करनाल। जिले में ट्रांसफार्मर चोर गिरोह का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। चोर गिरोह हर रोज औसतन तीन ट्रांसफार्मरों से सामान चोरी कर रहे हैं। जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। पिछले पांच सालों की बात करें तो करीब चार हजार ट्रांसफार्मरों से चोर सामान चोरी कर ले गए है। जिससे बिजली निगम का करीब 12 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
वहीं, किसानों की परेशानी बढ़ है। जल्द ही धान लगाने का समय आ जाएगा। इससे पहले किसानों को खेत तैयार करने है लेकिन ट्रांसफार्मर चोर लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और रात को खेत में रखे ट्रांसफार्मर से सामान चोरी कर रहे है। इसके बाद किसान को नया ट्रांसफार्मर लेने के लिए बिजली निगम के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इन चोरों के सामने पुलिस भी बेबस नजर आ रही है क्योंकि इन चोरों को पुलिस का कोई डर नहीं है।
किसानों को नहीं देना एक भी रुपया।
ट्रांसफार्मर चोरी होने पर पहले किसान को ट्रांसफार्मर की कुल कीमत के 20 प्रतिशत रुपये किसान को देने पड़ते थे लेकिन जब से ट्रांसफार्मर चोरी की वारदातें बढ़ी है तो निगम ने 20 प्रतिशत राशि को भी खत्म कर दिया है।
अब किसान को ट्रांसफार्मर की होने पर निगम को सूचना देनी है इसके बाद निगम की टीम मौके पर जाकर निरीक्षण करेगी और एफआईआर दर्ज होने पर किसान को नए ट्रांसफार्मर का भुगतान नहीं करना होगा।
पुलिस को बढ़ानी चाहिए गश्त
किसानों का कहना है कि ट्रांसफार्मर चोरी न हो जाए। इस लिए वह अक्सर खेतों में ही रहते है लेकिन फिर भी चोर मौका लगाकर वारदात को अंजाम दे देते है। ऐसे में उनकी पुलिस प्रशासन से मांग है कि ग्रामीण क्षेत्र में सड़क पर पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए ताकि यह वारदातें रुक सके।