कुवि एवं स्वदेशी शोध संस्थान के तीसरे दिन आत्मनिर्भर भारत बनने का दिया मूल मंत्र
कुरुक्षेत्र, 26 अप्रैल।
 भारत सरकार में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नई दिल्ली के भारतीय कृषि अनुसंधान केन्द्र में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय तथा स्वदेशी शोध संस्थान, नई दिल्ली व अन्य शैक्षणिक संस्थानों के संयुक्त तत्वावधान में “विजन 2047ः समृद्ध और महान भारत” विषय पर आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के अंतिम दिन दोपहर के सत्र में बतौर मुख्य वक्ता कहा कि भारत का भविष्य गांवों की समृद्धि व किसानों की आत्मनिर्भरता से संबंधित है। आज़ादी के बाद ग्रामीण, कृषि और जनजातीय क्षेत्रों की उपेक्षा की गई। जल, जंगल, जमीन और पशु-संपदा जैसे संसाधनों को नज़रअंदाज़ किया गया, जिसके चलते गांवों में न तो विकास हुआ, न रोजगार विकसित हुआ। इसके साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं भी सीमित रह गईं। उन्होंने कहा कि यदि देश के गांवों में केवल 5 प्रतिशत से 10 प्रतिशत सड़कों का निर्माण किया जाए, तो देश की जीडीपी में 1,10,000 करोड़ रुपये की वृद्धि संभव है। इस योजना के चलते आज देश के 6.5 लाख गांवों में से 4.5 लाख गांव मजबूत सड़कों से जुड़ चुके हैं।
इससे पहले स्वदेशी शोध संस्थान के राष्ट्रीय संयोजक आर सुदंरम व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का स्वागत किया।
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश की जीडीपी में सेवा क्षेत्र का योगदान लगभग 52 प्रतिशत से 54 प्रतिशत है, जबकि विनिर्माण क्षेत्र 12 प्रतिशत से 24 प्रतिशत और कृषि क्षेत्र मात्र 12 प्रतिशत से 14 प्रतिशत योगदान करता है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी साकार होगा जब हम आयात को कम कर और निर्यात को बढ़ावा देंगे। भारत हर साल 22 लाख करोड़ रुपये का जीवाश्म ईंधन आयात करता है। यदि हम वैकल्पिक ईंधन जैसे इथेनॉल, बायोफ्यूल, बायो-सीएनजी का उपयोग करें, तो किसानों की आय भी बढ़ेगी और देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। यदि हम 22 लाख करोड़ रुपये के आयात को रोककर यह धन देश के किसानों को दें, तो गांव समृद्ध होंगे, किसान संपन्न होगा और भारत एक ऊर्जा संपन्न राष्ट्र बनेगा। यह मेरा जीवन का मिशन है स्वदेशी ईंधन से आत्मनिर्भर भारत का निर्माण। इस सत्र में जनरल वीके चतुर्वेदी, लेफ्टिनेंट  जनरल वीके सक्सेना, आर के त्यागी ने भी अपने विचार प्रकट किए।
इस अवसर पर  स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक आर सुदंरम, संगठक कश्मीरी लाल, राष्ट्रीय सह-संगठक सतीश कुमार, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, प्रो. प्रदीप चौहान, राजेश गोयल, प्रो. भगवती प्रकाश सहित गणमान्य लोग मौजूद थे।

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