जिस नायब सैनी की धर्मपत्नी जिप चुनाव में चौथे स्थान पर रही हो, उसे राहुल गांधी व दीपेंद्र हुड्डा पर आरोप लगाने से पहले झांकना चाहिए अपने गिरेबान में : अरोड़ा
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अरोड़ा का आरोप, थानेसर में सत्ता पक्ष ने बुला रखे हैं वोटरों को धमकाने के लिए गुंडे
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अरोड़ा ने नायब सैनी को बताया रिमोट कंट्रोल सीएम, असली मुख्यमंत्री बैठे दिल्ली में
कुरुक्षेत्र, 23 अगस्त। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में संभावित करारी हार को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी अपना संतुलन को बैठे हैं और बौखलाहट से राहुल गांधी पर दीपेंद्र हुड्डा के विरुद्ध अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। अरोड़ा पंजाबी धर्मशाला में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर वरिष्ठ एडवोकेट दीनानाथ अरोड़ा, पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा निंदी, मेहर सिंह रामगढ़, पूर्व पार्षद विवेक मेहता विक्की, पूर्व पार्षद दीपक सिंगला, सौरभ गर्ग सहित अनेक कांग्रेसी नेता मौजूद थे।
पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी 67 प्रतिशत तथा रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा 64 प्रतिशत लेकर वोट लेकर चुनाव जीते है। ऐसे जनाधार वाले नेताओं के विरुद्ध मुख्यमंत्री द्वारा अनाप-शनाप बयानबाजी करना शोभा नहीं देता। सीएम नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री पद की गरिमा रखनी चाहिए। अरोड़ा ने नायब सिंह सैनी पर तंज कसते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को सैनी के हल्के नाराणयगढ़, उनके गांव तथा उनके बूथ पर भी करारी हार मिली थी। इतना ही नहीं जिला परिषद के चुनाव में नायब सैनी की धर्मपत्नी सुमन सैनी चौथे स्थान पर रही थी। इसी के साथ-साथ जिस व्यक्ति का नारायणगढ़ से विधानसभा का टिकट काटा गया हो, उसके बाद कुरुक्षेत्र लोकसभा से टिकट काटा गया हो और अब अब नायब सिंह सैनी करनाल विधानसभा क्षेत्र से भी चुनाव लडऩे से भाग रहे हैं, ऐसे व्यक्ति को दूसरे पर आरोप लगाना शोभा नहीं देता। सीएम नायब सिंह सैनी को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा के पिता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पांच बार सांसद रह चुके हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के परिवार ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और आजादी के बाद उनकी दादी ओर पिता देश के लिए शहीद हो गए। नायब सिंह सैनी का कहना कि सोनिया गांधी ओर भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने बेटों को राजनीति में स्थापित करना चाहते हैं। उनकी बौखलाहट का नतीजा साफ दिख रहा है। आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार को देखते हुए मुख्यमंत्री सैनी बौखला गए हैं।
पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि असली मुख्यमंत्री तो अभी भी दिल्ली में बैठे हैं। नायब सैनी को तो रिमोट कंट्रोल से चलाया जा रहा है। जब उन्होंने पिछली सरकार के फैसला बदलने शुरू किए तो दिल्ली में बैठे असली मुख्यमंत्री ने नायब सैनी को विश्वास में लिए बिना चुनाव घोषित करवा दिए और आचार संहिता लग गई। उन्होंने कहा कि कॉलोनियां काट कर बेचने वाले लोगों को इस प्रकार के बयानबाजी करने से पहले कई बार सोचना चाहिए। जब नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र के सांसद थे, तब जनता में उन्हें सुभाष सुधा का पीए बताया जाता था। नायब सैनी को पहले अपनी हैसियत देखनी चाहिए।
अरोड़ा ने कहा कि थानेसर विधानसभा क्षेत्र में सत्तारूढ दल के नेताओं ने बाहर से अवांछित तत्व व गुंडे बुला रखे हैं, यह लोग आने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी हार को देखते हुए यहां का माहौल खराब करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र से मिलेगा और ऐसे लोगों के विरूध कार्रवाई करने की मांग करेगा। यह बदमाश किस्म के लोगों को धमका रहे है और भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव बना रहे हैं। प्रशासन से मांग की जाएगी कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।