धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के प्रत्येक घर का व्यक्ति बनेगा 21 जून को होने वाले ऐतिहासिक योग महाकुंभ का हिस्सा, विश्व पटल पर अनूठी छाप छोड़ेगा योग महाकुंभ, पतंजलि योगपीठ के योग साधकों द्वारा जिले के गांव, शहर और वार्डों में दिया जा रहा है योग महाकुंभ का निमंत्रण
कुरुक्षेत्र 7 जून। उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि योग केवल शरीर को स्वस्थ रखने की विधि नहीं है, बल्कि यह आत्मा, मन और शरीर के बीच संतुलन बनाने का एक अद्भुत विज्ञान भी है। आधुनिक जीवन की भागदौड़ और तनाव भरी दिनचर्या में योग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करता है।
उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के प्रत्येक घर का व्यक्ति 21 जून को होने वाले इस ऐतिहासिक योग महाकुंभ में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगा। इसके लिए पतंजलि योगपीठ के योग साधकों द्वारा कुरुक्षेत्र जिले के गांव, शहरों और वार्डों में लोगों के घर-घर जाकर निमंत्रण दिया जा रहा है। अहम पहलू यह है कि यह राज्य स्तरीय अंतरराष्ट्रीय योग दिवस धर्मक्षेत्र की इस पावन धरा से विश्व पटल पर अपनी एक अनूठी छाप छोड़ेगा।
उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि पतंजलि योगपीठ के योग साधकों द्वारा तहसील पिहोवा और गीता मॉडल स्कूल में लोगों को योग का अभ्यास करवाया गया। उन्होंने कहा कि योग शारीरिक रूप से, योग लचीलेपन, शक्ति और संतुलन में सुधार करता है। यह मुद्रा को बढ़ाता है, मांसपेशियों को टोन करता है और समग्र शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देता है। यह मानसिक रूप से, योग जागरूकता पैदा करता है, तनाव कम करता है, और मानसिक स्पष्टता और फोकस बढ़ाता है। भावनात्मक रूप से, यह विश्राम को बढ़ावा देता है, चिंता कम करता है और भावनात्मक संतुलन को बढ़ावा देता है। योग आध्यात्मिक रूप से, योग आत्म-जागरूकता को गहरा करता है, आंतरिक शांति को बढ़ावा देता है, और स्वयं और दूसरों से जुड़ाव की भावना का पोषण करता है।
उपायुक्त ने कहा कि योग के बारे में जागरूकता और अभ्यास को बढ़ावा देकर, यह दुनिया भर में शारीरिक एवं मानसिक कल्याण को बढ़ावा देता है। इससे स्वस्थ जीवन शैली और निवारक स्वास्थ्य देखभाल प्रथाओं को बढ़ावा मिलता है। योग हमें वर्तमान क्षण पर फोकस करना, तनाव एवं नकारात्मकता को दूर करना सिखाता है। इससे हमें अपने जीवन में शांति और सद्भाव खोजने में मदद मिलती है। योग दुनिया एवं प्रकृति के साथ एकता की भावना को खोजने का भी एक माध्यम है।