करनाल के मंगल सेन सभागार में आयोजित किया गया संविधान दिवस समारोह
करनाल के विधायक जगमोहन आनंद और असंध के विधायक योगेंद्र राणा ने बतौर विशिष्ट अतिथि की शिरकत
करनाल, 26 नवंबर
– करनाल के मंगल सेन सभागार में मंगलवार को संविधान दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने शिरकत की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर करनाल के विधायक जगमोहन आनंद व असंध के विधायक योगेंद्र राणा ने शिरकत की। दीप प्रज्वलन के साथ विधिवत रूप से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके पश्चात स्कूल के विद्यार्थियों ने संविधान दिवस से जुड़े गीत पर सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि संविधान मात्र एक पुस्तक नहीं बल्कि हमारे राष्ट्र को चलाने वाला ग्रंथ है। भारतीय संविधान को सुप्रीम लॉ भी कहते हैं। इसी के अंतर्गत सभी कानून बनाए जाते हैं। संविधान को सुप्रीम लॉ इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह लोगों द्वारा ही बनाया गया है और लोगों को ही अर्पित किया गया है। लोकतंत्र की तीनों शाखाएं विधानपालिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका व संवैधानिक संस्थाएं, सभी संविधान के अनुसार चलते हैं। उन्होंने कहा कि जब देश आजाद हुआ तो बहुत बड़ा मुद्दा था कि कैसे संविधान बने। संविधान जब बना तो आसानी से नहीं बना बल्कि एक जटिल प्रक्रिया रही है। संविधान सभा ने 9 दिसंबर 1946 से लेकर 26 नवंबर 1949 तक काम किया। इस दौरान 11 सेशन हुए, 165 बैठक हुई और लगभग तीन साल इस प्रक्रिया को पूरा करने में लगे। ड्राफ्टिंग कमेटी बनाई गई। ड्राफ्ट पर 114 दिनों तक कार्य हुआ।
संविधान को बनाने से पहले दूसरे बहुत से देशों के संविधान व कानूनों का अध्ययन किया
विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि हमारे संविधान को बनाने से पहले दूसरे बहुत से देशों के संविधान व कानूनों का अध्ययन किया गया। इस सारी प्रक्रिया के बाद हमारे देश का संविधान तैयार हुआ। 26 नवंबर 1949 में आज ही के दिन संविधान के बहुत से अनुच्छेद लागू हो गए थे लेकिन पूर्ण संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। संविधान का प्रत्येक शब्द हम सभी को और सभी राज्यों को एक सूत्र में पिरोने वाला है। संविधान हमें सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय प्रदान करता है। समानता को सबसे ऊपर रखा गया है। आज भारत के प्रत्येक नागरिक को मतदान का अधिकार है। हम सभी को बोलने का अधिकार है, जो हमें हमारा संविधान देता है। हमारा संविधान बहुत सरल भी है और बहुत कठोर भी है।  हम प्रण लें कि अपने मौलिक कर्तव्यों का भी पालन करेंगे। उन्होंने सभी को संविधान दिवस की हार्दिक बधाई दी।
हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान: विधायक जगमोहन आनंद
करनाल के विधायक जगमोहन आनंद ने कहा कि संविधान नियम-कानूनों का दस्तावेज नहीं बल्कि यह वह पवित्र ग्रंथ है, जिससे विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का संचालन होता है। हमारा भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। संविधान की प्रस्तावना में ही स्पष्ट है कि संविधान की शक्ति सीधे जनता में निहित है। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान का प्रारंभ ही ‘हम भारत के लोग’ शब्दों से होता है। संविधान में आया हम भारत के लोग केवल शब्द भर नहीं है। यह हमारी महान भारतीय संस्कृति का एक तरह से जीवन दर्शन है। उन्होंने कहा कि संविधान भारतीय सभ्यता और संस्कृति का दर्शन है।  हम सभी को संविधान के अनुसार कानूनों की अनुपालना करनी चाहिए। उन्होंने भव्य कार्यक्रम का आयोजन करने पर जिला प्रशासन को हार्दिक बधाई दी और सभी को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी।
संविधान 142 करोड़ भारतवासियों को एक देश के रूप में जोड़ता है: विधायक योगेंद्र राणा
असंध के विधायक योगेंद्र राणा ने कहा कि 26 नवंबर बेहद गर्व का दिन है, क्योंकि आज हम सभी संविधान दिवस मना रहे हैं। कोई भी देश बिना संविधान के नहीं चल सकता। यह संविधान ही है, जो अलग-अलग धर्मों, अलग-अलग जातियों व 142 करोड़ भारतवासियों को एक देश के रूप में जोड़ता है। यह संविधान ही है, जो हमें आजाद देश के आजाद नागरिक की भावना का अहसास करवाता है। हमारे संविधान द्वारा दिए गए मौलिक अधिकार ढाल बनकर हमें हमारा हक दिलाते हैं। वहीं दूसरी ओर हमारे मौलिक कर्तव्य हमें हमारी जिम्मेदारियों की याद दिलाते हैं। संविधान सभा ने अथक प्रयास और कड़ी मेहनत से संविधान को तैयार किया। 26 नवंबर 1949 को संविधान बनकर तैयार हुआ और इसी दिन को आज हम संविधान दिवस के रूप में मना रहे हैं। आज संविधान दिवस के मौके पर हमें प्रण लेना चाहिए कि हम अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे और कानून की अनुपालना करेंगे।
व्यक्तिगत जीवन में करें संविधान की अनुपालना: डीसी उत्तम सिंह
करनाल के डीसी उत्तम सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने व्यक्तिगत जीवन में भी संविधान की अनुपालना करनी चाहिए। हमें अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों को भी जानना चाहिए। बिना कर्तव्यों के अधिकारों का कोई अस्तित्व नहीं है। डीसी उत्तम सिंह ने कहा कि आज संविधान दिवस का दिन हम सभी के लिए बेहद खास है। जब देश आजाद हुआ तो बहुत से लोग कहते थे कि भारत एक नहीं हो सकता लेकिन हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया। 1949 में संविधान बनकर तैयार हुआ। अलग-अलग देशों से जुड़े अच्छे कानूनों, सिद्धांतों को संविधान में जोड़ा गया। उन्होंने संविधान दिवस की सभी को बधाई दी।
इस मौके पर भाजपा के कार्यकारी जिलाध्यक्ष बृज गुप्ता, पूर्व मेयर रेनूबाला गुप्ता, नगर निगम कमिश्नर डॉ. वैशाली शर्मा, एडीसी यश जालुका, असिस्टेंट कमिश्नर (यूटी) योगेश सैनी, एसडीएम असंध राहुल, सीईओ जिला परिषद गौरव कुमार, एसडीएम अनुभव मेहता, दयाल सिंह कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. अनिता अग्रवाल, जिला शिक्षा अधिकारी सुदेश ठकराल व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बॉक्स:- बच्चों के लिए आयोजित की गई विभिन्न प्रतियोगिताएं
संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर स्कूली बच्चों के लिए पेंटिंग/पोस्टर मेकिंग, सुलेख, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई गईं। जिसमें विजेता विद्यार्थियों को विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। बता दें कि पेंटिंग/पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में सिमरन, राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, मॉडल टाउन करनाल ने प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान सानिया, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, चिड़ाव तथा तृतीय स्थान कोमल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, पुंडरक ने प्राप्त किया। सुलेख प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर अमन, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, पुंडरक, द्वितीय अक्षरा, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बल्ला तथा तृतीय स्थान पर प्रिंसी, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, घरौंडा रहीं। इसी प्रकार प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर चिंकी व पूजा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, पुंडरक, द्वितीय स्थान पर पायल व खुशबू, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, प्रेम नगर व तृतीय स्थान पर सागर व मुस्कान, पीएमश्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, असंध रहे।

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