केयू में पांच एमओयू से रोजगार के नए अवसर होंगे पैदा : कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा
केयू ने किया माई बकेट स्टेज, टेरा ग्रिड टेक्नो, रेडिएंट पावर बैटरिज प्राइवेट लिमिटेड, गाला डिजिटल सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड तथा लावेस्ता एंटरप्राइजेज लिमिटेड के साथ समझौता
कुरुक्षेत्र, 09 अप्रैल। 
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने बुधवार को कमेटी रूम में आयोजित हुए पांच एमओयू के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग, कुटिक तथा रूसा की ओर से आयोजित एमओयू के माध्यम से विश्वविद्यालय में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि प्रबंधन विभाग में लावेस्ता एंटरप्राइजेज लिमिटेड के माध्यम से नई पीढ़ी के लिए नवाचार के माध्यम से नवीन स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके साथ ही प्रबंधन विभाग के शिक्षक एवं छात्र लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि माई बकेट स्टेज के माध्यम से पर्यटकों को जहां एक ओर रहने की आधुनिक सुविधाएं मिलेगी वहीं विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं छात्रों को इस स्टार्टअप से अनुभव एवं रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि टेरा ग्रिड टेक्नो के माध्यम से तकनीकी क्षेत्र में विश्वविद्यालय के शोधार्थियों एवं छात्रों को शोध के माध्यम से नए आयाम स्थापित करने का अवसर प्राप्त होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रेडिएंट पॉवर बैटरिज भविष्य में विश्वविद्यालय के विज्ञान के विभागों के साथ मिलकर शोध कर परिवहन के संसाधनों में सस्ती एवं उत्तम गुणवत्ता की बैटरी तैयार की जाएगी। इस नवाचार के द्वारा इस क्षेत्र के विद्यार्थियों को रोजगार के आधुनिक अवसर प्राप्त होंगे। इसके साथ ही छात्र उद्यमिता की ओर कदम बढ़ाएंगे।
कुलपति प्रो.सोमनाथ ने कहा कि डिजिटल सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ बिलिंग एवं बैंकिंग व्यवस्था को आसान एवं सुविधाजनक बनाना है। इस एमओयू से विश्वविद्यालय के शोधार्थी एवं छात्र छोटी दुकानों के लिए एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार करेंगे जो कम समय में बिल तैयार कर प्रस्तुत करेगा। इससे जहां छोटे दुकानदार का समय बचेगा वहीं ग्राहक को भी त्वरित रूप में बिल मिलेगा। इससे पहले कार्यक्रम के संयोजक रूसा के नोडल अधिकारी प्रो. प्रदीप कुमार, कुटिक समन्वयक प्रो. अनुरेखा तथा प्रबंधन अध्ययन संस्थान के अध्यक्ष प्रो. सुशील कुमार ने एमओयू की भावी रूपरेखा कुलपति के समक्ष प्रस्तुत की।
इस मौके पर कंपनियों के सभी प्रतिनिधियों ने उपस्थित कमेटी के समक्ष अपनी भावी योजनाओं का प्रस्तुतिकरण भी किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की ओर से सभी एमओयू पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की ओर से कंपनियों के सभी प्रतिनिधियों को कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा द्वारा स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रो. नीलम ढांडा, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. सुशील कुमार, प्रो. अनुरेखा शर्मा, प्रो. अश्वनी मित्तल, प्रो. राकेश कुमार, प्रो. महासिंह पूनिया, डॉ. राजन शर्मा, कंपनी के प्रतिनिधियों में भानू, रविन्द्र, निशांत सिंह, रवि कुमार एवं अजय कुमार सहित अनेक गणमान्य शिक्षक मौजूद थे।
पुस्तकें विविध दृष्टिकोण एवं संस्कृतियों से जोड़ती है : डॉ. जिम्मी शर्मा

केयू आईआईएचएस में लिटरेरी क्लब द्वारा पुस्तकों की महत्ता को लेकर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित
कुरुक्षेत्र, 09 अप्रैल। 
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आईआईएचएस संस्थान के लिटरेरी क्लब द्वारा पुस्तकों के महत्व पर एकदिवसीय कार्यशाला के तकनीकी सत्र में डॉ. जिम्मी शर्मा ने कहा कि पुस्तकें कालातीत मित्र के रूप में काम करती हैं, जो स्थान और समय की बाधाओं को पार करके हमें विविध दृष्टिकोणों और संस्कृतियों से जोड़ती हैं। वे मनुष्य में आलोचनात्मक सोच को पोषित करके और आत्म-खोज के लिए सुअवसर प्रदान करती है। पुस्तकों में जीवन, समाज और भविष्य को नया रूप देने की क्षमता निहित है।
वहीं दूसरे सत्र में समूह चर्चा के सत्र में अंग्रेजी ऑनर्स की छात्रा श्रीजा ने कहा कि वास्तविकता को समझने के लिए साहित्य सृजनात्मक माध्यम आवश्यक है। बीए के छात्र हिमांशु ने कहा कि एक लेखक दुनिया को कैसे देखता है और इसे अपने लेखन में कैसे शामिल करता है यह देखना बहुत अचंबित करता है।

इस कार्यशाला की संयोजिका डॉ. जिम्मी शर्मा और संयोजक डॉ. रामचंद्र ने बताया कि इस कार्यशाला में चर्चा सत्र में जौन एलिया, पीयूष मिश्रा आदि जैसे विभिन्न कवियों की कविताओं के साथ-साथ कोलीन हूवर जैसे समकालीन लेखकों और उनकी प्रसिद्ध पुस्तक इट एंड्स विद अस से जुड़े विवादों पर बात रखी गई। डॉ. रामचंद्र ने इस कार्यशाला में धन्यवाद प्रस्तुत किया। वहीं संस्थान की प्राचार्य डॉक्टर रीटा दलाल ने लिटरेरी क्लब सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
 
प्रो. भगवान सिंह चौधरी बने एकेडमिक काउंसिल सदस्य
कुरुक्षेत्र, 09 अप्रैल। 
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के आदेशानुसार जियोफिजिक्स विभाग के प्रो. भगवान सिंह चौधरी को एकेडमिक काउंसिल का सदस्य बनाया गया है। यह जानकारी देते हुए लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि प्रो. भगवान सिंह चौधरी आगामी 23 अप्रैल 2025 से एकेडमिक काउंसिल के सदस्य होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *