मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एक कलम से अनुसूचित जाति के आरक्षण में वर्गीकरण करके समाज के लाखों लोगों का जीता दिल, 24 नवम्बर को जीन्द की धरा पर सरकार की तरफ से मनाई जा रही है राज्य स्तरीय वाल्मिकी जयन्ती, समाज के लाखों लोग मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का करेंगे सम्मान, कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी का अम्बाला पहुंचने पर किया भव्य व जोरदार स्वागत
अंबाला, 18 नवम्बर।
 हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि प्रदेश की 90 विधानसभाओं से पूरे जोश और उत्साह के साथ लाखों लोग 24 नवम्बर को जीन्द के ऐतिहासिक एकलव्य में पहुंचेगें। इस ऐतिहासिक मैदान में प्रदेश सरकार की तरफ से 24 नवम्बर को भगवान वाल्मिकी की राज्यस्तरीय जयन्ती का आयोजन किया जाएगा। अहम पहलू यह है कि इस पावन पर्व पर समाज के लाखों लोग मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का मान सम्मान करेंगे।
कैबिनेट मंत्री सोमवार को भाजपा जिला कार्यालय में आयोजित अभिन्नदन समारोह में बोल रहें थे। इससे पहले कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी का कैबिनेट मंत्री बनने के बाद अम्बाला पहुंचने पर पूर्व मंत्री संतोष सारवान, भाजपा के जिला अध्यक्ष मनदीप राणा, भाजपा युवा नेता गौरव बेदी, जिला महामंत्री गोल्डी सैनी, जिला महामंत्री विवेक गुप्ता, ओबीसी मोर्चा के उपाध्यक्ष रमेशपाल नोहनी, भाजपा नेता मोहन लाल बग्गन, भाजपा नेता संजीव कुमार, सुरेश कुमार सहोता, पूर्व मेयर रमेश मल, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष वीनू गर्ग, महिला मोर्चा की जिला महामंत्री सोनिया प्रोर्चा, एससी मोर्चा के मडल अध्यक्ष दीपक, पीपी सिंह, राकेश केसरी, जसबीर मुलाना, देवेन्द्र लक्की, सोनिया, अंजलि सहित हजारों कार्यकत्ताओं और समाज के गणमान्य लोगों ने फूल मालाओं से भव्य और जोरदार स्वागत किया ।
कैबिनेट मंत्री ने अनुसूचित जाति के आरक्षण में वर्गीकरण के लिए संघर्ष करने वाले समाज के महान लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बुजुर्गो के संघर्ष के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एक कलम से कैबिनेट की बैठक में अनुसूचित जाति के आरक्षण में वर्गीकरण के अहम फैसले को लागू करने का काम किया। इस आरक्षण के लिए बड़े स्तर पर आंदोलन किए गए और आरक्षण में वर्गीकरण लागू भी हुआ लेकिन पंजाब में 1975 में इस फैसलें को तुरन्त लागू कर दिया था। परन्तु हरियाणा में अक्तूबर 1994 में इस फैसले को लागू किया लेकिन वर्ष 2005 में कांग्रेस की सरकार ने आरक्षण में वर्गीकरण का लाभ देना बंद कर दिया। हालांकि कोर्ट ने भी केवल रोजगार के लिए इस फैसले पर रोक लगाई थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने शिक्षण संस्थानों में भी आरक्षण पर रोक लगाने का काम किया। इस लिए मजबूरन अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा और सर्वोच्च न्यायालय ने अगस्त 2024 में आरक्षण में वर्गीकरण का फैसला समाज के हक में किया।
उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रत्तीभर भी देर नहीं लगाई और एक कलम से आरक्षण के वर्गीकरण का फैसला लागू कर दिया। इससे समाज के लोगों को बहुत बड़ा फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस अहम फैसले पर नेक नीति से काम करने वाले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का 24 नवम्बर को जीन्द के एकलव्य खेल मैदान पर आयोजित होने वाले वाल्मिकी जयन्ती समारोह में लाखों लोगों द्वारा सम्मान किया जाएगा। इस लिए 24 नवम्बर को हर विधानसभा से कम से कम 1000 व्यक्ति जीन्द पहुंचना सुनिश्चित करें। उन्हें उम्मीद है कि 90 विधानसभाओं से लाखों की संख्या में लोग पूरे जोश व उत्साह के साथ पहुुंचेगें। इस कार्यक्रम में की तमाम व्यवस्थाएं प्रदेश सरकार की तरफ से की जाएगी। इतना ही नहीं हर विधानसभा से साधू-संतों, सामाजिक/धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया हैं। भाजपा के जिला अध्यक्ष मनदीप राणा ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि 24 नवम्बर को जीन्द में होने वाला राज्यस्तरीय वाल्मिकी समारोह ऐतिहासिक व यादगार रहेगा। इस कार्यक्रम में भाजपा नेता सुरेश सहोता, भाजपा नेता मोहन लाल बग्गन ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
वर्गीकरण के फैसले से पूरे देश में बढ़ा मुख्यमंत्री का मान सम्मान
भाजपा नेत्री एवं पूर्व मंत्री संतोष सारवान ने कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी का अम्बाला में पहली बार आने पर स्वागत करते हुए कहा कि 24 नवम्बर को बराड़ा विधानसभा से हजारों की संख्या में लोग जीन्द पहुंचेगें और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का मान सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक कलम से अनुसूचित जाति के आरक्षण व वर्गीकरण का ऐतिहासिक फैसला करके पूरे राष्ट्र में मान-सम्मान हासिल किया हैं। इस फैसले से समाज के लोगों का राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक तौर पर उत्थान होगा और आने वाली पीढिय़ां सदा नायब सिंह सैनी की आभारी रहेगी।

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