वीरों के इतिहास को संजोकर रखना हमारी जिम्मेवारी: डीपी चौधरी
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वीर बाल दिवस के अवसर पर सोम गुरुकुल में कार्यक्रम आयोजित
डॉ. राजेश वधवा
कुरुक्षेत्र। ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने कहा है कि लाखों वीरों के बलिदान के बाद हमें आजादी मिली है। हमें वीरों के इतिहास को संजोकर रखना चाहिए। वे बुधवार को सोम कॉन्वेंट गुरुकुल घराडसी में आयोजित वीर बाल दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर रहे थे। इस मौके पर जिला परिषद के उपाध्यक्ष धर्मपाल चौधरी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, वही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सीपीएम तंवर व हॉकी के पूर्व कोच गुरविंदर सिंह बतौर विशिष्ट अतिथि पहुंचे। कार्यक्रम में पहुंचने पर विद्यालय के निदेशक सुभाष चौहान, टीना चौहान व प्रिंसिपल रितु शर्मा ने सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इस दौरान अतिथियों ने साहबजादों को नमन कर पुष्प अर्पित किए।
ओलंपियन योगेश्वर दत्त ने बच्चों व अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि सिख धर्म व सनातन धर्म एक ही है। कुछ लोग हमारी संस्कृति को अलग अलग बांटने में लगे है, ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। अभिभावकों को संबोधित करते हुए योगेश्वर दत्त ने कहा की शिक्षा के साथ-साथ अपने बच्चों में संस्कार भरें क्योंकि काफी लोग ऐसे देखे जाते हैं जो की काफी अच्छी पढ़ाई करने के बाद बुरे कार्यों में चले जाते हैं जिसमें आतंकवादी भी शामिल होते हैं लेकिन जिन लोगों में संस्कार होते हैं वे लोग देश के लिए ही हर काम करते हैं। हमें भी अपने बच्चों में संस्कार भरने होंगे ताकि हिंदुस्तान के लिए हमारा हर एक बच्चा बेहतरीन तरीके से काम करें। हमारे बच्चों के अंदर हिन्दुस्तान मजबूत करने का जज्बा पैदा करना है। योगेश्वर दत्त ने कहा कि पहले भारत को सांप और सपेलो का देश समझा जाता था लेकिन आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। अपने संबोधन में जिला परिषद के वाइस चेयरमैन धर्मपाल चौधरी ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति को संजोकर रखना चाहिए, संस्कृति को संजोकर रखना हमारा परम कर्तव्य बनता है। हमारा सौभाग्य है की आज भारत की संस्कृति को विदेशी भी अपना रहे हैं। उन्होंने कहा की बच्चों में अच्छे विचारों का संचार करें हमारे देश का भविष्य अभिभावकों व शिक्षकों के हाथ में है।
इसके बाद योगेश्वर दत्त व धर्मपाल चौधरी ने विद्यालय के हॉकी ग्राउंड में आयोजित मेले का शुभारंभ रिबन काटकर किया। योगेश्वर दत्त ने एक-एक स्टॉल पर जाकर विद्यार्थियों से बातचीत की। साइंस व गणित के मॉडल के बारे में बच्चों से बातचीत की। मेले के दौरान कई प्रकार के गेम स्टॉल भी लगाए गए जिसमें ओलंपियन योगेश्वर दत्त ने भी भाग लिया। मेले में हरियाणवी कल्चर पर आधारित हट आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें बच्चों ने अभिभावकों के संग सेल्फी ली। इस दौरान स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।