अतिरिक्त उपायुक्त सोनू भट्ट ने जल शक्ति अभियान कैच दा रेन-2025 कार्यक्रम को किया संबोधित,स्कूली विद्यार्थियों ने जल संचय जन भागीदारी विषय पर दी प्रस्तुतियां,
कुरुक्षेत्र, 28 मई। अतिरिक्त उपायुक्त सोनू भट्ट ने कहा कि पीने के लिए पानी को बनाया नहीं जा सकता है, सिर्फ बचाया जा सकता है। बरसाती पानी को भूमि में भेजने के लिए बोरवाल लगाया जाए और ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण किया जाए। वृक्ष पानी को बहने से रोकेंगे और भूमि में पानी भेजने का काम करते हैं। साथ ही बरसात लाने में भी पेड़-पौधे ही सहायक हैं। उन्होंने कहा कि पानी बचाने के लिए छोटे-छोटे प्रयासों की जरुरत है। इसके लिए टूंटी को खुली ना छोड़े, नहाते समय कम पानी का प्रयोग करें, ब्रुश व सेव करते समय नल बंद रखें।
अतिरिक्त उपायुक्त सोनू भट्ट बुधवार को समग्र शिक्षा कार्यालय एवं जिला परिषद कुरुक्षेत्र के संयुक्त तत्वाधान में पंचायत भवन के सभागार में आयोजित जल शक्ति अभियान कैच दा रेन-2025 कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
अतिरिक्त उपायुक्त सोनू भट्ट ने कहा कि मनुष्य लगभग 3 लाख वर्ष पहले आए थे, अब पानी बचाओ की जरूरत क्यों पड़ी। हमने ये बात गंभीरता से सोचने की जरूरत है। हमारे बुजुर्गों ने समुद्र देखे, तालाब देखे। हमने जोहड़-तालाब देखे, टूंटी देखी और अब बोलत देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि भूमि पर पानी की कमी नहीं है, पर पीने के लायक पानी की कमी है। सबसे ज्यादा पानी एग्रीकल्चर में प्रयोग हो रहा है। दूसरे स्थान पर उद्योगों में और तीसरी जगह हमारे घरों में प्रयोग हो रही है। उन्होंने बताया कि हमारे शरीर में 65 फीसदी पानी है। बिना पानी के हम मात्र 3 दिन ही जीवित रह सकते हैं। इसलिए पानी की बचत बहुत ही जरुरी है। घरों में प्रयोग होने वाले पानी का 40 फीसदी हिस्सा शौचालय में ही जा रहा है।
अतिरिक्त उपायुक्त सोनू भट्ट ने कहा कि भूमि से पानी का दोहन होने से हमारे एक के एक क्षेत्र डार्क जोन में जा रहे हैं। वेस्ट को नदियों में नहीं छोडऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल घरों में आरओ का पानी प्रयोग किया जा रहा है। आरओ पानी की प्रक्रिया के दौरान 4 लीटर पानी में से 3 लीटर वेस्ट निकालता है और 1 लीटर शुद्घ पानी के तौर पर दे रहा है। इसमें 75 फीसदी पानी नष्ट हो रहा है।
कार्यक्रम में इन स्कूलों ने दी प्रस्तुतियां
जल शक्ति अभियान कैच द रेन 2025 कार्यक्रम में जल संचय जन भागीदारी थीम पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ज्योतिसर ने नाटिका प्रस्तुत की। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुरुक्षेत्र ने नाटय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बारना ने स्किट, पीएमश्री विद्यालय धुराला, धूलगढ़ गुलडेरा और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय किरमच के विद्यार्थियों ने समूह नृत्य प्रस्तुत किया। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थानेसर ने गायन और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुन्दरपुर ने नाटिका प्रस्तुत कर जल बचाने का संदेश दिए।
इस मौके पर जिला परिषद चेयरमैन कंवलजीत कौर, जिला परिषद सीईओ शंभू, जिला शिक्षा अधिकारी संतोष शर्मा, जिला परियोजना संयोजक संतोष चौहान, मुख्यवक्ता श्रीभगवान, सत्य भूषण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।