ब्रह्माकुमारीज : कुरुक्षेत्र विश्व शांति धाम सेवा केंद्र के फाउंडिंग फादर और पूर्व केंद्रीय निर्देशक थे ब्रह्माकुमार लक्ष्मण भ्राता
कुरुक्षेत्र, 08 जनवरी।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कुरुक्षेत्र सेवा केंद्र में ब्रह्मा कुमार लक्ष्मण भ्राता जी की सातवीं पुण्य स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस पुण्य अवसर पर हांसी सेवा केंद्र से पधारी ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी बहन और सेंटर इंचार्ज ब्रह्माकुमारी सरोज बहन, डेरा कार सेवा गुरुद्वारा साहिब से बाबा गुरिंदर सिंह व खुशमनप्रीत सिंह ने लक्ष्मण भ्राता जी की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। बीके लक्ष्मी बहन ने लक्ष्मण भ्राता जी के साथ बिताए अपने अनुभवों को सांझा करते हुए कहा कि एक-एक क्षण प्रभु पिता की याद में बिताने वाले बीके लक्ष्मण भ्राता जी का आज हम सातवां स्मृति दिवस मना रहे हैं। एक ऐसी महान विभूति जो आज हमारे बीच नहीं है, परंतु उनके गुणों की छाप सदा हमारे बीच रहेगी। उन्होंने महान स्वतंत्रता सेनानियों का उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ चंद आत्माओं का ही स्मरण किया जाता है। उन्होंने बताया कि उनके अंदर बाबा की सेवाओं को करने का जुनून था और उन्हें अपने जीवन का उसूल बना लिया। जब तक किसी को ज्ञान अर्थात प्रभु की समझ नहीं दे लेते थे, तब तक भोजन ग्रहण नहीं करते थे। कोई न कोई ऐसा तरीका अपना लेते थे, जिससे प्रभु का संदेश प्रत्येक मनुष्य तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि परमात्मा भी उन्हीं पर कुर्बान होते हैं, जहां सरलता, पवित्रता, वफादारी और सत्यता हो। उन्होंने अपना तन-मन- धन सब कुछ परमात्मा की सेवा में अर्पण कर दिया क्योंकि उनका लक्ष्य स्पष्ट था। शारीरिक रूप से अस्वस्थ होने पर भी अंत समय तक कभी उनका उमंग, उल्लास कम नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि लक्ष्मण भ्राता जी ने गांव-गांव जाकर स्वयं जीवन का उदाहरण पेश करके सेवा की। इसलिए अनेक बार परमात्मा के महा वाक्यों में उनका नाम आता है। बहन जी ने सभी बहन भाइयों को ऐसी महान आत्मा के गुणो को जीवन में धारण करने का संदेश दिया। बहन जी ने कहा कि समय, श्वास, संकल्प, तन, मन, धन, ज्ञान, गुण, शक्तियां के खजाने जो प्रभु ने सभी आत्माओं को दिए हैं, उन्हें सफल करना चाहिए। दूसरों की छोटी-छोटी बातों को बुद्धि में रख कर समय नहीं गंवाना चाहिए। अंत में उन्होंने पुनः लक्ष्मण भ्राता जी के विशेषताओं को जीवन में उतारने का संदेश दिया और जो छाप वे छोड़ कर गए हैं, उसे अपने जीवन में उतारने का प्रयत्न करेंगे। सेंटर इंचार्ज राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरोज बहन ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि आप सब ने वीडियो के माध्यम से उनके जीवन के दर्शन किए। आप सभी भगवान के कार्य में सहयोगी बने और अपना लक्ष्य याद रखें। उन्होंने डेरा कार सेवा गुरुद्वारा साहिब से पहुंचे बाबा गुरिंदर सिंह और उनके सहयोगी खुशमनप्रीत का धन्यवाद किया और बताया कि समय-समय पर हम बहनों को जब भी सहयोग की आवश्यकता पड़ती है, तभी सदैव सहयोग देने के लिए तैयार रहते हैं और उनका ह्रदय से आभार व्यक्त किया। कार सेवा वाले बाबा गुरिंदर सिंह ने कहा कि बहनों से मिल कर बहुत खुशी हुई और हम हर समय इनके साथ है। परमात्म स्मृति गीत के साथ बाबैन, लाडवा, पिपली, खिदरपुर आदि स्थानों से पहुंची ब्रह्मकुमारी बहनों ने लक्ष्मण भ्राता जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। इस अवसर पर बीके राधा, बीके नीरू, बीके लता, बीके प्रियंका, बीके मधु, बीके मीनाक्षी, बीके शकुंतला, बीके प्रेरणा, बीके पुष्पा, हरबंस सिंह, रणधीर सिंह, सतीश कत्याल, संत कुमार, करण सिंह, जगदीश कुमार, मुकेश कुमार, बलवंत सिंह, कृष्ण कुमार, श्यामलाल, केवल कृष्ण, संपूर्ण सिंह, राजकुमार, गौरव, कनिष्क, भगतराम, बुधराम, दिलबाग, शैलजा, विमला, हीरा, नीलम, राजरानी, निर्मल, नरेश, सुनीता मित्तल, सुदेश, जरनैल, रंजना, रेशमा और आसपास के सेवा केंद्रों से अनेक बहन भाई मौजूद रहे और अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये।