जयपुर से लौटने पर डा. जय भगवान सिंगला का जोरदार स्वागत हुआ
कुरुक्षेत्र, 17 जनवरी : कुरुक्षेत्र के प्रमुख उद्योगपति, प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं साहित्यकार डा. जय भगवान सिंगला को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार मिला है। सुप्रसिद्ध साहित्यिक संस्था जयपुर साहित्य संगीति द्वारा जयपुर में आयोजित एक भाव भव्य साहित्यिक कार्यक्रम में डा. जय भगवान सिंगला को उनकी कृति याद सुहानी गांव की के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार दिया गया है। इस पुरस्कार के लिए हजारों साहित्यकारों ने अपनी अपनी पुस्तकें इस प्रतिस्पर्धा के लिए भेजी थी लेकिन डा. जय भगवान सिंगला की कृति याद सुहानी गांव की को निर्णायक मंडल ने प्रथम स्थान दिया गया। उल्लेखनीय है कि पेशे से हरियाणा के जाने-माने चावल मिल मालिक और हरियाणा ही नहीं उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध ख्याति प्राप्त समाजसेवी डा. जय भगवान सिंगला ने दैवी कृपा से साहित्य लेखन में प्रवेश किया था और उनकी अब तक 50 से अधिक पुस्तकें आ चुकी हैं। डा. जय भगवान सिंगला कुरुक्षेत्र में प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं संचालक हैं और पिछले 25 वर्षों से निस्वार्थ भाव से वृद्धाश्रम में बुजुर्गों की सेवा कर रहे हैं। वे ऐसे बुजुर्गों की सेवा कर रहे हैं जिन को उनके अपने ही बच्चों ने ठुकरा दिया और घरों से निकाल सड़क पर बैठा दिया। यही नहीं इस श्रेणी में डा. सिंगला ने 165 से अधिक बुजुर्गों को उनके बच्चों को समझा कर उनकी सहमति से उन के वापस घरों में भेजा है। यह भी उल्लेखनीय है कि डा. जय भगवान सिंगला के साहित्य पर तीन विश्वविद्यालयों के तीन शोधार्थी शोध कर रहे हैं और लगभग आधा दर्जन ने एम.फिल. की है। इस प्रथम पुरस्कार का श्रेय डा. सिंगला ने अपने इष्ट देव को दिया जिन्होंने उन्हें साहित्य लेखन में पदार्पण करने की प्रेरणा दी और शक्ति दी। जयपुर से लौटने पर कुरुक्षेत्र में डा. जय भगवान सिंगला का जोरदार स्वागत किया गया। उनको शुभकामनाएं एवं बधाई देने वालों का उनके घर पर तांता लगा हुआ है।
फोटो परिचय : डा. जय भगवान सिंगला लेते हुए एवं सम्मानित होने वाले देश के अन्य प्रमुख साहित्यकारों के साथ।