केयू दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र में जनवरी 2025 सत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी, आवेदन की अंतिम तिथि 31 मार्च
कुरुक्षेत्र, 9 जनवरी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार कुवि के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र में जनवरी 2025 सत्र के लिए विभिन्न विषयों में पी.जी., यू.जी., ड़िप्लोमा, सर्टिफिकेट के प्रोग्राम्स में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 1 जनवरी से जारी है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि वर्तमान समय में दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा युवाओं के लिए वरदान है। उन्होंने बताया कि कुवि के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र द्वारा संचालित ओपन डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम्स व ऑनलाइन प्रोग्राम्स में विद्यार्थियों की संख्या प्रति वर्ष बढ़ती ही जा रही है और यह उन अभ्यार्थियों के लिये यह सुनहरा अवसर जो कि विदेशों, देश के दूसरे राज्यों, शहरो व गांवों में रहते हैं अथवा नौकरी व व्यवसाय में सलंग्न है। इसके इलावा जो विद्यार्थी किसी कारणवश नियमित रूप से अन्य संस्थानों में इन प्रोग्राम्स में प्रवेश नहीं सके अथवा नियमित रूप से दूसरे अन्य संस्थानों में दूसरे प्रोग्राम्स में पढ़ाई कर रहे हैं वे भी विश्वविद्यालय के इस केंद्र के माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।
दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र की निदेशिका प्रोफेसर मंजुला चौधरी ने बताया कि दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र में जनवरी 2025 के सत्र में विभिन्न प्रोग्राम्स में दाखिले फार्म भरने की आखिरी तारीख 31 मार्च है। सभी जानकारी केंद्र के प्रॉस्पेक्ट्स 2025 में दी गई है जो कि केंद्र की पोर्टल डीडीईकेयूके डॉट एसी डॉट इन पर उपलब्ध है । उन्होंने बताया कि विद्यार्थी ऑनलाइन फॉर्म भरते समय अपना मोबाईल नम्बर व ईमेल ठीक से भरें ताकि उनकी उचित आई.डी बनाई जा सके जिससे विद्यार्थियों को सारी सूचना उनके डैशबोर्ड पर उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने बताया कि केंद्र सभी प्रोग्राम्स के पर्सनल कांटेक्ट प्रोग्राम्स भी लगाता है तथा इसके लिए अध्ययन सामग्री भी उपलब्ध करवाता है। केंद्र इन प्रोग्राम्स के एक वर्ष में दो बार दाखिले करवाता है। दूसरा दाखिला जुलाई 2025 में शुरू होगा। उन्होंने बताया कि केंद्र के सभी प्रोग्राम्स दूरस्थ शिक्षा ब्यूरो, यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन, नई दिल्ली से मान्यता प्राप्त हैं। केंद्र अन्य सुविधाओं के अलावा दूरस्थ विद्यार्थियों को पीसीपी के दौरान हॉस्टल सुविधाएं विश्वविद्यालय परिसर में उपलब्ध करवाता है।
कुरुक्षेत्र, 9 जनवरी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार कुवि के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र में जनवरी 2025 सत्र के लिए विभिन्न विषयों में पी.जी., यू.जी., ड़िप्लोमा, सर्टिफिकेट के प्रोग्राम्स में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 1 जनवरी से जारी है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि वर्तमान समय में दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा युवाओं के लिए वरदान है। उन्होंने बताया कि कुवि के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र द्वारा संचालित ओपन डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम्स व ऑनलाइन प्रोग्राम्स में विद्यार्थियों की संख्या प्रति वर्ष बढ़ती ही जा रही है और यह उन अभ्यार्थियों के लिये यह सुनहरा अवसर जो कि विदेशों, देश के दूसरे राज्यों, शहरो व गांवों में रहते हैं अथवा नौकरी व व्यवसाय में सलंग्न है। इसके इलावा जो विद्यार्थी किसी कारणवश नियमित रूप से अन्य संस्थानों में इन प्रोग्राम्स में प्रवेश नहीं सके अथवा नियमित रूप से दूसरे अन्य संस्थानों में दूसरे प्रोग्राम्स में पढ़ाई कर रहे हैं वे भी विश्वविद्यालय के इस केंद्र के माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।
दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र की निदेशिका प्रोफेसर मंजुला चौधरी ने बताया कि दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र में जनवरी 2025 के सत्र में विभिन्न प्रोग्राम्स में दाखिले फार्म भरने की आखिरी तारीख 31 मार्च है। सभी जानकारी केंद्र के प्रॉस्पेक्ट्स 2025 में दी गई है जो कि केंद्र की पोर्टल डीडीईकेयूके डॉट एसी डॉट इन पर उपलब्ध है । उन्होंने बताया कि विद्यार्थी ऑनलाइन फॉर्म भरते समय अपना मोबाईल नम्बर व ईमेल ठीक से भरें ताकि उनकी उचित आई.डी बनाई जा सके जिससे विद्यार्थियों को सारी सूचना उनके डैशबोर्ड पर उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने बताया कि केंद्र सभी प्रोग्राम्स के पर्सनल कांटेक्ट प्रोग्राम्स भी लगाता है तथा इसके लिए अध्ययन सामग्री भी उपलब्ध करवाता है। केंद्र इन प्रोग्राम्स के एक वर्ष में दो बार दाखिले करवाता है। दूसरा दाखिला जुलाई 2025 में शुरू होगा। उन्होंने बताया कि केंद्र के सभी प्रोग्राम्स दूरस्थ शिक्षा ब्यूरो, यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन, नई दिल्ली से मान्यता प्राप्त हैं। केंद्र अन्य सुविधाओं के अलावा दूरस्थ विद्यार्थियों को पीसीपी के दौरान हॉस्टल सुविधाएं विश्वविद्यालय परिसर में उपलब्ध करवाता है।