करनाल 26 मार्च।  कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक वजीर सिंह ने बताया कि ग्रीष्मकालीन मूंग का एरिया बढ़ाने के लिए विभाग ने जिला के किसानों को 75 प्रतिशत अनुदान पर 06 हजार एकड़ क्षेत्र की बिजाई के लिए 600 क्विंटल ग्रीष्मकालीन मूंग के बीज का वितरण किया जाना है। किसानों को हरियाणा बीज विकास निगम के बिकी केन्द्रो के माध्यम से बीज वितरित किया जाएगा व 26 प्रतिशत राशि किसान को बीज खरीदते समय पर जमा करवानी होगी। ग्रीष्मकालीन मूंग का बीज प्राप्त करने के लिए किसान कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वैबसाईट एग्री हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पोर्टल (agriharyana.gov.in) पर 26 मार्च से 20 अप्रैल 2025 तक पंजीकरण करवा सकते है।
उप-निदेशक ने बताया कि किसानों को बीज देने के बाद विभागीय कमेटी इनकां भौतिक सत्यापन करेगी कि किसान ने बीज का उपयोग सही तरीके से किया है या नहीं। उन्होंने बताया कि स्कीम के अनुसार निरीक्षण के दौरान यदि किसान के खेत में मूंग के बीज की बिजाई नहीं हुई पाई गई तो उस किसान को 75 प्रतिशत अनुदान राशि विभाग में जमा करवाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। यदि वह ऐसा नही करता तो वह मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत उसी भूमि पर कृषि विभाग की स्कीमों का लाभ (कृषि मशीनरी व ई-खरीद को छोडक़र) आगामी एक वर्ष तक प्राप्त करने से वंचित हो जाएगा। इस स्कीम के तहत् पूरी प्रक्रिया जिले के उपायुक्त महोदय द्वारा उनकी देख-रेख में की जाएगी।
उन्होंने बताया कि ग्रीष्मकालीन मूंग की एम0एच0 421 वैरायटी किसानों को उपलब्ध करवाई जाएगी। एम0एच0 421 किस्म 60 दिन में पकने वाली पीले पत्ते के प्रति अवरोधक, दाना आकर्षक चमकीला हरा व मध्य आकार का होता है। उन्होंने बताया कि जिसकी सामान्यत ग्रीष्मकालीन उपज़ 4-4.8 क्विंटल प्रति एकड़ व खरीफ में 5.6-6.4 क्विंटल प्रति एकड़ पाई जाती है। एक किसान को अधिकतम 30 किलोग्राम अथवा 03 एकड़ तक का बीज प्राप्त कर सकता है व किसान को पूरे ही एकड़ का बीज मिलेगा। हरियाणा बीज विकास निगम से बीज लेते समय किसान को अपना आधार कार्ड या वोटर कार्ड या किसान कार्ड बिकी केन्द्र पर प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि ग्रीष्मकालीन मूंग बीज प्राप्त करने के लिए इच्छुक किसान विभाग की वेबसाइट पर शीघ्रातिशीघ्र पंजीकरण करवाएं।

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