माघ माह के शुक्ल पक्ष की गुप्त नवरात्र अष्टमी पर हवन यज्ञ में गई आहुतियां
कुरुक्षेत्र, 5 फरवरी : अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी की प्रेरणा से श्रद्धालुओं व यजमानों द्वारा विश्व कल्याण के लिए गुप्त नवरात्रों के अवसर पर चल रहे हवन यज्ञ में अष्टमी के दिन आहुतियां दी गई एवं पूजा अर्चना की गई। महंत जगन्नाथ पुरी के अनुसार आज माघ गुप्त नवरात्रों का आठवां दिन है। दस महाविद्याओं में से गुप्त नवरात्र के आठवें दिन मां बगलामुखी की आराधना की जाती है, जबकि सामान्य रूप से आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। यह नवरात्र 7 फरवरी तक चलेंगे। उन्होंने कहा कि मां भगवती के नौ रूपों की भक्ति करने से हर मनोकामना पूरी होती है। वहीं आज के दिन कन्या पूजन का अत्यधिक महत्व बताया गया है। शास्त्रों के अनुसार कन्या पूजन के लिए दुर्गाष्टमी का दिन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण और शुभ माना गया है। उन्होंने अष्टमी पर पूजन में कमल के फूल का महत्व बताया कि भगवान विष्णु ने भी भगवान शिव को खुश करने के लिए कमल के फूलों से अभिषेक किया था। इससे भगवान शिव ने खुश होकर, कपूर, गौरम, करुणा तारम जैसा भगवान विष्णु को रूप दिया। कमल मां लक्ष्मी का भी सबसे अति प्रिय पुष्प हैं। इससे मां धनधान्य से पूर्ण करती हैं और कष्टों का निवारण करती हैं। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि यज्ञ करने से वर्षा होती हैं और वर्षा से अन्न उत्पन्न होता हैं। अन्न से प्रजा का पालन होता हैं। इस अवसर पर जितेंद्र भारद्वाज, नरेश कुमार, कमल कुमार, बिल्लू पुजारी, ज्ञान गुप्ता, कुलभूषण इत्यादि भी मौजूद थे।