देश के उपराष्ट्रपति, प्रदेश के राज्यपाल, प्रदेश के मुख्यमंत्री व मंत्रियों ने किया हरियाणा पवेलियन का अवलोकन
हरियाणवी संस्कृति के प्रचार के साथ-साथ छात्रों को आत्मनिर्भर बनने के लिए किया प्रेरित
कुरुक्षेत्र, 11 दिसम्बर। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में लगा हरियाणा पवेलियन पर्यटकों के दिलों पर हरियाणवी संस्कृति की अमिट छाप छोड़ गया। हरियाणा पवेलियन में जहां युवा पीढ़ी को अपनी समृद्ध लोक संस्कृति, सभ्यता व धरोहर से परिचित कराने का काम किया गया वहीं छात्रों को आत्मनिर्भर बनने के लिए भी प्रेरित किया गया। 5 दिसम्बर से आरम्भ हुआ हरियाणा पवेलियन 11 दिसम्बर को हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हो गया। सात दिनों तक 70 स्टालों के माध्यम से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने हरियाणा की लोक संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य किया। वहीं छात्रों को स्टाल देकर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करते हुए स्वावलम्बी भारत का सपना साकार किया। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा व कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में 7 दिनों तक पवेलियन में आने वाले पर्यटकों के लिए उचित व्यवस्था की गई तथा हरियाणवी संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए उत्कृष्ट किया गया।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में 7 दिनों तक देश की महान विभूतियों, बडे़ नेताओं, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के धार्मिक गुरूओं, बडे़ अधिकारियों सहित देश-विदेश के पर्यटकों ने हरियाणा पवेलियन का अवलोकन किया। हरियाणा पवेलियन का उद्घाटन प्रदेश के महामहिम राज्यपाल व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय, हरियाणा प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया। इसके साथ-साथ हरियाणा पवेलियन का अवलोकन देश के महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व उनकी धर्मपत्नी सुदेश धनखड़ ने किया। इसके अतिरिक्त केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, जीओ गीता के प्रणेता पूज्य स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, कृष्ण बेदी, कैबिनेट मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग, कल्याण (अंत्योदय) सेवा, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन शहरी, स्थानीय निकाय, नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल, हरियाणा प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के राज्यमंत्री राजेश नागर, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, हरियाणा राज्य तकनीकी शिक्षा बोर्ड के सचिव राजीव गोयल सहित देश व प्रदेश के बडे़ अधिकारियों सहित कईं सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के अध्यक्षों व धर्म गुरूओं ने हरियाणा पवेलियन का अवलोकन किया।
हरियाणा पवेलियन में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बेटी के जन्म पर छठी उत्सव मनाओ, पराली हम नहीं जलाएंगे की कसम उठाओ, अपना रहन-सहन और खाना-पीना सबसे न्यारा, हरियाणवी कृषि उपकरणों, हरियाणवी परिधानों, हरियाणा के काम-धंधों, रोजमर्रा के जीवन में प्रयोग किए जाने वाले सामानों को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ-साथ विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग, आईआईएचएस, टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट व ललित कला विभाग के छात्रों को स्टाल दिए गए जिसमें उन्होंने स्वयं तैयार किए गए सामान को प्रदर्शित किया जिसका उद्देश्य था कि छात्र आत्मनिर्भर बन सके। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा व कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने हरियाणा पवेलियन के लिए कई टीमों का गठन कर कई अधिकारियों की ड्यूटियां लगाई गई थी। हरियाणवी संस्कृति के उत्थान व छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य हरियाणा पवेलियन को लगाया गया था। देश-विदेश से हजारों की संख्या में हरियाणा पवेलियन का अवलोकन किया व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
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केयू यूथ रेडक्रॉस ने सैंकड़ों पर्यटकों को दिया प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण
हरियाणा पवेलियन में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूथ रेडक्रॉस की ओर से एक स्टाल लगाया गया था जिसमें सात दिनों तक सैकड़ों पर्यटकों को प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण दिया गया। फील्ड कोऑर्डिनेटर डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि हरियाणा पवेलियन के पहले दिन 31, दूसरे दिन 30, तीसरे दिन 70, चौथे दिन 36, पांचवे दिन 10, छठे दिन 23 तथा अंतिम दिन 40 पर्यटकों को प्राथमिक उपचार की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर प्रो. दिनेश राणा के निर्देशन में 30 छात्र-छात्राओं की ड्यूटियां लगाई गई थी जिसमें पवेलियन में आने वाले लोगों को प्राथमिक उपचार की जानकारी दी गई।