जिसके सिर से मां का साया उठ गया है। मृतका के पिता प्रताप सिंह का कहना है कि ससुराल वाले उसे लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। बात-बात पर झगड़ा होता था। यहां तक कि अंजली को घर वालों से फोन पर बात करने की इजाजत भी नहीं दी जाती थी। फोन पर बात कराते समय स्पीकर आन किया जाता था, ताकि वह कुछ अलग ना कह सके।
परिजनों का आरोप है कि ससुराल वालों ने ही अंजली को छत से धक्का दिया है। मृतका की बहन ने बताया कि अंजली ने घटना से चार दिन पहले रविवार को अपने भाई को एक मैसेज भेजा था। मैसेज में उसने लिखा था कि घर में कलेश हो रखा है, मम्मी को बता देना। वहीं, ससुराल पक्ष का कहना है कि अंजली मंगलवार शाम को छत से गिर गई थी तो उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया था। वहां सुबह उसने दम तोड़ दिया।
महिला की छत से नीचे गिरने से मौत हुई है। शव को कब्जे में ले लिया है। मायका पक्ष की ओर से जो शिकायत दी जाएगी। उसपर कार्रवाई करेंगे। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही खुलासा होगा कि महिला छत से नीचे गिरी है या उसे गिराया गया है। संदीप कुमार, रामनगर थाना प्रभारी।