कुरुक्षेत्र। श्रीलक्ष्मी रामलीला ड्रामाटिक क्लब की ओर से दुखभंजन मंदिर में श्रीराम भक्त हनुमान जयंती बड़े हर्र्षोल्लास से मनाई गई। क्लब की ओर सभी की सुख शांति के लिए हवन-यज्ञ किया गया। दुखभंजन मंदिर के पुजारी पंडित सुशील कुमार शास्त्री ने पूरे मंत्रोच्चारण के साथ हवन-यज्ञ किया व क्लब के सभी सदस्यों ने हवन-यज्ञ में पूर्ण आहुति डाली। पंडित सुशील शास्त्री ने कहा कि हिंदू धर्म में श्रीहनुमान जी एक ऐसे देवता हैं, जिन्हें चिरंजीवी माना गया है और वे हर युग में पृथ्वी पर मौजूद रहते हैं. यही कारण है कि कलयुग में बजरंगी की साधना को अत्यंत ही शुभ और शीघ्र फलदायी माना गया है। कहा कि यदि संकट के समय हनुमान जी का सच्चे मन से सुमिरन किया जाए तो वे अपने भक्त को बचाने के लिए दौड़े चले आते है। पृथ्वी पर जहां कहीं भी उनके प्रभु श्रीराम का गुणगान होता है, वहां पर वे जरूर मौजूद रहते हैं। हनुमत भक्ति करने वाले साधक पर हर समय बजरंगी की कृपा बरसती है और उसके सभी दु:ख, भय और रोग दूर हो जाते हैं। क्लब के सदस्यों द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया गया व भजन गाए गए। क्लब की ओर से हनुमान जी की झांकी दिखाई गई। झांकी में हनुमान जी का अभिन्य हिंदू सिख एकता के प्रतीक बजरंगी सरदार कुलवंत सिंह भट्टी ने निभाया। क्लब के सभी सदस्यों ने हनुमान जी को तिलक किया। इस अवसर पर क्लब के संरक्षक मिलाप गुप्ता, चेयरमैन राजेंद्र गर्ग, प्रधान मास्टर सुंदर लाल, उप प्रधान गुलशन रतड़ा, महासचिव महेंद्र ठाकुर, सह सचिव राम अवतार मित्तल, कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश कालडा, महानिदेशक बजरंगी सरदार कुलवंत सिंह भट्टी, मोहन लाल नागपाल अमीन वाले, निर्देशक राजेश बंसल, प्रबंधक रमेश शर्मा, सह प्रबंधक रमेश चुघ, सुभाष सैनी, राजेश शर्मा, मैनेजर एचके पाल, ज्ञानचंद पाराशर, राजकुमार शर्मा, श्याम बारना, जवाहर लाल, ओमप्रकाश शर्मा, नरेंद्र संधू, गुलाब सिंह, राजेंद्र वर्मा, आनंद वालिया, तिलक राज धमीजा, सतीश वालिया, प्रवीण व हर्षदीप सिंह भट्टी व अन्य मौजूद रहे।
फोटो परिचय
कुरुक्षेत्र। हनुमान जी की झांकी का दृश्य।

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