दिसम्बर,2020 में थे 1 लाख 87 हज़ार, मौजूदा संख्या  1 लाख 93 हज़ार

चंडीगढ़ – आगामी  2 मार्च रविवार को हरियाणा में करीब तीन दर्जन शहरी निकायों के चुनाव हेतू  निर्धारित मतदान के दौरान अम्बाला  नगर निगम के रजिस्टर्ड मतदाता भी  निगम के गत सवा चार माह से रिक्त पड़े  मेयर पद के लिए प्रत्यक्ष (सीधा) निर्वाचन करने के लिए वोट डालेंगे. वोटों की गिनती हालांकि  उसके दस दिनों बाद  12 मार्च  को होगी.

इसी बीच शहर  निवासी  पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट एवं म्युनिसिपल कानून के जानकार  हेमंत कुमार (9416887788)  ने बताया  कि इसी माह बीती 4 फरवरी को जब हरियाणा राज्य चुनाव आयोग द्वारा जब प्रदेश के   कुल  33  नगर निकायों में आम चुनाव और अम्बाला नगर निगम के मेयर  सहित कई पदों के  उपचुनाव की घोषणा की गई थी, तो उस दिन  आयोग द्वारा जारी आधिकारिक  प्रेस नोट में अम्बाला  नगर निगम में मतदाताओं की कुल संख्या 1 लाख 93 हज़ार 260 दर्शायी गई जिसमें से 1 लाख 418 पुरुष मतदाता जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 92 हज़ार 823 है. वहीं अन्य अर्थात ट्रांसजेंडर मतदाता 19 हैं.

बहरहाल, हेमंत ने बताया कि चार वर्ष पूर्व दिसम्बर,2020 में जब अम्बाला नगर निगम के आम चुनाव कराये गए थे, तब हालांकि

यहाँ मतदाताओं की कुल संख्या 1 लाख 87 हज़ार 131 थी  जिसमें से 97 हजार  739 पुरुष मतदाता जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 89 हज़ार 385 थी वहीं अन्य अर्थात ट्रांसजेंडर मतदाता  थे. तब उनमें से 1 लाख 5 हजार मतदाताओ ने मतदान किया था जो करीब 56 प्रतिशत ही बनता था.  

गत चार वर्षो में अम्बाला नगर निगम में मतदाताओ की संख्या  केवल 6 हजार 129 ही बढ़ी है. वहीं अम्बाला सदर (कैंट) नगर परिषद में इस बार  मतदाताओं की संख्या 1 लाख 78 हज़ार 275 है. इस प्रकार अम्बाला शहर नगर निगम में अम्बाला सदर नगर परिषद से केवल 15 हज़ार मतदाता ही  अधिक है.

हेमंत ने यह भी बताया कि गत वर्ष अक्टूबर,2024 में  हरियाणा विधानसभा आम चुनाव से ठीक पहले अम्बाला शहर विधानसभा हलके में 2 लाख 62 हजार 847 मतदाता थे  एवं यह संख्या मई, 2024 में  अर्थात  18वी लोकसभा आम चुनाव से ठीक पहले  2 लाख 57 हजार 33 थी.  हालंकि अम्बाला नगर निगम की मतदाता संख्या अम्बाला शहर विधानसभा हलके में वोटरों की संख्या से कम होती है चूँकि अम्बाला नगर निगम के दायरे में वह सभी गांव नहीं पड़ते जो हालांकि अम्बाला विधानसभा हलके में आते  है. फिर भी यह बात गौर करने योग्य है कि क्या गत चार वर्ष में अम्बाला नगर निगम में केवल 6 हज़ार मतदाता ही बढ़े है. वहीं जहाँ तक सोनीपत नगर निगम का विषय है, जहाँ अम्बाला नगर निगम की तरह ही सोनीपत नगर निगम मेयर का उपचुनाव हो रहा है, वहां गत चार वर्षो में करीब 44 हज़ार मतदाता बढ़े है.

जो भी हो,  हेमंत ने आज  हरियाणा के राज्य निर्वाचन आयुक्त धनपत सिंह को लिखकर उनसे अम्बाला नगर निगम के गत सप्ताह 17 फरवरी 2025 तक, अर्थात नगर निगम मेयर का उपचुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के नामांकन फॉर्म  भरने के अंतिम दिन  तक निगम क्षेत्र में  रजिस्टर्ड सभी मतदाताओं की ताज़ा संख्या (जनरल एवं सर्विस दोनों और साथ साथ दिव्यांग. ट्रांसजेंडर(किन्नर), ओवरसीज (एन.आर.आई.) आदि को सार्वजनिक कर उसे आयोग की वेबसाइट पर अपलोड करने की अपील की है. उन्होंने अपने पत्र की कॉपी   अम्बाला नगर निगम मेयर उपचुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर (आर.ओ.) और अम्बाला शहर एस.डी.एम. दर्शन सिंह और दोनों ए.आर.ओ. तहसीलदार अम्बाला और बीडीपीओ अम्बाला शहर और दोनों मेयर प्रत्याशी शैलजा सचदेवा और अमीषा चावला को भी ईमेल की है.

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