स्वदेशी कुर्ते, पजामे, शट व मोदी जैकेट के मुरीद हुए पर्यटक, स्टॉल पर 250 रुपए से लेकर 700 रुपए तक उपलब्ध है उत्पाद
कुरुक्षेत्र 8 दिसंबर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में हैदराबाद के नदीम हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पुरूषों के लिए कुर्ते, खादी की जे£ेटे, गर्म शर्ट सहित कपड़े से बनी कई वैरायटी लेकर आए है। इसके साथ-साथ वो इस बार पर्यटकों की मांग पर छोटे बच्चों की जैकेट लेकर भी पहुंचे है। ब्रह्मसरोवर के तट पर सरस और क्राफ्ट मेले मे स्टॉल नंबर 41 पर कपड़े से बनी स्वदेशी जैकेट, शर्ट, कुर्ता-पजामा, मोदी जैकेट मिल रही है।
नदीम ने बातचीत करते हुए बताया कि वे पिछले 4-5 वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में भाग लेने के लिए आ रहे हैं और यह उनका पुश्तैनी कार्य है। यह कार्य पिछले कई वर्ष से कर रहे हैं, इस कार्य में उनके परिवार के सभी सदस्य मिलकर कार्य करते हैं। उनकी स्टॉल पर 250 रुपये से लेकर 700 रुपए तक के स्वदेशी उत्पाद हैं। खादी का कुर्ता पजामा और जैकेट मात्र मात्र 600 से 700 रुपए में मिल रहा है। जो कपडे वे बेच रहे हैं, उनका हल्का सा भी रंग नहीं उतरता है। वे कुरुक्षेत्र के अलावा कई प्रदेशों में लगने वाले बड़े मेलों में वे जाते हैं। इस स्टॉल पर एक साल तक के बच्चों के भी कुर्ते पजामे बने हुए है।
उन्होंने बताया कि मुझे विश्वास है कि मेरी स्टॉल पर आना वाला प्रत्येक पर्यटक व ग्राहक हर साल मेरा इंतजार करेगा। कहना गलत नहीं होगा कि लोगों की पसंद स्वदेशी तकनीक से तैयार कुर्ता, पजामा व जैकेट बनी हुई है। इसके साथ-साथ व ग्राहकों को स्वदेशी कैरी बैग में अपने उत्पाद डालकर देते है और उनके द्वारा प्लास्टिक की थैलियों का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया जाता है। सरकार के प्लास्टिक मुक्त अभियान को बढ़ावा देने के लिए उनकी तरफ से पूरा सहयोग किया जा रहा है।