झज्जर। अनाज मंडियों में गेहूं की आवक पिछले साल की खरीद के आंकड़ों को पार कर गई है। फिलहाल गेहूं की आवक काफी धीमी चल रही है, लेकिन अभी भी करीब ढाई लाख क्विंटल गेहूं बिना खरीद अनाज मंडी में पड़ा है और काफी कम संख्या में किसान गेहूं लेकर अनाज मंडी में आ रहे हैं।
वैसे अनाज की खरीद का कार्य सरकार के निर्देशन अनुसार 15 मई तक चलता है और उसके बाद गेहूं के भंडारण का कार्य बचता है।
जिसे इस अवधि में ही पूरा कर लिया जाता है और बाकी बचे हुए अनाज को अनाज मंडियों के शैड में भंडारण कर दिया जाता है। इसी कड़ी में केंद्र से आने वाली एलोकेशन के हिसाब से गेहूं व सरसों को विभिन्न स्थानों पर भेजने का कार्य उसके बाद शुरू हो जाता है। जबकि, दूसरी ओर खरीद एजेंसिंयों की तरफ से आढ़तियों का अंतिम भुगतान भी रोक दिया जाता है। अनाज की जो शॉर्टेज आती है उसे पूरा करने के बाद बची हुई राशि का भुगतान किया जाता है।