करनाल, 8 नवम्बर।
 चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि विज्ञान केंद्र, उचानी (करनाल) के द्वारा शुक्रवार को एक्स-प्रशिक्षु सम्मेलन तथा किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र उचानी के द्वारा करवाई गई ट्रेनिंग के चौदह प्रशिशुओं को सहायता सामग्री का वितरण किया गया। हरियाणा सरकार के निर्देशों पर हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशालय के अधीन कृषि विज्ञान केंद्र इस प्रकार के व्यावसायिक ट्रेनिंग का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाता है। इस प्रोग्राम के मुख्य अतिथि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बलदेव राज कम्बोज रहे।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बलदेव राज कम्बोज ने सभी प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण तथा सहायता सामग्री मिलने के लिये बहुत बहुत शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार, हरियाणा कृषि विश्वविधालय हिसार या फिर कृषि विज्ञान केन्द्र सभी का एक ही उद्देश्य है कि महिलायें इस प्रकार की व्यावसायिक प्रशिक्षण का आयोजन करके उनकी स्किल को बढ़ाकर स्व -रोजग़ार स्थापित करने में मदद की जा सके। उन्होंने  बताया कि आज के युग में प्रदेश और देश की उन्नति में महिलाओं का विशेष योगदान है इसलिए आगे आकर व्यवसाय के मामले में भी अपनी मौजूदगी पूरे ज़ोर शोर से दर्ज करानी होगी।  बलदेव राज कम्बोज ने किसान भाइयों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को अब समार्ट बनकर नई तकनीकों के द्वारा खेती करनी होगी तथा हमारे वातावरण का विशेष ख्याल रखते हुए कम रासायनिक खाद, कम दवाइयों का इस्तेमाल कर मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए फसल अवशेषों को मिट्टी में ही मिलना होगा।
विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ बलवान सिंह मण्डल ने कहा कि हमारे किसान भाई और सभी बहने हमारे लिए पूजनीय है हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार और कृषि विज्ञान केंद्र हमेशा आप की सेवा हेतु कार्यरत है। चाहे वो बात विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण की बात हो, फसल अवशेष प्रबंधन में वैज्ञानिकों की मेहनत की हो, या विश्वविद्यालय के द्वारा नवीनतम तकनीकी विकास की बात हो। डॉ मण्डल ने कहा कि आप लोगों को ये सहायता सामग्री अपने विशेष प्रशिक्षण आधारित व्यवसाय करने के लिए दिया गया है।
कृषि विज्ञान केंद्र करनाल के वरिष्ठ संयोजक डॉ महा सिंह ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, दूसरे केवीके से आये वैज्ञानिक, आरआरएस तथा केवीके के वैज्ञानीकों,  सिज़ेंटा तथा बेस्ट एग्रो केमिकल कंपनी, चिराओ से आयी राजवंती, बीकीपर संजय कुमार तथा सभी किसान भाइयों तथा उपस्थित मातृशक्ति का धन्यवाद किया।
कृषि विज्ञान केंद्र करनाल के वैज्ञानिक  डॉ विजय कौशिक ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र ने गत वर्ष 14 व्यवसायिक प्रशिक्षणों का आयोजन करवाया जिसमें कटिंग एंड टेलरिंग, बेकरी, फ्रूट एंड वेजिटेबल प्रिजर्वेशन, मिल्क प्रोडक्शन तथा नर्सरी शामिल थी, कुल 370 महिलाओं और 30 पुरुषों ने व्यवसायिक प्रशिक्षण प्राप्त किया, आज उन सभी को मुख्य अतिथि के कर कमलों से सहायता सामग्री का वितरण करवाया गया। उन्होंने  बताया कि बहुत सी महिलाएँ अपना स्व रोजग़ार की सहायता से अपनी पारिवारिक आय बढ़ाने में अच्छा सहयोग कर रही है।
किसानों को भी रबी फसलों के लिए योजना और अग्रिम कार्यवाही के लिए डॉ हरविंदर यादव, डॉ अंकुर चौधरी, डॉ मेहर चंद और डॉ किरण खोखर ने विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर केवीके करनाल का समस्त स्टाफ , आरआरएस उचानी के सभी वैज्ञानिक एवं स्टाफ उपस्थित रहा।

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