कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्याम सिंह राणा ने पॉलीक्लिनिक का उद्घाटन करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस पॉलीक्लिनिक से यहां पशुओं को और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
उन्होंने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है, और हरियाणा राज्य भी इसी परंपरा का हिस्सा है। राज्य सरकार न केवल पारंपरिक खेती को बढ़ावा दे रही है, बल्कि किसानों की आय में वृद्धि हेतु पशुपालन, बागवानी तथा मछली पालन जैसे वैकल्पिक क्षेत्रों को भी सशक्त रूप से प्रोत्साहित कर रही है।
उन्होंने कहा कि हरित क्रांति के दौरान देश में अन्न उत्पादन बढ़ाने के लिए रासायनिक खादों और कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग किया गया, जिससे समय के साथ मानव स्वास्थ्य, पशुधन और भूमि की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इससे मिट्टी की उर्वरता भी क्षीण हो गई। ऐसे समय में यह आवश्यक हो गया है कि हम प्राकृतिक खेती की ओर पुन: लौटें।
कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने बताया कि गुरुकुल परिसर में लगभग 180 एकड़ भूमि पर प्राकृतिक खेती की जा रही है, जो एक प्रेरणादायक मॉडल है। किसानों को इस मॉडल से सीख लेकर प्राकृतिक कृषि को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से न केवल पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक अन्न का उत्पादन होगा, बल्कि इससे भूमि की उपजाऊ शक्ति में सुधार होगा और भूजल स्तर के पुनर्भरण में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु देसी गाय की खरीद पर 30,000 रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से उत्पादित उपज का सही रेट मिले, इसके लिए हमारी सरकार मंडी भी बनाएगी। उन्होंने कहा कि हर परिवार अपने घ्रर में एक गाय अवश्य रखे।
इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा, पूर्व राज्य मंत्री सुभाष सुधा, भाजपा जिला अध्यक्ष तिजेंदर सिंह गोल्डी, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे, मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रभारी कैलाश सैनी, पशुपालन, डेयरी विभाग के महानिदेशक डा. प्रेम सिंह, उपायुक्त नेहा सिंह, पुलिस अधीक्षक नीतीश अग्रवाल, एसडीएम अमन कुमार, जिला परिषद की चेयरपर्सन कंवलजीत कौर, सुभाष कलसाना, मंडल अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह, मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा, सरपंच बिहोली आशा रानी, जितेंद्र खैरा, देशराज शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।