कुरुक्षेत्र- हरियाणाा पिछड़ा वर्ग महासभा के अध्यक्ष रामकुमार रंबा ने कहा कि हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस मनाया जा रहा है। आज के दिन राव तुलाराम सहित सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों की याद में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। इस कड़ी में आज हरियाणाा पिछड़ा वर्ग महासभा ने आज शहीदी दिवस पर शहीदों को पुष्प अर्पित कर नमन किया। इस अवसर पर रामकुमार रंबा ने कहा कि यह दिन 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक अमर शहीद राव तुलाराम की शहादत पर मनाया जाता है। राव तुलाराम का जन्म रेवाड़ी के रामपुरा में 9 दिसंबर 1825 को हुआ था। उस वक्त उनके पिता राव पूर्ण सिंह का रेवाड़ी (अहीरवाल) में राज था। राव तुला राम जब 14 साल के थे तब उनके पिता का देहांत हो गया था। उसके बाद 14 साल की उम्र में ही उन्होंने राज गद्दी संभाल ली। लेकिन पिता की मौत के बाद अंग्रेज़ों ने उनकी रियासत पर धीरे-धीरे कब्जा कर दिया। इसके बाद राव तुलाराम ने अपनी सेना तैयार की। 1857 के विद्रोह की आग जब मेरठ तक पहुंची तो वो भी इस क्रांति में कूद पड़े। राव तुलाराम और उनके भाई के नेतृत्व में रेवाड़ी की सेना ने अंग्रेज़ी हु$कूमत की नाक में दम कर दिया और रेवाड़ी व उसके आस-पास के कई इलाकों पर कब्ज़ा कर लिया। 23 सितंबर 1863 को उन्होंने काबुल में अंतिम सांस ली। राव तुला राम ने भारत को आज़ाद कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इस महान योद्धा का अभूतपूर्व योगदान कभी भी नहीं भुलाया जा सकता। उन्होंने कहा शहीदों की गौरवगाथाएं हमें अपनी समृद्ध विरासत की सदैव याद दिलाएंगी। ऐसे वीरों को सम्मान देते हुए उनके दिखाए मार्ग पर चलकर देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाने का संकल्प हम सभी को लेना चाहिए।

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