फसल अवशेष प्रबंधन करने पर प्रति एकड़ दी जा रही एक हजार रुपए प्रोत्साहन राशि
करनाल, 25 नवम्बर। उपायुक्त उत्तम सिंह ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा पराली प्रोत्साहन योजना 2024-25 के तहत फसल अवशेषों के प्रबंधन के लिए योजना शुरू की गई है। योजना के तहत एक हजार रूपए प्रति एकड़ का प्रोत्साहन दिया जाएगा। योजना का लाभ पाने के लिए इच्छुक किसान 30 नवंबर 2024 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उपायुक्त उत्तम सिंह ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य किसानों को पराली जलाने से रोकना और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इससे न केवल पर्यावरण को सुरक्षित किया जाएगा, बल्कि किसानों को फसल अवशेषों का सही तरीके से प्रबंधन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से पराली के जलने से होने वाले वायु प्रदूषण को भी कम करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि हरियाणा पराली प्रोत्साहन योजना 2024-25 के तहत आवेदन के लिए किसान को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना होगा। योजना का लाभ लेने के लिए किसान को विभागीय पोर्टल एग्रीहरियाणा.जीओवी.इन पर तीस नवंबर तक आवेदन करना होगा। ग्राम स्तरीय कमेटी (वीएलसी) से सत्यापन होने के बाद पात्र किसानों को प्रोत्साहन राशि का लाभ दे दिया जाएगा।
धान अवशेषों को मिट्टी में मिलाने से बढ़ती है मिट्टी की उर्वरा शक्ति और वातावरण भी रहता है स्वच्छ: उत्तम सिंह
उपायुक्त उत्तम सिंह ने आह्वान करते हुए कहा कि किसान धान की कटाई के बाद अपने खेतों में आग ना लगाएं। आग लगाने से वायु प्रदूषण होता है और मिट्टी के पोषक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं। किसान अवशेषों को मशीनों की सहायता से मिट्टी में मिलाएं। धान अवशेषों को मिट्टी में मिलाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी तथा वातावरण को स्वच्छ रखने में सहायता मिलेगी। जिला के किसान हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, रिवर्सिबल एमबी प्लॉव व जीरो टिल सीड ड्रील की सहायता से धान अवशेषों को मिट्टी में मिलाकर प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन कर सकते हैं।