प्रत्येक बृहस्पतिवार को सरकारी अस्पताल में मरीजों को गौशाला की ओर से वितरीत किया जाता है भोजन
कुरुक्षेत्र, 21 जनवरी। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी के सानिध्य में संचालित श्री कृष्ण कृपा गौशाला गौवंश की सेवा के साथ-साथ मानव सेवा में भी लगी हुई है। इस गौशाला में जहां बेसहारा गौवंश का आश्रय दिया जाता है, वहीं प्रत्येक बृहस्पतिवार को गौशाला की ओर से लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में उपराधीन लगभग 300 मरीजों और उनके सहायकों को भोजन भी वितरीत किया जाता है।
श्री कृष्ण कृपा गौशाला के चेयरमैन हंसराज सिंगला तथा प्रधान सुनील वत्स ने उपरोक्त जानकारी देतेे हुए बताया कि इस गौशाला में लगभग 600 से अधिक गौवंश है, जिनमें अनेक अपाहित गाय भी हैं। सडक़ों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश को गौशाला में आश्रय दिया जाता है और उनके लिए श्रद्धालुओं के सहयोग से पौष्टिक आहार की व्यवस्था की जाती है। इसी के साथ-साथ गौशाला द्वारा गीता मनीषी के निर्देशानुसार प्रत्येक बृहस्पतिवार को सिविल अस्पताल में जाकर उपचाराधीन मरीजों के लिए भोजन वितरीत करना भी शुरु किया है। इस प्रकार यह गौशाला मानव सेवा के लिए भी कार्य करती है।
सिंगला व वत्स ने कहा कि गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी का जीवन गाय व गीता के लिए समर्पित है। सनातन धर्म त्यौहारों के अवसर पर श्री कृष्ण कृपा गौशाला की ओर से नगर में प्रभातफेरियां आयोजित की जाती हैं और गौ सेवा व गीता का प्रचार-प्रसार किया जाता है। इन प्रभातफेरियों में जो चढावा आता है वह गौवंश की सेवा के लिए खर्च होता है। गीता मनीषी का सपना है कि घर-घर में गीता का प्रचार-प्रसार हो और प्रत्येक व्यक्ति अपने घर में गाय पाले। इसी प्रेरणा को आगे बढाते हुए श्री कृष्ण कृपा गौशाला सेवारत है।

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