आम जन सडक़ सुरक्षा नियमों की करें पालना, स्वयं भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी रखें सुरक्षित : उपायुक्त
मुख्य चौकों पर लगी एलईडी पर सडक़ सुरक्षा नियमों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ लाउडस्पीकर के माध्यम से सडक़ सुरक्षा नियमों की आमजन को मिलेंगी जानकारी : उपायुक्त
सडक़ों पर सफेद पट्टी, साईनबोर्ड, जेब्रा क्रॉसिंग, रम्बल स्ट्रिप स्पीड ब्रेकर, कैट आई, स्पीड लिमिट बोर्ड, गाडिय़ों पर रिफ्लेक्टर, मार्किंग, लेन चेंजिंग साईन बोर्ड के साथ – साथ प्रवेश व निकास के बोर्ड भी अवश्य लगाए जाएं।
करनाल, 28 नवंबर। कोहरे के कारण सडक़ दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ जाता है। इन घटनाओं की रोकथाम को लेकर उपायुक्त उत्तम सिंह ने कहा कि आम जन सडक़ सुरक्षा नियमों की पालना करें, स्वयं भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें। प्रशासन का प्रयास है कि आईसीसीसी द्वारा शहर के चौंकों पर स्थापित एलईडी पर सडक़ सुरक्षा नियमों को न केवल प्रदर्शित किया जाएगा बल्कि लाउडस्पीकर के माध्यम से नियमों के बारे में भी थोड़ी-थोड़ी देर में जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि आम जन सडक़ सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक रहें और सडक़ दुर्घटनाओं में कमी आ सके। सडक़ों पर सफेद पट्टी, साईनबोर्ड, जेब्रा क्रॉसिंग, रम्बल स्ट्रिप तथा स्पीड ब्रेकर, कैट आई, स्पीड लिमिट बोर्ड, गाडिय़ों पर रिफ्लेक्टर, मार्किंग, लेन चेंजिंग साईन बोर्ड के साथ – साथ प्रवेश व निकास के बोर्ड भी अवश्य लगाए जाएं।
उपायुक्त वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में बोल रहे थे। बैठक में उपायुक्त के समक्ष 36 एजेंडें रखे गए जिनमें से 16 लंबित एजेंडों से संबंधित समस्याओं का समाधान हो गया तथा शेष नए एजेंडों के समाधान को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।उन्होंने यह भी कहा कि शहर में लगी सभी ट्रैफिक लाईट चालू अवस्था में होनी चाहिए तथा सभी में टाईमर की भी व्यवस्था अवश्य हो। यह व्यवस्था गाडिय़ों के आवागमन के अनुसार सेट किया जाए ताकि जाम की स्थित से निजात मिल सके। आईसीसीसी के कॉल सेंटर की हेल्पलाइन नंबर 0184-220060 पर स्ट्रीट व ट्रैफिक लाईटों के बारे में शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा आरएसओ से जुड़े लोग भी शहर के प्रमुख चौराहों पर आमजन को सडक़ सुरक्षा नियमों के बारे में जागरूक करने में अपना भरपूर सहयोग दें। उन्होंने यह भी कहा कि ई-रिक् शा चालकों को भी लाइसेंसे बनवाने के लिए प्रेरित किया जाए।
बॉक्स: अधिकारी शिकायत का इंतजार न करें, जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सडक़ों के खड्ढों को तुरंत भरने का करें कार्य : डीसी
उन्होंने लोक निर्माण विभाग, मार्किटिंग बोर्ड, जिला परिषद तथा नगर निगम के अंतर्गत आने वाली सडक़ों की मरम्मत का कार्य समय-समय पर होता रहे। अधिकारी शिकायत का इंतजार न करें, जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सडक़ों के खड्ढों को तुरंत भरने का कार्य करें तथा सडक़ों के किनारे बने तालाबों की चारदीवारी की जाए। इससे सडक़ दुर्घटनाओं में कमी आएगी। इस पर इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों ने कहा कि ग्रैप 4 के हटने बाद तुरंत कार्यवाही की जाएगी।उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि आपसी तालमेल के साथ समस्याओं का समाधान करें ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को कहा कि सडक़ सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाएं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चालान करना केवल समस्या का समाधान नहीं है, ट्रैफिक नियमों के बारे में लोगों को जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने नगर निगम के अधिकारी को निर्देश दिए कि आवारा पशुओं को पकडक़र गौशाला में पहुंचाएं ताकि सडक़ दुर्घटनाओं पर रोक लग सके। इसके अलावा शहर में कुतों तथा बंदरों को भी पकडने के लिए ड्राईव चलाएं। उन्होंने अतिरिक्त गौशाला की स्थापना को लेकर भी निर्देश दिए।
बॉक्स: लाइसेंस बनवाने के लिए प्रशिक्षण की निशुल्क जाए व्यवस्था: डीसी
डीसी ने आईडीटीआर के अधिकारी को निर्देश दिए कि वह लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का हर माह का डाटा तैयार करें जिनमें यह भी दर्शाया जाए की कितने अभ्यर्थी प्रशिक्षण के दौरान पास हुए और कितने असफल हुए है। असफल अभ्यर्थियों के लिए आईडीटीआर में नि:शुल्क प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए ताकि अगली बार परीक्षा में वे सफल होकर अपना लाइसेंस बनवा सकें। प्रशासन का दायित्व किसी को परेशान करना नहीं, बल्कि सेवाएं प्रदान करना है। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्र में सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के नियमों की पालना सुनिश्चित की जाए। अगर किसी स्कूल बस में नियमों की अवहेलना पाई जाती है तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएं। इसके अलावा ड्राइवर का लाइसेंस जरूर चेक किया जाए। अगर किसी स्कूल बस चालक के पास लाइसेंस नहीं पाया जाता तो ड्राइवर के साथ-साथ स्कूल मालिक के खिलाफ भी कार्यवाही की जाए।
बॉक्स: रेहड़ी व फड़ी लगाने वाले का रोजगार न छीना जाए बल्कि पहले उनके लिए वेंडिंग जोन करें स्थापित: डीसी
उपायुक्त ने कहा कि शहर में सडक़ों के किनारे रेहड़ी व फड़ी लगाने वाले लोगों का रोजगार न छीना जाए बल्कि पहले उनके लिए वैंडिंग जोन स्थापित किए जाएं और उनको जागरूक किया जाए कि आप निर्धारित स्थान पर अपनी रेहड़ी-फड़ी लगाएं। इसको लेकर उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश कि अगले 10 दिन के अंदर रेहड़ी-फड़ी लगाने वाले एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग करें जिसमें वैंडिंग जोन को लेकर निर्णय लिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि शहर में टू-व्हीलर के लिए भी पार्किंग की व्यवस्था करवाई जाए।
बैठक में आईआरएडी की इंजार्च ने बताया कि जनवरी माह से लेकर अक्तूबर माह तक वर्ष 2023 में जिला में 662 सडक़ दुर्घटनाएं घटित हुई थीं जबकि वर्ष 2024 में इसी अवधि के दौरान 551 घटनाएं घटी हैं। इनमें 240 घातक घटनाएं शामिल है, इस पर उपायुक्त ने निर्देश दिए कि सडक़ दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाएं कि दुर्घटना ड्राईवर की गलती, गाड़ी खराब होने तथा सडक़ों पर साईन बोर्ड ना होने के कारण हुई है। इसकी रिपोर्ट दी जाए। उन्होंने जिला वन अधिकारी को निर्देश दिए कि वे सडक़ों के किनारे खड़े पेड़ों की आवश्यकतानुसार जल्दी से जल्दी छंटाई करवाएं ताकि साईन बोर्ड ठीक से दिखाई दे। झिलमिल ढाबे से कर्ण लेक तक की अप्रोच रोड की हालत काफी खस्ता है। इसको ठीक किया जाए। इस पर उपायुक्त ने कहा कि यह कार्य नगर निगम द्वारा करवाया जाए।
बॉक्स: सडक़ों के किनारे खड़े वाहनों की वजह से दुर्घटनाएं ना होने पाएं : एसपी
बैठक में पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया ने कहा कि सडक़ों के किनारे खड़े वाहनों की वजह से दुर्घटनाएं न होने पाएं इसके लिए ईआरवी की गाड़ी निरंतर निगरानी बनाए रखें। अगर किसी की गाड़ी खराब हो जाती है या कोई जानबूझकर सडक़ पर गाड़ी रोककर खड़ा हो जाता है, ऐेसे लोगों पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है, क्योंकि कोहरे के दौरान दुर्घटनाएं होने की संभावना रहती है। उन्होंने निर्देश दिए कि विशेषतौर पर ओवरस्पीडिंग, ड्रिंक एंड ड्राइव, ट्रिपल राइडिंग, रांग साईड ड्राइविंग तथा वाहन चलाने समय मोबाईल का प्रयोग करने वाले लोगों के ज्यादा से ज्यादा चालान किए जाएं।
बॉक्स: लंबित पूर्व के 20 एजेंडों में से 16 एजेंडों का समाधान : आरटीए
बैठक में आरटीए विजय देशवाल ने पीपीटी के माध्यम से एक-एक एजेंडे के बारे में विस्तार से जानकारी दी और संबंधित विभाग की रिपोर्ट के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि लंबित पूर्व के 20 एजेंडों में से 16 एजेंडों का समाधान हो चुका है तथा शेष 4 पर कार्य जारी है। आज की बैठक में 16 नए एजेंडे रखे गए, जिनके समाधान के लिए उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
जुर्माना वसूला
बैठक में आरटीए ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा अक्तूबर माह में कुल 9 हजार 559 चालान किए गए जिनमें बिना हैलमेट के 6052 और बिना आरसी के 69, बिना ड्राईविंग लाईसेंस के 77, बिना नम्बर प्लेट के 223, लेन चैंज के 1745, दो पहिया वाहन पर तीन सवारी बैठाने के 19, गलत दिशा में गाड़ी चलाने के 83, गलत पार्किग के 231, सिगनल तोडऩे के 203, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के 23, सडक़ मार्किंग नियमों की उल्लंघना किए जाने पर 191 तथा वायु प्रदूषण के 36 चालान काटे गए जिनसे 12 लाख 7 हजार 7 सौ रूपये की राशि वसूली गई। इसके अलावा आरटीए विभाग द्वारा 208 ओवरलोडेड वाहनों के चालान कर 90 लाख 16 हजार रुपये की जुर्माना राशि वसूली गई। ये रहें उपस्थित
बैठक में पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, एडीसी यश जालुका, एसडीएम असंध राहुल, एसडीएम करनाल अनुभव मेहता, एसडीएम इन्द्री व घरौंडा राजेश सोनी, एसडीएम नीलोखेड़ी अशोक कुमार, सीटीएम शुभम, आरटीए अधिकारी विजय देशवाल, जिला वन अधिकारी जय कुमार, रोडवेज महाप्रबंधक कुलदीप, जिला शिक्षा अधिकारी सुदेश ठकराल, लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग, नगर निगम, नगर पालिका सचिव, प्रदूषण विभाग, सिंचाई तथा अन्य विभागों के अधिकारियों सहित समिति के सदस्य संदीप लाठर, प्रमोद गुप्ता, अंजू शर्मा, विपिन शर्मा , अशोक शर्मा व रमन मिड्ढा मौजूद रहे।