गुरुओं की याद और शिक्षा को संजोए रखने के लिए कुरुक्षेत्र में 3 एकड़ भूमि पर सिख म्यूजियम का किया जाएगा निर्माण,मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने श्री बोहली साहिब गुरुद्वारा पिहोवा में पंचम पातशाह गुरु अर्जन देव जी के 419 वें शहीदी दिवस के उपलक्ष में श्रद्धा सुमन किए अर्पित, मुख्यमंत्री ने छबील में की सेवा
पिहोवा, 30 मई। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार द्वारा गुरु अर्जन देव की शिक्षा पर चलते हुए प्रदेश में सिख हिंदू भाईचारे को मजबूत बनाकर रखने का काम किया जा रहा है। साथ ही गुरुओं की याद और शिक्षा को संजोए रखने के लिए कुरुक्षेत्र में 3 एकड़ भूमि पर सिख म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा। जो युवाओं को गुरुओं की शिक्षाओं पर आगे लेकर जाने का काम करेगा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शुक्रवार को पिहोवा के श्री बोहली साहिब गुरुद्वारा पिहोवा में पंचम पातशाह गुरु अर्जन देव जी के 419वें शहीदी दिवस के उपलक्ष में श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे थे। इस स्थान पर गुरु अर्जन देव जी ने तपस्या की थी। बोहली साहिब गुरुद्वारा के जत्थेदार महिंद्र सिंह द्वारा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को सरोपा भेंटकर सम्मानित किया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने लंगर हाल में बैठकर चाय का प्रसाद ग्रहण किया तथा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने छबील में सेवा कर नागरिकों को मीठा जल पिलाया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गुरु अर्जुन देव की शहादत हमें युगों-युगों तक रोशनी की मीनार की तरह पीढ़ी दर पीढ़ी अन्याय, शोषण और जुल्म के विरूद्ध संघर्ष करने तथा कुर्बानी देने के लिए प्रेरित करती रहेगी। वे महान पिता गुरु रामदास के होनहार पुत्र थे। बीबी भानी जैसी धर्म-परायण मां ने उन्हें उच्चकोटि के संस्कार दिए। उन्होंने कहा कि इनकी तेज बुद्धिमता से प्रभावित होकर इनके नाना गुरु अमरदास ने भविष्यवाणी की थी कि मेरा यह दोहता वाणी का प्रकाशक होगा। यह बात पूरी तरह सच निकली। उन्होंने कहा कि गुरु अर्जुन देव का सबसे बड़ा योगदान उनका सर्वोच्च बलिदान था। जब मुगल शासकों ने उन्हें घोर यातनाएं दी, तब भी उन्होंने सत्य का मार्ग नहीं छोड़ा। उन्होंने मृत्यु को गले लगाना स्वीकार किया, लेकिन अपने धर्म और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। इतना ही नहीं गर्म तवे पर बैठकर उन्होंने जो पीड़ा सही, वह इतिहास में धर्म के लिए दिया गया सबसे बड़ा बलिदान है। गुरु अर्जुन देव का बलिदान न केवल सिख समुदाय के लिए बल्कि पूरे भारतवर्ष के लिए एक आदर्श है। हमें गुरु अर्जुन देव जैसे महापुरुषों की प्रेरणा से अपने जीवन मूल्यों को संजोकर रखना है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सिरसा में आयोजित गुरु नानक देव के प्रकाश उत्सव पर इस गुरुद्वारा साहिब को 70 कनाल भूमि देने की घोषणा की गई, जिस पर यह गुरुद्वारा साहिब बना हुआ है। जून 2024 को कैबिनेट में यह भूमि गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब को स्थानांतरित करने का फैसला लिया गया और इसे गुरुद्वारा साहिब को दे दिया गया। उन्होंने कहा कि लौहगढ़ भगवानपुर को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसी उद्देश्य से लौहगढ़ में बाबा बन्दा सिंह बहादुर एक ट्रस्ट बनाया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों की आस्था को देखते हुए श्री हजूर साहिब गुरुद्वारा, श्री ननकाना साहिब, श्री हेमकुण्ड साहिब और श्री पटना साहिब जाने वाले प्रदेश के तीर्थ यात्रियों को वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से स्वर्ण जयंती गुरु दर्शन यात्रा योजना शुरू की गई है।
डीसी कार्यालय में जाकर दें शिकायत, समाधान होगा
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने श्री बोहली साहिब गुरुद्वारा में मौजूद संगत की लिखित शिकायतों को सुना और अधिकारियों को उनके समाधान के लिए निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुछ नागरिकों ने मौखिक शिकायत पर कहा कि वो अपनी शिकायत को लेकर डीसी कार्यालय में जाएं। वहां पर शिकायत का समाधान किया जाएगा। साथ ही उपायुक्त नेहा सिंह को भी नागरिकों की शिकायतों को सुनकर समाधान करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर हरियाणा सिंह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान जगदीश सिंह झींडा, उपायुक्त नेहा सिंह, पुलिस अधीक्षक नीतीश अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष तिजेंद्र सिंह गोल्डी, जत्थेदार महिंद्र सिंह, भाजपा नेता जयभगवान शर्मा डीडी,भाजपा के वरिष्ठï नेता हरपाल सिंह चीका, जिला परिषद चेयरमैन कंवलजीत कौर, नपा चेयरमैन आशीष चक्रपाणि, मंडल अध्यक्ष सुखबीर सिंह, जगपाल सिंह, डा. अवनीत वडैच, सुरेन्द्र ढींगडा, सतीश सैनी, सुखबीर सैनी, तरणदीप वडैच सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।