सचिवालय के बाहर एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल कर राष्ट्रपति प्रधानमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा
भारतीय किसान यूनियन चढूनी ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के समर्थन में प्रदेश में जगह जगह किसानों ने प्रदर्शन कर एक दिन की भूख हड़ताल की। यूनियन के नेताओं ने उपायुक्त कार्यालय पर एक दिन का सांकेतिक उपवास रखकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में यूनियन के 11 नेता उपवास पर बैठे। जिला प्रधान समय सिंह ने बताया कि सरकार ने शंभू सीमा को बंद किया हुआ है। लोगों को एक से दूसरे राज्य में भी नहीं जाने दिया जा रहा है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन को 25 दिन हो गए हैं उन्हीं के समर्थन में यूनियन की ओर से देश के कई राज्यों में एक दिन का उपवास रखकर प्रदर्शन किया जा रहा है। यह प्रदर्शन शाम 4 बजे तक किया गया। इसके उपरांत उपायुक्त को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। किसान नेता धर्मपाल नंबरदार ने बताया कि रेवाड़ी से भी किसानों का एक जत्था खनौरी बॉर्डर गया था और आंदोलन में शामिल हुए थे लेकिन यह सरकार गूंगी बहरी है इसे किसानों की दुःख तकलीफ दिखाई नहीं दे रही। बीस दिनों से डलेवाल का अनशन चल रहा है और अब उनकी तबियत भी बिगड़ने लगी है। आज एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल है अगर किसानों की मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन को ओर तेज किया जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान समय सिंह ने बताया कि दस माह से ज्यादा हो गए हैं, किसान एमएसपी की मांग को लेकर अंबाला में खनौरी बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं पंजाब का किसान अकेला नहीं हैं। पूरे हरियाणा के किसान भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़े है। किसानो ने लघु सचिवालय के बाहर भूख हड़ताल शुरू कर दी। भूख हड़ताल व धरने के बाद किसान शाम चार बजे एमएसपी गारंटी कानून को लेकर डीसी को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
दरअसल अंबाला में खनौरी बॉर्डर पर एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के समर्थन में आज रेवाड़ी के किसान भी आ गए। डल्लेवाल के समर्थन में किसान आज केवल एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल कर रहे है। भूख हड़ताल पर बैठने वाले 11 किसानों को फूलों के हार पहनाए गए। इसके बाद किसानों ने सरकार के खिलाफ व डल्लेवाल के समर्थन में नारेबाजी की।