करनाल, 10 अप्रैल । शहीद स्मारक अंबाला के निदेशक डा. कुलदीप सैनी ने कहा कि भारत की आजादी की पहली लड़ाई 1857 की क्रान्ति में अपने अदम्य साहस का परिचय देकर अपनी वीरता दिखाने वाले एवं शहीद हुए वीरों की शहादत को नमन करने व उनकी शौर्य गाथा की यादगार में अंबाला कैंट में (अंबाला कैंट-दिल्ली) नेशनल हाईवे 44 पर आजादी की पहली लड़ाई का शहीद स्मारक का निर्माण किया जा रहा है।
निदेशक डा. कुलदीप सैनी ने कहा कि यह एशिया का सबसे बड़ा स्मारक होगा, जिसमें प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होगा। उन्होंने कहा कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा इस स्मारक के 8 फूड कोर्टस को लीज पर देने हेतु ईटेंडर.एचआरवाई.इन पर एक टेंडर लगाकर बोलियां आमंत्रित की गई हैं जिसकी अंतिम तिथि 15 अप्रैल 2025 है। इस टैंडर की आईडी 2025_एचआरवाई_433265_वी है तथा इसके दस्तावेज व अन्य शर्ते वेबसाइट से डाउनलोड की जा सकती हैं।