कुरुक्षेत्र, 20 जनवरी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने 17 जनवरी 2025 को आयोजित कमेटी की बैठक में गोयल पुरस्कार 2023-24 की घोषणा विवरणिका का विमोचन किया। इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि देश में बेसिक साइंस व अप्लाईड साइंस में उन्नति एवं उत्कृष्ट योगदान के लिए भारतीय वैज्ञानिकों को गोयल पुरस्कार एवं युवा वैज्ञानिकों के लिए राजीब गोयल पुरस्कार से सम्मानित करना कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए बड़े गर्व का विषय है। अब इस घोषणा के माध्यम से 2023-2024 की अवधि के लिए युवा वैज्ञानिकों के लिए गोयल पुरस्कार और राजीब गोयल पुरस्कार के लिए नामांकन आमंत्रित किए गए हैं। नामांकन गूगल फॉर्म के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक/डिजिटल रूप से प्रस्तुत करने होंगे।
गोयल पुरस्कार आयोजन समिति की संयोजक प्रो. अनीता भटनागर ने बताया कि इन पुरस्कारों की स्थापना कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 1991 में श्रीराम एस. गोयल, शिकागो, यूएसए से एक अनिवासी भारतीय द्वारा अपने लंबे समय के मित्र प्रो. एस. पी. सिंह के परामर्श से की गई थी। चूंकि प्रो. सिंह विश्वविद्यालय में संकाय सदस्य थे, इसलिए इस उद्यम को शुरू करने के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को चुना गया।
उन्होंने बताया कि इन पुरस्कारों के अलावा, विश्वविद्यालय शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को मान्यता देने के लिए शांति पुरस्कार भी प्रदान करता है। यद्यपि श्री राम एस. गोयल अब हमारे बीच नहीं हैं, फिर भी हम दान देने वाले की इच्छा अनुसार इन पुरस्कारों की भावना को मूर्त रूप देने वाले उच्च मानकों और उद्देश्यों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि नामांकन गूगल फोर्म के साथ अपलोड की गई सामग्री की हार्ड कॉपी का एक सेट प्रोफेसर अनीता भटनागर, संयोजक, गोयल पुरस्कार, प्राणीशास्त्र विभाग, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र-136119 को पंजीकृत डाक के माध्यम से 31 मार्च, 2025 तक भेजा जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस घोषणा का विज्ञापन करंट साइंस में, विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी किया जाएगा और देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों, शोध प्रयोगशालाओं और संस्थानों में व्यापक प्रसार के लिए भेजा जाएगा।
इस असवर पर प्रो. हरि सिंह, प्रो. एनके माटा, प्रो. सुनील ढींगरा, प्रो. अनिता भटनागर, प्रो. संजीव अरोड़ा तथा डॉ. संगीता सैनी मौजूद रही।

बॉक्स
गोयल पुरस्कार के लिए 2 लाख व राजीब गोयल के लिए 1 लाख रुपये का पुरस्कार

गोयल पुरस्कार आयोजन समिति की संयोजक प्रो. अनीता भटनागर ने बताया कि अप्लाईड साइंस, रासायनिक विज्ञान, जीवन विज्ञान और भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में दिए जाने वाले गोयल पुरस्कारों में 2 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक पदक और एक प्रशस्ति पत्र शामिल है। वहीं इन्हीं क्षेत्रों के लिए युवा वैज्ञानिकों के लिए राजीब गोयल पुरस्कार के तहत 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक पदक और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है और यह विशेष रूप से 45 वर्ष से कम आयु के वैज्ञानिकों के लिए है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *