सांस्कृतिक कार्यक्रमो की छटा बिखेरते हुए सातवें युवा महोत्सव हिंडोला में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया
रेवाड़ी के इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर में गुरुवार को तीन दिवसीय सातवें युवा महोत्सव का विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ शानदार आगाज हो गया। सरस्वती वंदना एवं कुलगीत की परंपरा के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर जे.पी. यादव ने की जबकि विंग कमांडर हरदीप सिंह रायर एवं पदम श्री डॉ. एस.एस. यादव कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे। सर्वप्रथम अधिष्ठाता छात्र कल्याण विभाग प्रोफेसर करण सिंह ने सभी मेहमानों का स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि पदम श्री डॉ. एस.एस. यादव ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने चरित्र निर्माण के साथ समग्र व्यक्तित्व विकास पर जोर दिया। उन्होंने स्वंय एवं समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्वों को समझने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। विशिष्ट अतिथि विंग कमांडर हरदीप सिंह रायर ने कहा कि हमारे मूल्य और रिश्तो में मिठास घटती जा रही है। आज इस पर विचार करने की आवश्यकता है। महिलाओं को समाज में समान अवसर मिलना चाहिए। सही सफलता तभी है जब हम अपनी संस्कृति पर गर्व करते हुए अपने साथ समाज को भी साथ लेते हुए आगे बढ़े। कुलपति प्रोफेसर जे.पी. यादव ने विश्वविद्यालय के प्रगति कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि युवा महोत्सव जैसे कार्यक्रम विद्यार्थियों में प्रतिभा को बाहर लाते हैं और उनका सर्वांगीण विकास करते हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने डॉ. रीना यादव एवं प्राचार्य डॉ. ज्योति यादव को पुस्तक विमोचन के लिए बधाई दी।
कुलपति एवं अतिथियों द्वारा राजकीय कन्या महाविद्यालय, रेवाड़ी के अंग्रेजी विभाग में कार्यरत प्रोफेसर डॉ. रीना यादव द्वारा लिखित पुस्तक “मंजू कपूर का कार्य: एक आलोचनात्मक अन्वेषण” का विमोचन किया गया। डॉ. सत्यवीर नाहड़िया, महासचिव बाबू बालमुकुंद गुप्त पत्रकारिता एवं साहित्य संरक्षण परिषद ने रेवाड़ी के संक्षिप्त इतिहास के बारे में बताया। राजा रेवत सिंह की पुत्री रेवती जिनका विवाह भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम के साथ हुआ उनके नाम पर इस शहर का नाम रेवाड़ी हुआ। कुलसचिव प्रोफेसर तेज सिंह ने सभी विद्यार्थियों एवं प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए मेहनत के साथ अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। अधिष्ठाता शैक्षणिक मामले प्रोफेसर मंजू परूथी ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी।
आज सात अलग-अलग स्टेज पर कार्यक्रम हुए। पहली स्टेज पर ग्रुप डांस (जनरल) और स्किट (हरियाणवी), स्टेज 2 पर क्लासिकल वोकल सोलो, क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल सोलो, हरियाणवी फोकॅ सॉन्ग एवं लाइट वोकल (इंडियन), स्टेज नंबर 3 पर वेस्टर्न इंस्ट्रूमेंट सोलो, वेस्टर्न वोकल सोलो, वेस्टर्न ग्रुप सॉन्ग, माईम, स्टेज 4 पर हिंदी कविता पाठ, स्टेज 5 पर इंग्लिश, पंजाबी और हरियाणवी कविता पाठ, स्टेज 6 पर डिक्लेमेशन इन संस्कृत, संस्कृत श्लोक उच्चारण एवं उर्दू कविता पाठ और स्टेज 7 पर ऑन द स्पॉट पेंटिंग और क्ले मॉडलिंग एवं कार्टूनिंग के कार्यक्रम हुए।

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