गुरु नानक खालसा कॉलेज में तारा सिंह यादगार लेक्चर लड़ी का आयोजन
करनाल। गुरु नानक खालसा कॉलेज करनाल में सरदार तारा सिंह यादगार लेक्चर लड़ी का भव्य आयोजन किया गया जिसमें मुख्य रूप वक्ता के रूप में कॉलेज के पूर्व प्राचार्य एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्वान डा. मेजर सिंह ने शिरकत की। विशेष वक्ता के रूप में बाबू अनंत राम जनता कॉलेज कौल कैथल के प्राचार्य डा. ऋषिपाल ने शिरकत की। सर्वप्रथम कॉलेज के प्राचार्य डा. गुरिंदर सिंह ने सभी का स्वागत किया और स्वर्गीय सरदार तारा सिंह जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। प्राचार्य ने कहा कि हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष, मंत्री और कुरुक्षेत्र से सांसद रहे। शिक्षा जगत में उन्होंने कुरुक्षेत्र, कैथल और करनाल में अनेक शिक्षण संस्थानों की स्थापना के साथ-साथ अनेक नौजवानों को रोजगार दिलवाया। आज कॉलेज उनके सुपुत्र सरदार कंवरजीत सिंह प्रिंस की प्रधानगी में निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। मुख्य वक्ता डॉक्ट डा. मेजर सिंह ने कहा कि पेहवा क्षेत्र में सरदार तारा सिंह ने अनेक सामाजिक और शैक्षणिक कार्य किए। लोग आज भी उनको याद करते हैं। उन्होंने कुटुंब प्रबोधन पर बोलते हुए कहा कि पहले स्वयं में परिवर्तन लाओ समाज में अपने आप परिवर्तन आ जाएगा। उन्होंने कहा कि मेहनत करते हुए शर्म नहीं करनी चाहिए। उन्होंने स्वदेशी वस्तु अपनाओ का संदेश देते हुए कहा कि खीर पूडी खाओगे तो पिज़्ज़ा बर्गर भूल जाओगे। डा. ऋषिपाल ने कहा कि सरदार तारा सिंह हम सब के मसीहा थे। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी का परिदृश्य विषय पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद राष्ट्रपिता, राष्ट्रपति, राष्ट्र पशु, राष्ट्र पक्षी, राष्ट्र पुष्प हो गए परंतु राष्ट्रभाषा नहीं बनी। उन्होंने हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार के साथ हिंदी के महत्व एवं वर्चस्व पर भी प्रकाश डाला। हिंदी विभाग एवं पंजाबी विभाग के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम में हिंदी विभागाध्यक्ष डा. बीर सिंह ने मंच का संचालन किया जबकि डा. देवी भूषण ने धन्यवाद किया। इस अवसर पर डा. कृष्ण अरोड़ा, प्रो. अंजू चौधरी, डा. बलजीत कौर, डा. प्रवीण कौर, डा. जतिंद्रपाल, प्रो. मनीष, प्रो. रमन भट्टी, प्रो. अमनदीप, डा. वीना वैध, प्रो. अर्शिया एवं भारी संख्या में एनएसएस और सांस्कृतिक गतिविधियों के विद्यार्थी उपस्थित रहे।