दो दिवसीय शिक्षा महाकुंभ में प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों ने प्रतिभागिता
उद्यमिता एवं कौशल को लेकर मॉडल किए प्रस्तुत
कुरुक्षेत्र, 16 दिसम्बर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डॉ. आरके सदन के प्रांगण में सोमवार को दो दिवसीय शिक्षा महाकुंभ के शुभारम्भ अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक एवं आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ सतीश कुमार ने प्रदेश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों द्वारा उद्यमिता एवं कौशल विकास को लेकर लगाए गए स्टॉल का उद्घाटन एवं निरीक्षण करते हुए कहा कि कौशल विकास एवं उद्यमिता वर्तमान समय की मांग है। उन्होंने कहा कि कौशल एवं उद्यमिता के माध्यम से ही नव भारत निर्माण एवं आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नवाचार के माध्यम से समाज की कई प्रकार की समस्याओं को हम सुलझा सकते हैं। इस अवसर पर सभी अतिथियों ने मां सरस्वती के समक्ष पुष्प अर्पित कर स्टॉल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, कुवि कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, आरएसएस वरिष्ठ प्रचारक विजय कुमार नड्डा, शिक्षाविद् देशराज शर्मा, माई होम इंडिया के फांउडर एवं राजनीतिज्ञ सुनील देवधर, प्रांत प्रचारक सुरेन्द्र कुमार, विद्या भारती संस्थान के अवनीश भटनागर, अध्यक्ष ऋषिराज वशिष्ठ, डॉ. शमशेर सिंह, उपाध्यक्ष चेतराम, नोडल ऑफिसर एवं यूआईईटी निदेशक प्रो. सुनील ढींगरा, लोक सम्पर्क विभाग की उपनिदेशक डॉ. जिम्मी शर्मा, डॉ. जितेश पांडे, डॉ. अर्चना, डॉ. राजेश अग्निहोत्री, मनोज तेवतिया, शिक्षा शर्मा, डॉ. पवन दिवान, डॉ. धीरेन्द्र, कृष्णा पांडे, डॉ. दिग्विजय सिंह, हरिकेश पपोसा सहित गणमान्य मौजूद रहे।
शैक्षणिक संस्थानों की प्रतिभागिता
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डॉ. आरके सदन के प्रांगण में नवाचार एवं उद्यमिता को लेकर प्रदेशभर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों द्वारा स्टाल लगाए गए। इन स्टॉल में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा उन्नत बीज खेती, प्राकृतिक खेती सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई। वहीं विद्या भारती हरियाणा के तहत गीता निकेतन आवासीय विद्यालय कुरुक्षेत्र, शिक्षा भारती विद्यालय, रामनगर, रोहतक के विद्यार्थियों ने नवाचार आधारित विज्ञान एवं तकनीक संबंधी मॉडल को प्रस्तुत कर विस्तृत जानकारी दी।
इसके साथ ही अन्य स्टॉल में हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय, महेन्द्रगढ़, श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र, भगतफूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुर कलां, सोनीपत, केन्द्रीय विश्वविद्यालय पंजाब, भटिंडा, भक्ति वेदान्ता संस्थान, कोलकाता, डिपार्टमेंट ऑफ होलिस्टिक एजुकेशन, चंडीगढ़, दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय, मुरथल, सीबीएलयू, भिवानी, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, मोहाली, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक, गुरुग्राम विश्वविद्यालय, सीएसआईआर, चंडीगढ़ सहित अन्य शैक्षणिक संस्थानों ने प्रतिभागिता की।