भारत के पवित्र ग्रंथ गीता को विश्व प्रसिद्घ ग्रंथ बनाने में गीता मनीषी की अहम भूमिका, केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने गीता ज्ञान संस्थानम में आयोजित दिव्य गीता सत्संग में की शिरकत
कुरुक्षेत्र 5 दिसंबर हरियाणा के शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता को जो कि भारत का ग्रंथ माना जाता था, विश्व का गं्रथ बनाने में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद की अहम भूमिका है। गीता मनीषी ने विदेशों में जाकर गीता का प्रचार-प्रसार किया। केबिनेट मंत्री विपुल गोयल वीरवार गीता ज्ञान संस्थानम में श्री कृष्ण कृपा जीओ गीता परिवार द्वारा आयोजित दिव्य गीता सतसंग में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। विपुल गोयल ने दीप प्रज्जवलित व गीता पूजन करके दिव्य गीता सत्संग का शुभारंभ किया और मंचासीन संतों से आर्शीवाद किया। इस मौके पर आयोध्या से आए रामनुजचार्य, धराचार्य, वृंदावन से आए मनोज मोहन शास्त्री, राम मौदगिल तथा भिवानी से मंहत चरणदास उपस्थित रहें।
मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि वर्ष 2014 में केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने पर गाय गीता और गंगा मिशन पर काम शुरू किया गया है। इसके पश्चात हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने पर इस कार्य को आगे बढ़ाया गया। गीता एक ऐसा ग्रंथ है जिसको जितनी बार पढ़ा व सुना जाए नया व्याखान देखने को मिलता है। गीता स्वयं हर सवाल का जवाब है और आज गीता को देश के साथ-साथ विदेशों के लोग भी पढ़ रहे हैं। उन्हें वे भी गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी के साथ लन्दन के हाउस ऑफ कामन में गीता जी को स्थापित करने के साक्षी बने थे। गीता 700 श्लोकों में समाई है, जो जीवन की सार्थकता को बताते है। गीता को विश्व गं्रथ बनाने में स्वामी ज्ञानानंद की अहम योगदान है और उनका जीवन गाय और गीता के प्रति समर्पित है। हरियाणा सरकार भी गीता को प्रोत्साहित कर रही है और आज कुरूक्षेत्र में आयोजित गीता जयंती समारोह का अन्तर्राष्टï्रीय स्वरूप बनने में हरियाणा सरकार के ही प्रयास है।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने मंचासीन संतों का स्वागत करते हुए कहा कि अनेक संत पहली बार कुरूक्षेत्र आए है। वे गीता जयंती में शामिल होने के पश्चात अपने अपने क्षेत्र में गीता का प्रचार-प्रसार करेगें, जिससे जनता में गीता जंयती समारोह में शामिल होने की जिज्ञासा जागेगी। उन्होंने कहा कि कुरूक्षेत्र की इस धरा पर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से पूरे विश्व को मानवता का संदेश देने वाला दिव्य ग्रंथ गीता दी। गीता में मानव की हर समस्या का समाधान है। इस अवसर पर कार्यक्रम में कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ निगरानी समिति के चेयरमैन मदन मोहन छाबडा, संस्थानम के प्रधान मंगत राम जिन्दल, हंसराज सिंघला, केडीबी सदस्य एमके मौदगिल, गीता महोत्सव प्राधिकरण के सदस्य विजय नरूला, किशोर अग्रवाल, अशोक चावला, प्रदीप मित्तल, बृज गुप्ता, विकास अग्रवाल, प्रदीप सैनी सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने गीता पूजन किया।