पिछले 73 वर्षों से आयोजित किया जाता है होलिका दहन कार्यक्रम
कुरुक्षेत्र, 13 मार्च : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में पिछले 73 वर्षों की परम्परा के अनुसार नगर के रेलवे रोड पर सुभाष मंडी में होलिका दहन उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। मंडी में पूरा दिन पुरुषों, महिलाओं, बच्चों व युवाओं का होलिका दहन से पूर्व होली पूजन के लिए तांता लगा रहा। बच्चे कंडियाँ पहनकर अपने परिवारजनों के साथ होली पूजने आए। कार्यक्रम के आयोजक सदस्य विनय गुप्ता एवं कपिल मित्तल ने सभी को होली पर्व की बधाई देते हुए बताया कि होली का पर्व आपसी भाईचारे का प्रतीक है। यह पर्व प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह पर्व भगवान विष्णु के प्रिय भक्त प्रहलाद की याद में मनाया जाता है। होलिका ने भक्त प्रहलाद को मारने के लिए आग में जलाने का प्रयास किया था। लेकिन प्रहलाद की सच्ची भक्ति के कारण आग उसे जला नहीं सकी और होलिका आग में जल गई। यह पर्व हमें यह संदेश भी देता है कि यदि हम भगवान के प्रति सच्ची भक्ति व श्रद्धा रखते हैं तो बड़ी से बड़ी मुश्किल भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। गुप्ता एवं मित्तल ने यह भी बताया कि देर शाम के समय होली पूजन पांच विद्वान ब्राह्मणों के द्वारा विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ किया गया। इस के उपरांत होलिका दहन किया गया। ढोल नगाड़े व शंख की पवित्र ध्वनि से पूरे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो गया। होलिका दहन कर सभी को प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर राजेश सिंगला, अंकुर गुप्ता, अनिल गुप्ता, अशोक गर्ग, प्रेम सागर, अरुण गर्ग, गर्वित गर्ग, अश्विनी मित्तल, अश्विनी जिंदल, जय पाल गोयल, विनय गुप्ता, भारत लाल, आकाश, खेली राम, पिंकी जैन, अंजू, मंजू बाला, प्रियंका, मधु रानी, वीना, आरती, सोनिया, वंशिका, अक्षरा इत्यादि सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
फोटो परिचय : होलिका दहन से पूर्व पूजन करते हुए लोग।