नन्हे बच्चों ने बालघर के वार्षिकोत्सव बालरंग में दिखाई जोरदार प्रतिभा
कुरुक्षेत्र, 13 फरवरी : बच्चों को भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों से जोड़ने के लिए श्रीमद्भगवद्गीता प्राथमिक विद्यालय बालघर बालघर में भव्य बालरंग के नाम वार्षिक उत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को लेकर नन्हे नन्हे बच्चे भी अपनी प्रतिभा को दिखाने के लिए काफी उत्साहित नजर आए।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य वक्ता ऋषि राज वशिष्ठ, मुख्य अतिथि सौरभ त्रिखा, विश्वकांत शर्मा, राजीव गर्ग, हिंदू शिक्षा समिति उपाध्यक्षा राज विज, सत्यनारायण (हिंदू शिक्षा समिति संरक्षक), प्रबंध समिति सदस्यों, प्रधानाचार्या तथा कई अन्य गणमान्य महानुभावों द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया गया। सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा घोष की लय के साथ किया गया। इस मौके पर प्रबंध समिति उपाध्यक्ष केवल कृष्ण, प्रबंधक जीवन मौदगिल, कोषाध्यक्ष धीरज गोयल, महिला प्रतिनिधि अन्नपूर्णा शर्मा, अभिभावक प्रतिनिधि वर्षा, प्रबंध समिति सदस्य राज गोयल, दीपक सिंगला व सुशील बंसल भी मौजूद रहे। अतिथियों का स्वागत एवं परिचय प्रधानाचार्या चेतना वशिष्ठ द्वारा करवाया गया। भगवान गणेश जी का आह्वान करते हुए बच्चों द्वारा गणेश वंदना प्रस्तुति दी गई। प्रधानाचार्या चेतना द्वारा विस्तार पूर्वक वार्षिक विद्यालय वृत्त प्रस्तुत किया गया। इसके उपरांत कक्षा अरुण, उदय, प्रभात के नन्हे मुन्ने बच्चों ने बचपन की मौज मस्ती, अनुच्छेद 370, दादी – दादी, नाना – नानी वेलकम टू स्कूल गीत की प्रस्तुति देते हुए बताया कि इनका प्यार हमारे लिए कितना अनमोल है। इसके पश्चात मुख्य अतिथि एवं पूर्व छात्र सौरभ त्रिखा ने सम्बोधित करते हुए बताया कि आज मेरे लिए बहुत गर्व का दिन है कि जिस विद्यालय से मैंने शिक्षा प्राप्त की, आज उस विद्यालय के वार्षिक उत्सव में मुझे मुख्य अतिथि बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने अपने विद्यालय समय की स्मृतियों को याद करते हुए अपने कुछ अनुभव हम सब के साथ सांझा किए। मुख्य वक्ता एवं हिंदू शिक्षा समिति अध्यक्ष डा. ऋषि राज वशिष्ठ ने नन्हे मुन्ने बच्चों की प्रस्तुतियों व कार्यक्रम की बहुत सराहना की एवं अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को ऐसे विद्यालय में भेजें, जहां अद्भुत गतिविधियों के साथ-साथ संस्कारमय वातावरण प्रदान किया जाता है। हरियाणवी संस्कृति को जीवित रखते हुए बच्चों ने हरियाणवी भाषा में हरियाणवी स्किट प्रस्तुत की। योग हमारे जीवन का आधार है एवं जीरो दिया मेरे भारत ने वाक्य को सार्थक करते हुए बच्चों ने पिरामिड की अनेक आकृतियां बनाते हुए योग, स्केट्स, दुपट्टा ड्रिल प्रस्तुति दी। इसके पश्चात भगवान विष्णु के 10 अवतारों को दर्शाते हुए कल्कि अवतार कोरियोग्राफी प्रस्तुत की गई। तत्पश्चात अष्टादश श्लोकी गीता, वृक्ष ही जीवन है, बिना कुछ कहे सब कुछ कहने की कला को दर्शाते हुए बच्चों ने पर्यावरण संबंधित प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति में सोशल मीडिया एवं मोबाइल के हमारे जीवन पर सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभावों को दर्शाते हुए नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा स्किट प्रस्तुत की गई। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में सभी प्रबंध समिति सदस्य, प्रधानाचार्य, पूर्व छात्र व समाज के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे। वंदे मातरम के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया एवं उपाध्यक्ष केवल कृष्ण द्वारा आए हुए गणमान्य महानुभावों, अभिभावकगण व समस्त विद्यालय परिवार का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया गया।
फोटो परिचय : कार्यक्रम की प्रस्तुति देते हुए बच्चे।