प्रदेश के सभी स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को जल्द किया जाएगा मजबूत, अधिकारियों को अप्रैल माह से पहले खामियों को दूर करने के दिए आदेश
केयू सीनेट हॉल में पत्रकारों से रू-ब-रू हुए शिक्षा मंत्री
कुरुक्षेत्र, 12 जनवरी। हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में 1 अप्रैल से किसी भी स्कूल में शिक्षक की कमी नहीं रहेगी। इस प्रदेश के हर स्कूल में शिक्षकों को रेशनलाइज करने के आदेश अधिकारियों को दिए जा चुके हैं। इतना ही नहीं प्रदेश के सभी स्कूलों में जल्द ही इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाएगा और अप्रैल माह से पहले स्कूलों की सभी खामियों को दूर करने का प्रयास भी किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने रविवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति, छात्र, शिक्षक, विद्वान, किसान, व्यापारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में सुधार के लिए अपने विचार एवं सुझाव दे सकेगा । सभी के सुझाव लेकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन पूरे प्रदेश में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 2025 के बाद प्रदेश के राजकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी नहीं रहेगी। इसके साथ-साथ स्कूलों में दी जाने वाली अन्य सुविधाओं के लिए भी आदेश जारी कर दिए गए हैं जिन्हें तुरंत प्रभाव से लागू किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एनईपी-2020 को लागू करने में कोई त्रुटि न रहे, इसके लिए आज प्रदेशभर में चार स्थानों पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया है जिसमें से एक गोष्ठी का आयोजन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में किया गया है जिसमें कईं सार्थक विचार निकलकर सामने आए हैं। शिक्षा विभाग ने एनईपी के लिए सभी सार्थक सुझाव आमंत्रित किए हैं जिन पर विचार करके एनईपी का क्रियान्वयन किया जाएगा और व्यक्ति निर्माण के कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे सभी लोगों से अपील करते हैं कि राजकीय स्कूलों में बिना खर्ची-पर्ची के योग्य और सर्वश्रेष्ठ शिक्षक नियुक्त किए गए हैं तथा स्कूलों में अच्छी सुविधाएं दी जा रही है। इसलिए सभी अपने बच्चों को राजकीय विद्यालयों में शिक्षा दिलवाएं। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सोच व आदेश हैं कि राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों एवं अन्य सुविधाओं की कोई कमी न रहे। इसके लिए उन्होंने तुरंत प्रभाव से आदेश दिए हैं कि स्कूलों में कोई कमी न रहे। आज की संगोष्ठी भी इसलिए आयोजित की गई थी कि छात्र, अभिभावक, शिक्षक व अधिकारी अपने सुझाव दे ताकि हम प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा माहौल बना सकें कि 2047 में भारत विश्व गुरु बन सकें। उन्होंने पत्रकारों से भी अपील करते हुए कहा कि पत्रकार भी एनईपी के क्रियान्वयन की बेहतरी के लिए अपना सुझाव दें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, शिक्षा विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी आईएएस पंकज अग्रवाल, हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र गक्खड़, कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, केयू डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. दिनेश कुमार, भाजपा के जिला अध्यक्ष सुशील राणा, डॉ. प्रीतम सिंह, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
केयू सीनेट हॉल में पत्रकारों से रू-ब-रू हुए शिक्षा मंत्री
कुरुक्षेत्र, 12 जनवरी। हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में 1 अप्रैल से किसी भी स्कूल में शिक्षक की कमी नहीं रहेगी। इस प्रदेश के हर स्कूल में शिक्षकों को रेशनलाइज करने के आदेश अधिकारियों को दिए जा चुके हैं। इतना ही नहीं प्रदेश के सभी स्कूलों में जल्द ही इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाएगा और अप्रैल माह से पहले स्कूलों की सभी खामियों को दूर करने का प्रयास भी किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने रविवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति, छात्र, शिक्षक, विद्वान, किसान, व्यापारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में सुधार के लिए अपने विचार एवं सुझाव दे सकेगा । सभी के सुझाव लेकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन पूरे प्रदेश में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 2025 के बाद प्रदेश के राजकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी नहीं रहेगी। इसके साथ-साथ स्कूलों में दी जाने वाली अन्य सुविधाओं के लिए भी आदेश जारी कर दिए गए हैं जिन्हें तुरंत प्रभाव से लागू किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एनईपी-2020 को लागू करने में कोई त्रुटि न रहे, इसके लिए आज प्रदेशभर में चार स्थानों पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया है जिसमें से एक गोष्ठी का आयोजन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में किया गया है जिसमें कईं सार्थक विचार निकलकर सामने आए हैं। शिक्षा विभाग ने एनईपी के लिए सभी सार्थक सुझाव आमंत्रित किए हैं जिन पर विचार करके एनईपी का क्रियान्वयन किया जाएगा और व्यक्ति निर्माण के कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे सभी लोगों से अपील करते हैं कि राजकीय स्कूलों में बिना खर्ची-पर्ची के योग्य और सर्वश्रेष्ठ शिक्षक नियुक्त किए गए हैं तथा स्कूलों में अच्छी सुविधाएं दी जा रही है। इसलिए सभी अपने बच्चों को राजकीय विद्यालयों में शिक्षा दिलवाएं। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सोच व आदेश हैं कि राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों एवं अन्य सुविधाओं की कोई कमी न रहे। इसके लिए उन्होंने तुरंत प्रभाव से आदेश दिए हैं कि स्कूलों में कोई कमी न रहे। आज की संगोष्ठी भी इसलिए आयोजित की गई थी कि छात्र, अभिभावक, शिक्षक व अधिकारी अपने सुझाव दे ताकि हम प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा माहौल बना सकें कि 2047 में भारत विश्व गुरु बन सकें। उन्होंने पत्रकारों से भी अपील करते हुए कहा कि पत्रकार भी एनईपी के क्रियान्वयन की बेहतरी के लिए अपना सुझाव दें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, शिक्षा विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी आईएएस पंकज अग्रवाल, हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र गक्खड़, कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, केयू डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. दिनेश कुमार, भाजपा के जिला अध्यक्ष सुशील राणा, डॉ. प्रीतम सिंह, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया सहित अन्य लोग मौजूद रहे।