष्ट्रीय कार्यशाला के ब्रोशर का अनावरण
एक राष्ट्र, एक चुनाव पर राष्ट्रीय कार्यशाला 5 मार्च को
कुरुक्षेत्र, 24 फरवरी।
 कुरुक्षेत्र के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का विधि प्रकोष्ठ, विधि संस्थान के सहयोग से, 5 मार्च, 2025 को एक राष्ट्र, एक चुनाव पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम के ब्रोशर का अनावरण सोमवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, कुलसचिव डॉ.वीरेंद्र पाल, 48 कोस तीर्थ समिति के अध्यक्ष मदन मोहन छाबड़ा के साथ विधि संस्थान की निदेशिका प्रो. सुशीला देवी चौहान, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कानूनी प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रो. अमित लुदरी और विधि संस्थान के उप-निदेशक डॉ. रमेश सिरोही द्वारा किया गया।
इस राष्ट्रीय कार्यशाला में विधि संस्थान के संकाय सदस्य एक राष्ट्र, एक चुनाव विषय पर शोध पत्र के साथ अकादमिक रूप से योगदान देंगे। इस महत्वपूर्ण आयोजन में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के संकाय सदस्य और अनुसंधान विद्वान भी भाग लेंगे।

पैकेजिंग प्रिंटिंग में रोजगार की अपार संभावनाएं सुरेन्द्र कुमार जैन
विद्यार्थी संस्थान एवं विश्वविद्यालय के ब्रांडिंग के लिए काम करेंः महासिंह पूनिया
हिमाचल पैकेजिंग एंड प्रिंटिंग एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने किया आईएमसीटी के विद्यार्थियों से किया इंटरेक्शन
कुरुक्षेत्र, 24 फरवरी,।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान में संस्थान और हिमाचल प्रदेश प्रिंट एंड पैक एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में ‘इडस्ट्री-एकेडिमिया मीट’ के तहत ‘वर्ल्ड प्रिंटिंग डे‘ मनाया गया।
इस अवसर पर प्रिंट एंड पैक एसोसिएशन हिमाचल के सलाहकार सरेंद्र कुमार जैन ने कहा कि पैकेजिंग प्रिंटिंग में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने प्रिटिंग एवं पैकेजिंग के संक्षेप इतिहास के बारे में कहा कि कि 1440 में जर्मनी के गुटेनबर्ग ने लकड़ी की प्रिटिग प्रेस से शुरूआत की थी, उसके बाद चीन में लकडी के ठप्पोें का आविष्कार होना आरंभ हुआ। उन्होंने कहा भारत में वर्तमान में पिं्रटिंग इंडस्ट्री 7.5 मीलियर डॉलर की पहुंच चुकी है जो दूसरे नंबर की इंडस्ट्री हैं इसलिए प्रिंटिंग पैकेजिग और ग्राफिक्स के विद्यार्थियों का भविष्य सुनहरा है।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर महासिंह पूनिया ने विभिन्न इडस्ट्री के विद्वानों का स्वागत करते हुए कहा कि विद्यार्थी संस्थान एवं विश्वविद्यालय के ब्रांडिंग के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को इस अवसर का अच्छा लाभ लेना होगा ताकि वे स्वयं, संस्थान और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ब्रांड बने क्योंकि वर्तमान दौर में ‘जो दिखता है वह बिकता भी है’। उन्होंने कहा कि प्रिंटिग एंड पैकेजिंग, ग्राफिक्स एनिमेशन के विद्यार्थियों का ‘वर्ल्ड पिं्रटिग डे’ कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्लेसमेंट करवाया जायेगा।
ऑपरेशन एंड लीगल, आईपीएएमए से प्रंशात वत्स ने कहा कि डिजिटलाइजेशन ने प्रिंटिंग इंडस्ट्री को नया आयाम दिया है इसलिए विद्यार्थियों को तकनीकी की बारीकी पहलूओं पर अधिक ध्यान देना होगा ताकि जो प्रोडक्ट मार्केट में लाया जाये उसकी गुणवत्ता बनी रह सके।
इस अवसर प्रिंट  एसोसिएशन हिमाचल के प्रधान अजय कुमार ने कहा किसी भी कंपनी का प्रोडक्स उसकी ‘लुक’ के आधार पर ज्यादा लोगोें को आकर्षित करता है क्योंकि प्रोडक्स की ‘लुक’ प्रोडक्स की सुरक्षा पर आधारित होती है।
इस अवसर पर रीद्वी पैकेविल के निदेशक मुकेश जैन ने कहा कि प्रिंटिंग एंड पैकेजिग से जुड़ें उद्योग में कर्मचारियों की सुरक्षा की जैसे बड़ी अहमियत होती है वैसे ही किसी प्रोडक्टस की पैकजिंग भी अहमियत रखती है। इस अवसर पर पैकवेल कंटेनर के निदेशक राजीव गुलाटी ने कहा कि जीवन में जो सबसे तेज दौड़ता है उसी की जीत होती है इसी आधार पर प्रिंटिग एवं पैकेजिग इडस्ट्री कार्य करती है। इस अवसर पर नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (नार्थ जॉन) के प्रधान डॉ. रणनेश राणा ने कहा कि विद्यार्थियों जीवन में आगे बढ़ने के लिए नियमित रूप से पढ़ना और लिखते रहना होगा क्योंकि किसी प्रकार की सफलता की सीढी इन दो पहलुओं से होकर गुजरती है। इस अवसर पर राखी, निदेशक स्पेक्ट्रा अंबाला ने अपने विचार रखते हुए कहा कि पिं्रटिग एंड पैकेजिग उद्योग में आरंभ में एक वर्ष में अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है और उसके बाद आपको तमाम तरह की कार्याे को अच्छे मैनेज करना आ जाता हैं। कार्यक्रम के संयोजक कंवरदीप शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि यह कार्य संस्थान के विद्यार्थियों को आगे बढ़ाएगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम के दूसरे तकनीकी सेशन में प्रिंटिंग के विद्यार्थियों की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न कंपनियों और एसोसिएशनों ने आये मुख्य अतिथियों ने विद्यार्थियों के साक्षात्कार लिये।
इस अवसर पर संस्थान के सहायक प्राध्यापक डॉ. आबिद अली, डॉ. मधुदीप, डॉ. अभिनव, डॉ. तपेश किरण, डॉ. रोशन मस्ताना, गौरव कुमार, सचिन कुमार, अमित कुमार, कंचन शर्मा, राहुल अरोड़ा, अर्पणा, मोनिका, प्रिति, नितिन चावला, डॉ. सपना और तकनीकी सहायक डॉ. सतीश राणा, जितेंद्र रोहिल्ला और संस्थान के समस्त विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।
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संस्थान के छात्रों को इंडस्ट्रियल यूनिट बद्दी का मिला निमंत्रणः महक

बद्दी से आई महक ने संस्थान के छात्रों को इंडस्ट्रियल यूनिट बद्दी में कार्य करने के आमंत्रण दिया। उन्होंने बद्दी में अपने पैकेजिंग के अनुभव, पैकेजिंग व मार्केटिंग के बारे में छात्रों को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि वे अडानी ग्रुप के साथ काम कर रही हैं। उन्होंने इंडस्ट्री यूनिट के बारे में भी छात्रों को विस्तार से बताया।

विद्यार्थियों के आत्मविश्वास व उनकी रचनात्मकता नए आयाम प्रदान करती है कला प्रदर्शनीः विरेन्द्र चौधरी
कुवि के ललित कला विभाग में तीन दिवसीय सामूहिक कला प्रदर्शनी का शुभारंभ
कुरुक्षेत्र, 24 फरवरी।
 शाहबाद को-ऑपरेटिव शुगर मिल लिमिटेड, शाहबाद (मारकंडा) के प्रबंध संचालक  विरेंद्र चौधरी ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग में तीन दिवसीय सामूहिक कला प्रदर्शनी “फ्रेम्ड़ फैंटेसीज” का बतौर मुख्यातिथि उद्घाटन किया व प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि इस प्रकार की कला प्रदर्शनी न केवल विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी नए आयाम प्रदान करती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने कला कौशल को और अधिक निखारने के लिए प्रेरित किया और उन्हें राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया और उनकी प्रतिभा की सराहना की।
यह प्रदर्शनी ललित कला विभाग के तीन प्रतिभाशाली विद्यार्थी सुषमा, कनुप्रिया, रितिका द्वारा विभागाध्यक्ष डॉ. गुरचरण सिंह के निर्देशन में आयोजित की गई।
प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर ललित कला विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गुरचरण सिंह ने कहा कि यह प्रदर्शनी विभाग के विद्यार्थियों की रचनात्मकता, कल्पना शक्ति और तकनीकी कौशल को उजागर करती है।  इस प्रदर्शनी में छात्रा सुषमा द्वारा नई तकनीक का प्रयोग करते हुए अपने भविष्य की कामनाओं व सपनो को धुए वाले चित्र-कलाकृतियों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है जिससे आगंतुक व दर्शक काफी प्रभावित हुए व उसे खूब सराहा गया। छात्रा कनुप्रिया द्वारा ग्रामीण कला को एक मंच देने के प्रयास की भी काफी प्रशंसा की गई जिसमें उनके द्वारा विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया गया तथा अपने अनुभवों को कैनवस के माध्यम से प्रस्तुत किया। छात्रा रितिका ने भी अपनी चित्र-कलाकृतियों के माध्यम से ‘‘कुत्ते‘‘ जैसेे सामान्य व लावारिस जानवर के जीवन को चित्रित करते हुए उनके प्रति अपने स्नेह को व्यक्त किया है तथा समाज को जानवरों के प्रति करूणा व उदारता का संदेश दिया है।
इस अवसर पर डॉ ज्ञान चहल, डॉ जितेंद्र खटकड़ सहित विभाग के शिक्षकगण डॉ. पवन कुमार, डॉ. मोनिका गुप्ता, डॉ. राकेश बानी, डॉ. आर. के. सिंह, सोहन दक्ष, रवि व अनूप तथा विभाग के अन्य शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित रहे। यह कला प्रदर्शनी 27 फरवरी तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी। इस प्रदर्शनी में कला प्रेमियों, समीक्षकों और संग्राहकों के लिए एक सुनहरा अवसर भी है, जहाँ वे न केवल उत्कृष्ट कलाकृतियों का अवलोकन कर सकते हैं बल्कि उन्हें क्रय भी कर सकते हैं।

जापान की कलाकार ने दी लोक संगीत की शानदार प्रस्तुति
कुरुक्षेत्र, 24 फरवरी।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में सोमवार को संगीत एवं नृत्य विभाग द्वारा शास्त्रीय संगीत समारोह का आयोजन किया गया जिसमें जापान से आई मिकी शिमादा ने अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में जापान से आई मिकी शिमादा ने जापानी लोक संगीत सकूरा प्रस्तुत किया और साथ ही हिन्दुस्तानी संगीत का राग बिहाग प्रस्तुत किया। इसके बाद उन्होंने इसराज परराग पूरिया धनाश्री प्रस्तुत किया। पूर्व विभागाध्यक्षा प्रो. शुचिस्मिता ने कलाकार मिकी शिमादा और उनके पति कोजी का पुष्पगुच्छ से स्वागत करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम विभाग के विद्यार्थियों को परिश्रम करने की प्रेरणा देगा और उनमें नवीन ऊर्जा का संचार करेगा।
डॉ. अरूप चटर्जी ने तबले पर संगत दी और विभाग के विद्यार्थी हिमांशु जांगिड़ ने हारमोनियम पर साथ दिया। संगीत एवं नृत्य विभाग के विद्यार्थियों के लिए यह एक अलग अनुभव था। जापान की कलाकारा हिन्दुस्तानी संगीत को सीखने के लिए पूर्ण समर्पण भाव से लगी हुईं हैं। इससे विद्यार्थियों के मन में जापान के लोगों के लिए आदर के भाव पैदा हुए। साथ ही अपने संगीत की महानता भी उनके मन में उभर कर आयी कि हमारा संगीत विश्व के हर कोने में पहुँच रहा है और विदेशी लोग भी इसे सीख रहे हैं।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. अशोक शर्मा ने सभी अतिथियों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं शिक्षकों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर डॉ. पुरुषोत्तम कुमार ने मंच का संचालन किया। इस अवसर पर प्रो. शुचिस्मिता, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. हरविन्दर सिंह, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. दीपक शर्मा, डॉ. ज्ञान सागर सिंह, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. सीमा जोहरी, डॉ. सुधा मेहला, डॉ. नितिन शर्मा, डॉ. तरुण जोशी, डॉ. अरूप चटर्जी, डॉ. अमरजीत, डॉ. पूजा चौधरी, संजना रानी, शिखा धीमान आदि उपस्थित रहे।


विधि संस्थान में दीवानी मुकदमे की संरचना एवं सीपीसी के व्यवहारिक अनुप्रयोग पर हुई चर्चा

कुरुक्षेत्र, 24 फरवरी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में विधि संस्थान द्वारा सिविल कानून (दीवानी) पर कार्यशाला का आयोजन किया गया । संस्थान की निदेशिका प्रो. सुशीला देवी चौहान ने मुख्य अतिथि के रूप में एडवोकेट साहिल मंगला का पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह प्रदान कर अभिनंदन किया। अधिवक्ता एडवोकेट साहिल मंगला ने दीवानी मुकदमे की संरचना एवं सीपीसी के व्यवहारिक अनुप्रयोग एवं अपने अनुभवों का व्याख्यान किया और साथ ही वाद पत्र को दाखिल करने के बारे में गहनता से विचार विमर्श किया ।
कार्यशाला की संयोजिका डॉक्टर कृष्णा अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद किया और विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया ।
इस अवसर पर कार्यशाला के सहसंयोजक डॉ. संतलाल, उपनिदेशक डॉ. रमेश सिरोही, डॉ. जयकिशन भारद्वाज, डॉ. नीरज, डॉ. शालू अग्रवाल, डॉ. पूनम शर्मा, डॉ. अमित कंबोज, डॉ. जतिन, डॉ. सुमित, डॉ. सुरेंद्र, कर्मदीप, बसंत मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों आशुतोष, कुशाल, सिया ढींगरा, प्रीति चहल, पार्थ, भानु ने अहम भूमिका निभाई।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जियोलॉजी विभाग में कैंपस प्लेसमेंट के लिए साक्षात्कार आज
कुरुक्षेत्र, 24 फरवरी।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, के जियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ए.आर. चौधरी ने बताया कि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में जियोलॉजी विभाग द्वारा विद्यार्थियों की कैम्पस प्लेसमेंट के लिए साक्षात्कार का आयोजन किया जा रहा है। कैम्पस प्लेसमेंट के लिए डीएमआर हाइड्रो इंजीनियरिंग की सब्सिडियरी कंपनी डीएम कंसल्टिंग इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी विभाग के  एम.एस.सी व एम.टैक. एप्लाइड जियोलॉजी के विद्यार्थियों का चयन करने के लिए आ रही है।
प्रोफेसर एआर चौधरी ने बताया कि इससे पहले भी उनके विभाग के विद्यार्थी अलग-अलग सरकारी व गैर सरकारी कंपनियों व संस्थानों में जैसे कि ओएनजीसी, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया, आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया, वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ हिमालयन जियोलॉजी, इसरो, डीआरडीओ, वेदांता ग्रुप की कंपनी एचजेडएल, टोजो विकास आदि में चयनित होते रहे हैं।
विभाग में प्लेसमेंट सेल के इंचार्ज डॉ. नरेश कुमार व डॉ. सतीश कुमार ने विभाग में होने वाली प्लेसमेंट के लिए विद्यार्थियों को शुभकामनाएं प्रेषित की।

डॉ. संतोष कुमार दुबे बने एकेडमिक कांउसिल के सदस्य
कुरुक्षेत्र, 24 फरवरी।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के आदेशानुसार आईआईएचएस के असिस्टैंट प्रोफेसर डॉ. संतोष कुमार दुबे को 21 फरवरी 2025 से आगामी दो वर्ष के लिए एकेडमिक कांउसिल का सदस्य नामित किया गया है। यह जानकारी लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने दी।

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