1977 में राजौंद हल्के से जनता पार्टी के विधायक बने थे गुलजार सिंह मान
करनाल, 27 नवंबर : हरियाणा में सेवा और स्वच्छ राजनीति के प्रतीक पूर्व विधायक गुलजार सिंह मान का आज निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। उन्हें शहर के सभी वर्ग के लोगों ने भावभीनी अंतिम विदाई दी। उनका नश्वर शरीर जुंडला गेट स्थित शिवपुरी में पंचतत्व में विलीन हो गया। उनको मुखाग्नि उनके बेटे रविन्द्र मान एडवोकेट ने दी। गुलजार सिंह मान 1977 में राजौंद हल्के से जनता पार्टी के विधायक के रूप में निर्वाचित हुए थे। वह पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह और पूर्व उपप्रधान मंत्री देवीलाल के राजनीतिक तौर पर शिष्य थे। अंतिम समय वह इनेलो में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के साथ जुड़े हुए थे। उन्हें पद और धन का लालच कभी कर्तव्य पद से नहीं डिगा पाया। बताते है कि जब 1979 में तत्कालीन तौर पर चौ.देवी लाल की सरकार को भजन लाल ने तोड़ दिया था। उस समय गुलजार सिंह मान ऐसे विधायक थे। जिन्होंने सभी लालचों को ठुकरा कर देवी लाल का साथ दिया। उनकी ईमानदारी की मिसाल चौ. चरण सिंह और देवी लाल सार्वजनिक तौर पर देते थे। उन्होंने एक बार देवी लाल का साथ पकड़ा और अंत तक वह इनेलो में रहे। गुलजार सिंह मान के बारे में कहा जाता है कि वह किसान, गरीब व मजदूर के हितैषी थे। सारी उम्र वह उनकी भलाई में लगे रहे। वह गांव घोघड़ीपुर के लगातार तीन बार सरपंच रहे। उनके परिवार में उनका बेटा एडवोकेट है। पुत्रवधू राजकीय पीजी कॉलेज में प्राध्यापिका है। जबकि उनकी एक बेटी डॉक्टर और एक बेटी प्रोफेसर है। मान के निधन पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला, राष्ट्रीय महासचिव अभय चौटाला,पूर्व विधायक ओमप्रकाश बेरी, विधानसभा स्पीकर हरविन्द्र कल्याण, पूर्व विधायक सुमिता सिंह, तरलोचन सिंह सहित विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक लोगों ने शोक व्यक्त किया।