कुरुक्षेत्र, 27 नवम्बर।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा  बुधवार को इनोवेशन, एन्टरप्रेन्योरशिप एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट विज़न/2047 विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। उद्घाटन सत्र

की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रो. वी.के. बिश्नोई, मुख्य वक्ता प्रो. राजन अनेजा और विशिष्ट अतिथि वी. शेखर अवस्थी को पुष्प भेंट करने के साथ की गई, जिसके बाद दीप प्रज्वलन और देवी सरस्वती को पुष्पांजलि अर्पित की गई ।  संगोष्ठी निदेशक प्रो. महाबीर नरवाल ने सभी का स्वागत किया और संगोष्ठी का विषय प्रस्तुत किया। सेमिनार की आयोजन सचिव डॉ. रश्मि चौधरी द्वारा सेमिनार के उद्घाटन सत्र की शुरुआत की गयी। विशिष्ट अतिथि वी. शेखर अवस्थी ने देश के सतत् विकास में नवाचार और उद्यमिता के महत्व पर जोर दिया तथा भारत को विजन/2047 की प्राप्ति की दिशा में ले जाने की क्षमता पर प्रकाश डाला । मुख्य वक्ता प्रोफेसर रंजन अनेजा ने स्टार्ट-अप, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी, वित्त और वित्तीय समावेशन, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय प्रौद्योगिकी और हरित ऊर्जा की सुविधा प्रदान करके देश के विकास में तकनीकी नवाचारों के महत्व को समझाया । उन्होंने इस मार्ग से जुड़ी चुनौतियों पर भी जोर दिया । सेमिनार के मुख्य अतिथि प्रोफेसर वी. के. बिश्नोई ने अपने संबोधन में देश के सतत विकास में अभिनव अनुसंधान के महत्व और अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार पर जोर दिया । कार्यक्रम में वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय की डीन, प्रो. नीलम ढांडा ने सतत विकास में उद्यमिता और नवाचार के महत्व को समझाया और इस तरह के प्रासंगिक विषय पर सेमिनार आयोजित करने के लिए विभाग को बधाई दी । उद्घाटन सत्र के अंत में प्रो. सुभाष चंद ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया ।

उद्घाटन सत्र के बाद प्लेनरी सत्र की शुरुआत प्रो. अजय सुनेजा द्वारा की गयी । इस सत्र के मुख्य अतिथि कमल खत्री और परविंदर सिंह रहे । अपने संबोधन में उन्होंने उद्यमशीलता की भूमिका और हमारे देश के विकास में इसके योगदान पर प्रकाश डाला । प्लेनरी सत्र के बाद वाणिज्य विभाग में सेमिनार के तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया । इस सत्र में प्रो. एस.एस. नारता, डॉ. अमर इन्दर सिंह, डा. राजपाल सिंह, डा. बी. बी. सिंगला, ओ. पी. वर्मा एवं डॉ. मनोज कुमार मुख्य अतिथि रहे । इस तकनीकी सत्र में विभिन्न क्षेत्रों से आए शोधार्थियों, अध्यापकों व विद्यार्थियों ने सेमिनार के थीम से संबंधित पत्र प्रस्तुत किये । तकनीकी सत्र के अंत में सत्र में उपस्थित अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

कुवि के 10 हरियाणा बटालियन एनसीसी ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कैडेट्स को किया प्रेरित
कुरुक्षेत्र, 27 नवम्बर। 
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के हरियाणा 10 हरियाणा बटालियन एनसीसी ने देश के वीर शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। यह आयोजन लघु सचिवालय कुरुक्षेत्र में स्थित शहीद समारक में किया गया जिसमें एनसीसी के अधिकारियों, कैडेट्स और गणमान्य व्यक्तियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य देशभक्ति की भावना को सुदृढ़ करना और शहीदों के बलिदान को याद करना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लेफ्टिनेंट कर्नल नितीश कुमार, प्रशासनिक अधिकारी, 10 हरियाणा बटालियन एनसीसी ने की। उनके साथ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट वीरेंदर पाल, सूबेदार मेजर विनोद कुमार, सूबेदार सरजीत सिंह, हवलदार अमनदीप, बलजिंदर सिंह, जगमिंदर सिंह, और देवेंदर पाल सिंह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत शहीदों की याद में मौन रखकर और पुष्प अर्पित करके की गई। इसके बाद कैडेट्स और अधिकारियों ने शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त किया।
लेफ्टिनेंट कर्नल नितीश कुमारने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा, “शहीदों के बलिदान से हमें यह सीख मिलती है कि देश सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। हमें अपने जीवन में उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए और राष्ट्रहित के प्रति समर्पण का भाव रखना चाहिए।
लेफ्टिनेंट वीरेंदर पाल ने कैडेट्स को आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “एनसीसी केवल एक प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह कैडेट्स को देशभक्ति, अनुशासन और नेतृत्व कौशल से लैस करने का एक सशक्त माध्यम है।  कार्यक्रम के दौरान, वरिष्ठ अधिकारियों ने एनसीसी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह संगठन युवाओं में राष्ट्र निर्माण और सामाजिक जिम्मेदारी का बीज बोने का कार्य करता है। सूबेदार मेजर विनोद कुमार और अन्य अधिकारियों ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए शहीदों के बलिदान को स्मरण करने और उनकी प्रेरणा से जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की अपील की।
कार्यक्रम के अंत में, सभी उपस्थित लोगों ने एकजुट होकर राष्ट्रगान गाया और शहीदों की स्मृति में दीप जलाए।
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कार्यक्रम का महत्व

इस आयोजन ने एनसीसी कैडेट्स को न केवल देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत किया बल्कि उन्हें शहीदों के बलिदान की ऐतिहासिक और नैतिक जिम्मेदारियों का अहसास भी कराया। अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के आयोजन युवा पीढ़ी को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने और देश के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
कुवि के आईआईएचएस, गृहविज्ञान विभाग की छात्राओं ने किया आंगनवाड़ी केंद्र, स्त्री रोग केंद्र और वृद्धाश्रम का दौरा
कुरुक्षेत्र, 27 नवम्बर। 
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आईआईएचएस के गृहविज्ञान विभाग  की छात्राओं तथा शिक्षिकाओं डॉ. रजनी गोयल, मंजू नरवाल, शक्ति और अनु ने नर्सरी स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, स्त्री रोग केंद्र और वृद्धाश्रम का दौरा किया। इस शैक्षणिक यात्रा का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना और समाज के विभिन्न आयामों को नजदीक से समझना था
इस दौरान उन्होंने रुकमन कॉन्वेंट स्कूल में बच्चों की देखभाल और शिक्षण तकनीकों का अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों के साथ संवाद किया और उनकी शारीरिक और मानसिक विकास गतिविधियों को समझा तथा कल्याण नगर, थानेसर के आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर वहां की व्यवस्थाओं, पोषण योजनाओं और बच्चों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण किया। इसके अलावा बच्चों ने सिग्नस अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में गर्भवती महिलाओं और नई माताओं की देखभाल के तरीकों की जानकारी ली। उन्होंने डॉक्टरों और नर्सों से बातचीत कर मातृ स्वास्थ्य से संबंधित सवाल पूछे। इस दौरान डॉक्टर वंदना एवं डॉक्टर सविता शर्मा ने छात्राओं के साथ महिलाओं से संबंधित विभिन्न रोगों के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। सभी छात्राओं में प्रेरणा वृद्ध आश्रम का दौरा किया जहाँ वे बुजुर्गों के साथ रूबरू हुए और उनकी जीवनशैली व समस्याओं को समझा। छात्राओं ने बुजुर्गों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया, जिससे उन्हें अपार प्रसन्नता मिली और अपनेपन का एहसास महसूस हुआ मिली।
शिक्षकों ने छात्रों को बुजुर्गों के लिए अपनी भूमिका और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया। विभागाध्यक्ष डॉ. रजनी गोयल ने कहा कि ऐसी शैक्षणिक यात्राएं छात्रों में संवेदनशीलता और व्यावहारिक ज्ञान का विकास करती हैं।
इस दौरे ने छात्राओं को समाज की सेवा में योगदान देने के लिए प्रेरित किया और उन्हें वास्तविक जीवन के अनुभवों से सीखने का अवसर प्रदान किया।
कुवि में 30 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा अंतरविभागीय रिफ्रेशर कोर्स
कुरुक्षेत्र, 27 नवम्बर।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूजीसी-मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र तथा समाजकार्य विभाग के सहयोग से 18 नवंबर से 30 नवम्बर 2024 तक 2 सप्ताह का ऑनलाइन अंतरविभागीय रिफ्रेशर कोर्स ऑन रिसर्च मेथोडोलॉजी इन सोशल साइंसेज आयोजित किया जा रहा है। यह कोर्स प्रतिभागियों के शोध कौशल को बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न शोध विधियों और उपकरणों का व्यापक ज्ञान प्रदान करता है, जो समाजिक विज्ञानों से संबंधित हैं। इस कोर्स में विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ मार्गदर्शन देंगे, और शोध डिज़ाइन, डेटा संग्रहण विधियाँ, गुणात्मक और मात्रात्मक शोध, और आधुनिक तकनीकों जैसे एआई, मशीन लर्निंग, और जीआईएस के उपयोग पर चर्चा करेंगे।
कोर्स की शुरुआत 18 नवम्बर से हो चुकी है। इस रिफ्रेशर कोर्स में कृतिराज दादाराव सी. द्वारा रिसर्च के बुनियादी सिद्धांत, प्रो. सुनीता नमबियार द्वारा रिसर्च समस्या का गठन और डॉ. सारु जोशी द्वारा समाज विज्ञान में शोध डिज़ाइन पर सत्र होंगे। अगले कुछ दिनों में प्रतिभागी प्रो. भाग सिंह के साथ हाइपोथीसिस का निर्माण, प्रो. एस. के. चहल के साथ ऐतिहासिक शोध विधि, और डॉ. नम्रता लुहार के साथ डेटा संग्रहण के उपकरणों का विकास करेंगे। इसके अतिरिक्त, डॉ. मुरलीधरन के साथ शोध में एआई और मशीन लर्निंग का उपयोग, डॉ. मनोज राणा के साथ डेटा विश्लेषण और प्रसंस्करण, और प्रो. सुनीता नमबियार के साथ शोध में नैतिकता पर सत्र होंगे।
कोर्स में अन्य महत्वपूर्ण सत्रों में डॉ. अर्नाेब बर्मुडोई के साथ ओपन सोर्स डेटा का उपयोग, प्रो. प्रियंका शर्मा के साथ साइकोमेट्रिक परीक्षण निर्माण, और डॉ. हरदीप लाल जोशी के साथ समाजिक विज्ञान में एसपीएसएस का उपयोग शामिल हैं। प्रतिभागी प्रो. शिवानी मिश्रा से मिक्स्ड मेथड रिसर्च के बारे में सीखेंगे, डॉ. अर्चना चौधरी रिग्रेशन विश्लेषण और प्रो. दिलीप सिंह पटेल उच्च शिक्षा में विस्तार कार्य के महत्व पर चर्चा करेंगे।
कोर्स में रिसर्च प्रपोजल लेखन, नमूना और इसके प्रकार, और प्लेगरिज्म एवं कॉपीराइट उल्लंघन पर भी व्यावहारिक जानकारी दी जाएगी। यह सत्र प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक चलेंगे, जिससे प्रतिभागियों को विशेषज्ञों से महत्वपूर्ण ज्ञान प्राप्त होगा और उनके शोध कौशल में सुधार होगा।

कुवि में एनसीसी व एनएसएस स्वयं सेवकों द्वारा चलाया गया सफाई अभियान
कुरुक्षेत्र, 27 नवम्बर।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में बुधवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में  विशेष सफाई अभियान का आयोजन किया गया जिसमें एनसीसी के 130 कैडेट्स, एनएसएस के 30 स्वयंसेवकों और स्वच्छता व उद्यान विभाग के कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस पहल का उद्देश्य परिसर को स्वच्छ और पर्यावरणीय रूप से स्थायी बनाना था।
सफाई अभियान की शुरुआत जवाहरलाल नेहरू पुस्तकालय के आसपास के क्षेत्रों की सफाई से की गई। प्रतिभागियों ने परिसर के मुख्य स्थलों पर सफाई करते हुए रोज़ गार्डन और विश्वविद्यालय के दूसरे गेट तक का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने न केवल कूड़ा-करकट हटाया, बल्कि आसपास के इलाकों को व्यवस्थित और स्वच्छ बनाने का भी प्रयास किया।
सफाई अभियान के दौरान प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्रोफेसर डी.एस. राणा ने कहा स्वच्छता केवल एक अभियान नहीं, बल्कि हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है। हम सभी को अपने आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए। यह न केवल पर्यावरण को बेहतर बनाएगा, बल्कि हमारे जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार करेगा। प्रोफेसर रीटा दलाल ने भी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता ही समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। उन्होंने प्रतिभागियों की सराहना की और कहा कि ऐसे अभियान न केवल परिसर को स्वच्छ बनाते हैं, बल्कि व्यक्तिगत रूप से हमें स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी का अहसास भी कराते हैं।
इस अवसर पर एनएसएस समन्वयक डॉ. आनंद, डॉ. वीरेंद्र पाल, डॉ. वीर विकास, डॉ. संदीप, और डॉ. सोमवीर जाखड़ की उपस्थिति ने प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाया।

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