पदम श्री अवार्ड से सम्मानित पंजाब की शिल्पकार लाजवंती पहुंची महोत्सव में, संत कबीर और नेशनल सर्टिफिकेट अवार्डी भी पहुंचे महोत्सव में, 3 स्टेट अवार्डी शिल्पकारों की शिल्पकला कर रही है पर्यटकों को आकर्षित
कुरुक्षेत्र 3 दिसंबर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में पद्मश्री, राष्ट्रीय, स्टेट और संत कबीर अवार्ड से सम्मानित शिल्पकारों ने अपनी शिल्पकला को लेकर पहुंचे है। इस शिल्पकला से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की बगिया अलग-अलग शिल्पकलाओं के संगम से महक उठी है। इस शिल्पकला की बगिया में उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केंद्र पटियाला की तरफ से 1 पद्मश्री अवार्डी, 10 राष्ट्रीय अवार्डी, 2 सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट अवार्डी, 2 संत कबीर अवार्डी और 3 स्टेट अवार्डी अपने-अपने प्रदेश की शिल्पकला को लेकर आए है।
उपायुक्त नेहा सिंह ने आज यहां बातचीत करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में एनजेडीसीसी की तरफ से देश के जाने-माने शिल्पकारों को बुलाया गया है। इस महोत्सव में पंजाब, पटियाला की लाजवंती को एम्ब्रोडरी की शिल्पकला के क्षेत्र में भारत सरकार की तरफ से पदमश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इस शिल्पकार ने स्टॉल नंबर 41 पर अपनी शिल्पकला को रखा है। इसके साथ ही छतीशगढ़ से वर्ष 2014 में राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित शिल्पकार मोहम्मद अजहर ने स्टॉल नंबर 72 पर हैंड प्रिंटिंड टेक्सटाइल, वर्ष 2011 में राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित जेएंडके यूटी से शिल्पकार सजाद अहमद सोफी ने स्टॉल नंबर 82 पर शॉल व अन्य समान, राष्ट्रीय अवार्डी शिल्पकार निसार अहमद ने स्टॉल नंबर 163 पर शॉल व अन्य समान, राष्ट्रीय अवार्डी संत लाल ने स्टॉल नंबर 176 पर कोसा साड़ी को सजाया है।
उन्होंने कहा कि मैनूदीन अंसारी ने स्टॉल नंबर 178 पर कानपूरी जमदानी व साड़ी, निसार अहमद ने स्टॉल नंबर 241 पर शॉल, दयाचंद ने स्टॉल नंबर 243 पर टेराकोटा, सजाद अहमद ने स्टॉल नंबर 274 पर शॉल व अन्य समान, मंजर हुसैन ने स्टॉल नंबर 293 पर शॉल व अन्य समान, मुश्ताक अहमद खान ने स्टॉल नंबर 306 पर शॉल व अन्य शिल्पकला को रखा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से शिल्पकारों के लिए तमाम व्यवस्थाएं की गई है। इन शिल्पकारों के रहने और खाने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
3 स्टेट अवार्डी शिल्पकारों की शिल्पकला कर रही है पर्यटकों को आकर्षित
एनजेडसीसी के अधिकारी जरनैल सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केंद्र पटियाला की तरफ से महोत्सव के शिल्प मेले में 3 स्टेेट अवार्डी शिल्पकार पहुंचे है। इनमें उतराखंड से कांता ने अपना स्टॉल 175 नंबर पर सजाया है। यह शिल्पकार टेक्सटाइल एंड हैंड एम्बोडरी की शिल्पकला को लेकर पहुंची है। इसके अलावा बिहार के शिल्पकार मोहम्मद अबू सलीम अंसारी ने स्टॉल नंबर 234 पर शॉल और सूट सजाए है। उन्होंने कहा कि महाराष्टï्र के शिल्पकार तालिब कबीर फहीम ने स्टॉल नंबर 281 पर जरी व जरी से बने उत्पाद रखे है।
संत कबीर और नेशनल सर्टीफिकेट अवार्डी भी पहुंचे महोत्सव में
एनजेडसीसी के अधिकारी जरनैल सिंह का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में शिल्पकला के मंच पर 2 शिल्पकार संत कबीर अवार्डी, 2 शिल्पकार सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट राष्ट्रीय भी पहुंचे है। इस महोत्सव में तेलांगना के रपोले रामालिंगम ने स्टॉल नंबर 85 पर हैंडलूम के उत्पाद रखे है। इस शिल्पकला के लिए उन्हें वर्ष 2026 में संत कबीर अवार्ड मिला है। इस महोत्सव में उत्तर प्रदेश से भी वर्ष 2018-19 में संत कबीर अवार्ड से सम्मानित नदीम अंसारी दरी, कारपेट और बैड सीट की शिल्पकला लेकर पहुंचे है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश से सर्टीफिकेट ऑफ मेरिट अवार्ड 2013 में हासिल करने वाले शिल्पकार राधे-श्याम रंबा करनाल से लैमिनेशन ज्वैलरी लेकर पहुंचे है और इनको स्टॉल नंबर 142 दिया गया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के शिल्पकार मोहम्मद नासिम ने स्टाल नंबर 333 पर जरी वाली साड़ी की शिल्पकला को रखा है। इस शिल्पकार को भी वर्ष 2010 में नेशनल मेरिट सर्टिफिकेट से नवाजा गया है।

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