इस पूरे प्रकरण में रेलवे पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है। फिलहाल आरपीएफ द्वारा सुपुर्द किए गए आरोपित से पूछताछ की जा रही है। अब जीआरपी मामला दर्ज करेगी या फिर जीरो एफआइआर दर्ज करके राजपुरा भेजेगी, इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में आमला से लुधियाना के लिए एयरफोर्स जवान सवार हुआ था। ट्रेन के ए-2 और सीट नंबर 46 पर वह अपने बैग सहित बैठा था। शनिवार देर रात ट्रेन अंबाला से राजपुरा के बीच में चोर सैकेंड एसी कोच में सवार हुए और एयरफोर्स कर्मी का बैग लेकर फरार हो गए।
इसी बैग में एके-47 और मैगजीन थी। जैसे ही चोर ट्रेन से नीचे उतरा तो राजपुरा में सादे कपड़ों में खड़े आरपीएफ जवानों ने उसे पकड़ लिया। बैग की तलाशी ली तो आरपीएफ कर्मी भी एके-47 देखकर हैरान हो गए। आरोपित के साथ दो अन्य और लोग थे, जो अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
आरपीएफ ने एके-47 और मैगजीन को अपने कब्जे में लिया और अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी। अंबाला छावनी आरपीएफ पोस्ट में आरोपित को लाया गया और यहां से कागजी कार्रवाई कर उसे जीआरपी अंबाला छावनी के सुपुर्द कर दिया गया।
इस मामले में रेलवे पुलिस के एसएचओ से लेकर एसपी से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन किसी ने भी फोन रिसीव नहीं किया।
एसी क्लास में यात्रा भी सुरक्षित नहीं
एसी कोच में भी अब यात्रा सुरक्षित नजर नहीं आ रही। जिस सैकेंड एसी कोच में एयरफोर्स कर्मी यात्रा कर रहा था, उसमें अटेंडेंट होता है। टिकट चेकिंग स्टाफ के पास दो कोच चेकिंग के होते हैं। ऐसे में चोर कोच में आए और बैग लेकर फरार हो गए। गनीमत रही कि आरपीएफ के जवानों की सादे कपड़े में ड्यूटी लगी थी, जिसके चलते यह बड़ी घटना होने से बच गई। सूत्रों का कहना है कि अंबाला से राजपुरा के बीच में बढ़ती जा रही चोरी की वारदातों के चलते ही सादे कपड़ों में आरपीएफ जवानों की ड्यूटी लगी है।
पंजाब जीआरपी करेगी जांच या हरियाणा
आरोपित को राजपुरा से अंबाला लाया गया। आरपीएफ ने अंबाला छावनी जीआरपी को इस मामले में शिकायत दी है। अब घटनाक्रम पंजाब के राजपुरा का है या फिर अंबाला का इसको लेकर रेलवे पुलिस के अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।