मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गीता ज्ञान संस्थानम में दिव्य गीता सत्संग का किया शुभारंभ, पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा, राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने भी किया पवित्र ग्रंथ गीता को नमन, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद के आर्शीवाद से किया जा रहा है दिव्य गीता सत्संग
कुरुक्षेत्र 7 दिसंबर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा से पूरे विश्व में पवित्र ग्रंथ गीता का प्रकाश फैल रहा है। इस पवित्र ग्रंथ गीता से पूरी मानव जाति को कर्म और ज्ञान का संदेश मिल रहा है। इतना ही नहीं पूरी मानवता की समस्याओं का समाधान करने का मार्ग भी इस ग्रंथ में समाहित है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शनिवार को देर गीता ज्ञान संस्थानम केंद्र में आयोजित दिव्य गीता सत्संग के चौथे दिन के कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा, राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, ब्रहमस्वरुप ब्रहमचारी, स्वामी गुरुशरणानंद जी महाराज, जैन संप्रदाय से विवेक मुनी महाराज, प्रकाशानंद महाराज, सपूंर्णानंद जी महाराज ने दीपशिखा प्रज्जवलित करके दिव्य गीता सत्संग के चौथे दिन के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह परम सौभाग्य है कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पवित्र ग्रंथ गीता का उदगम हुआ और यह ग्रंथ सर्वमानव जाति के लिए कर्म और ज्ञान का संदेश दे रहा है।
उन्होंने कहा कि इस पवित्र ग्रंथ गीता से पूरी मानवता को हर विकट परिस्थिति में सही मार्ग पर चलने का ज्ञान मिल रहा है। इस ग्रंथ में हर व्यक्ति को सही मार्ग पर चलने का संदेश मिलता है। इस पवित्र ग्रंथ गीता को पूरी दुनिया में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के प्रयासों से जानने का अवसर मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5151 गीता जयंती पर महोत्सव को बड़े स्तर पर मनाने का संकेत दिया था। इसके उपरांत कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव को वर्ष 2016 से बड़े स्तर पर मनाया जा रहा है और इस पावन धरा से पूरी दुनिया को पवित्र ग्रंथ गीता को जानने का अवसर मिल रहा है। इस महोत्सव को विदेशों में मनाया जा रहा है। इस वर्ष सहयोग देश के रुप में तंजानिया और सहयोगी राज्य के रुप में ओडिशा भाग ले रहा है। इस महोत्सव में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है और ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से पूरी दुनिया जुड़ चुकी है। इसके साथ ही हर जिले में भी गीता जयंती को लेकर 3 दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने गौ सरंक्षण पर भी विशेष फोकस रखा है और गौ सम्मेलन के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसके साथ ही गौशालाओं का बजट 400 करोड़ रुपए करने का काम किया, जिसके कारण कई नई गौ शालाए खुल रही है ताकि गौ माता बेसहारा ना रहे। गीता मनीषी स्वाामी ज्ञानानंद ने कहा कि भगवान की हर लीला में गीता का तत्व छिपा हुआ है। गीता भी गोविंद की एक लीला है, जब धृतराष्टï्र पुत्र मोह में फंस गया और अपने भाई के पुत्रों को हक नहीं दिया तब भगवान ने यह लीला रची। भगवान श्री कृष्ण ने उसे गीता के माध्यम से विश्व कल्याण हेतू गीता का संदेश दिया और अर्जुन की समस्या का समाधान किया। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव को बड़ा स्वरुप मिला और पूरे विश्व में गीता जयंती को भव्यता के रुप में मनाया जा रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, चेयरमैन धर्मवीर डागर, भाजपा के जिलाध्यक्ष सुशील राणा, भाजपा के वरिष्ठï नेता जयभगवान शर्मा डीडी, मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी सदस्य विजय नरुला, मीडिया प्रभारी रामपाल शर्मा, गुरदयाल सुनहेड़ी, रविंद्र सांगवान, सौरभ चौधरी, कैप्टन परमजीत सिंह, डा. ऋषिपाल मथाना, अशोक रोशा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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